डॉल्फिन के साथ महिला ने बनाए शारीरिक संबंध, ब्रेकअप होते ही कर ली खुदकुशी
डॉलफिन के साथ फिजिकल रिलेशन बनाना कोई आसान काम नहीं था, महिला ने शेयर किये अपने अनुभव
ज्यादातर सभी लोग ऐसे हैं जो डॉल्फिन को देखने के बाद उसे मछली समझने की भूल कर देते हैं परंतु वास्तव में देखा जाए तो डॉल्फिन मछली नहीं है। वह एक स्तनधारी प्राणी है, जिस तरह व्हेल एक स्तनधारी प्राणी है वैसे ही डॉल्फिन भी इसी श्रेणी में आती है। डॉल्फिन को अकेला रहना बिल्कुल भी पसंद नहीं है यह समानता समूह में रहना पसंद करती है। आपको बता दें कि साल 2015 में दुनिया के सबसे बुद्धिमान जीवों की जारी की गई लिस्ट में डॉल्फिन पांचवें नंबर पर रही।
आपको बता दें कि एक सामान्य डॉल्फिन अपने साथी के साथ हुए संवाद को 20 सालों तक याद रख सकती है, जो अपने आप में बेहद खास बात है। इसी बीच हम आपको एक ऐसी खबर के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसको जानने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे। वैसे रोजाना ही सोशल मीडिया पर अजीबो-गरीब खबरों की चर्चा होती रहती है परंतु आज हम आपको जो खबर बताएंगे शायद ही आपको इस खबर पर विश्वास ना हो परंतु यह बात बिल्कुल सच है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक बेहद अजीबोगरीब खबर चर्चा का विषय बनी हुई है। आज हम एक बुजुर्ग महिला की कहानी बताने वाले हैं, जिसमें कुछ सालों पहले यह दावा किया था कि उसने अपनी जवानी में एक डॉल्फिन के साथ शारीरिक संबंध बनाया था। शायद आपको यह खबर सुनने के बाद काफी हैरानी हो रही होगी परंतु इस महिला की कहानी काफी मशहूर है।
बता दे एक सामान्य डॉल्फिन अपने साथी के साथ हुए संवाद को 20 सालों तक याद रखती है, इन सभी विषयों पर ज्यादा अध्ययन के लिए 1960 के आसपास नासा ने एक रिसर्च शुरू किया परंतु उस दौरान जो हुआ उसे देखकर वैज्ञानिक भी आश्चर्यचकित हो गए थे।
मार्गरेट होवे लोवेट जो इस शोध का हिस्सा रहीं उन्होंने बीबीसी से बातचीत के दौरान यह बताया कि वह नासा की तरफ से फंडेड प्रोजेक्ट का हिस्सा थीं, जिसमें डॉल्फिन के साथ संवाद करना था। तब वह जवान हुआ करती थीं। उस दौरान उन्होंने एक शरारती डॉल्फिन के साथ यौन संबंध बनाए। वह हमेशा उनके करीब रहती थी लेकिन जब वह प्रोजेक्ट से दूर चली गई तो उसने निराश होकर खुदकुशी कर ली थी।
मार्गरेट होवे लोवेट के अनुसार यह बात सबको पता थी कि डॉल्फिन के पास दिमाग है, जो इंसानों के जितना बड़ा ही होता है। ऐसी स्थिति में उनके बात करने के तरीकों और स्वभाव पर ज्यादा जानकारी हासिल करनी थी ताकि अलौकिक लोगों से संवाद करने की तकनीक विकसित हो सके। मार्गरेट ने बताया कि इसके लिए तीन डॉल्फिन को चुना गया जिनके नाम पीटर, पामेला और सिसी थे, जिन्हें प्रोजेक्ट डायरेक्टर ग्रेगरी बेटसन के साथ सेंट थॉमस के कैरिबियाई द्वीप पर रखा गया।
मार्गरेट का ऐसा बताना है कि किसी सिसी सबसे बड़ी थी जबकि पामेला बहुत ज्यादा शर्मीली थी। उसमें से पीटर सबसे युवा था, जो कम उम्र होने की वजह से थोड़ा शरारती भी रहा था। कुछ दिनों बाद मार्गरेट ने देखा कि पीटर और उनके बीच अनोखा संबंध स्थापित हो गया। जब भी वह किसी अन्य डॉल्फिन के साथ समय व्यतीत किया करती थी तो पीटर को जलन हुआ करती थी।
कुछ ही दिनों में पीटर बाकी डॉल्फिन से सबसे ज्यादा तेज हो गया था और वह अंग्रेजी के शब्दों को बहुत ही आसानी पूर्वक समझ लेता था। इतना ही नहीं बल्कि अंग्रेजी के शब्दों को समझ कर वह उसका जवाब भी देता था। मार्गरेट का ऐसा बताना है कि वह दोनों धीरे-धीरे और करीब आए और उनके बीच शारीरिक संबंध बन गया। मार्गरेट ने कहा कि वह पानी में बैठी थी और उनके पैर अंदर थे। तभी पीटर आया और लंबे समय तक उनके घुटने के पास बैठा रहा था।
Hustler मैगजीन में छपी रिपोर्ट के अनुसार, पीटर जैसे ही मार्गरेट के पास आता था वह यौन उत्तेजित हो जाता था, जिसकी वजह से उसने उसके साथ कई बार संबंध बनाए थे। जब दोनों संबंध बनाते थे तो वह पल उनके लिए बहुत कीमती रहा था। वहीं मार्गरेट को इस दौरान सिर्फ खुजली जैसा ही महसूस हुआ करता था। शारीरिक संबंध बनाते समय मार्गरेट के शरीर पर खरोंच भी आई थी। इन दोनों का साथ और लंबे समय तक नहीं चल सका और कुछ दिनों बाद मार्गरेट वहां से चली गई थी। उनसे अलग होने के बाद पीटर ने खुदकुशी कर ली थी।
इस प्रोजेक्ट में शामिल व्यक्तियों का ऐसा बताना है कि डॉल्फिन को सांस लेने के लिए नियमित रूप से सतह पर आना पड़ता है परंतु पीटर नहीं आया था। ऐसे में साफ जाहिर होता है कि उसने खुद खुदकुशी की। पानी के अंदर ज्यादा देर रहने की वजह से उसकी जान चली गई।