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शादी के मंडप में दुल्हन को हुआ तेज पेट दर्द, आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे तो बेटे को दिया जन्म

यह बेहद दिलचस्प खबर छत्तीसगढ़ के कोंडगांव से आई है। यहां हल्दी की रस्म के लिए जब दुल्हन मंडप में पहुंची तो उसके पेट में अचानक तेज दर्द उठा। घर वाले उसे लेकर तुरंत अस्पताल भागे और अस्पताल में तब गुड न्यूज आ गई जब उसने एक बेटे को जन्म दे दिया। बेटे को जन्म देने के बाद दुल्हन की दूसरे दिन धूमधाम से शादी भी हो गई। क्या पूरा मामला आपको आगे बताते हैं-

छत्तीसगढ़ के कोंडगांव जिले में एक अनोखी शादी हुई। शादी के एक दिन पहले ही दुल्हन ने बेटे को जन्म दिया। परिवार में शादी की खुशियां बच्चे जन्म के साथ ही दोगुनी हो गईं। दुल्हन के स्वस्थ्य महसूस करने पर तय तारीख पर ही शादी की रस्म पूरी की गई। इस शादी की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है।

यह दिलचस्प शादी छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सीमावर्ती कोंडगांव जिले के बडेराजपुर ब्लाक के ग्राम बांसकोट में हुई। बांसकोट निवासी चंदन नेताम की शादी ओडिशा निवासी शिवबती के साथ बीते 31 जनवरी को तय थी। इसके पहले 30 जनवरी को हल्दी की रस्म के लिए दुल्हन को मंडप में लाया गया, इसी दौरान उसके पेट में अचानक दर्द उठा था।

आदिवासियों में पैठू प्रथा का प्रचलन

ओडिशा के नवरंगपुर जिले की रहने वाली दुल्हन शिवबती की मां सरिता मंडावी ने इस अनोखी शादी की जानकारी डिटेल में दी। सरिता मंडावी के मुताबिक आदिवासियों में पैठू प्रथा का पालन आज भी किया जा रहा है। इस प्रथा के तहत ही शिवबती अगस्त 2021 में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन अपनी इच्छा और पसंद से चंदन नेताम बांसकोट निवासी के घर पैठू गई हुई थी, यानि उसके घर रहने चली गई थी।

यहां पर लगभग 6 माह बीतने के बाद वर एवं वधू पक्ष के लोगों ने आपस में बैठकर तय किया कि अब लड़के-लड़की की शादी कर देनी चाहिए। इसके बाद वर पक्ष के लोगों द्वारा लड़की के माता-पिता एवं उनके रिश्तेदारों को इस बात की सूचना दी गई। फिर शादी तय हुई।

दुल्हन ने शादी से पहले बेटे को दिया जन्म

सरिता मंडावी के मुताबिक बकायदा ग्रामीणों को निमंत्रण दिया गया शादी का कार्ड भी बांटा गया। 30 जनवरी को हल्दी लेप और 31 जनवरी को विवाह, आशीर्वाद समारोह एवं प्रीतिभोज का कार्यक्रम था। लेकिन हल्दी की रस्म के दौरान ही लड़की के पेट में दर्द शुरू हुआ। इसके बाद उसे गांव के ही एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया, जहां अगले दिन सुबह उसने बेटे को जन्म दिया। बेटे को जन्म देने के बाद भी दुल्हन का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक था, इसलिए तय समय पर ही शादी कर दी गई। उधर दूल्हे के पिता छेदीलाल नेताम ने बताया कि बहू को बेटा होने से घर में शादी की खुशियां दोगुनी हो गईं हैं।

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