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अगर आपके पास भी नहीं टिकता है पैसा, तो अपनाएं चाणक्य के बताये हुए यह उपाय

नीतिशास्त्र के सबसे बड़े विद्वान आचार्य चाणक्य ने धन, दुश्मनी, मित्रता, स्वास्थ्य, तरक्की, नौकरी और बिजनेस संबंधी हर तरह के समस्याओं का हल बताया है। चाणक्य नीतिशास्त्र एक ऐसा ग्रंथ है, जिस पर अधिकतर भारतीय भरोसा करते हैं। चाणक्य नीतिशास्त्र लोगों को बहुत कुछ सीखाने के साथ साथ अनुशासित भी करता है। हालांकि इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग नीतियों पर अमल नहीं कर पाते हैं। अगर आप भी भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यस्त हैं तो आपको आचार्य चाणक्य का दिया ये श्लोक जरूर पढ़ना चाहिए।

आचार्य चाणक्य ने इस श्लोक के जरिए ये बताया है कि आखिर व्यक्ति का जीवन कैसे गुजरना चाहिए। चाणक्य कहते हैं कि इंसान को पैसे का लेन-देन बादलों की तरह करना चाहिए। ऐसा करने से कभी धन की कमी नहीं होती है।

आचार्य चाणक्य

चाणक्य नीति का श्लोक

वित्तं देहि गुणान्वितेषु मतिमन्नान्यत्र देहि क्वचित्
प्राप्तं वारिनिधेर्जलं घनमुखे माधुर्ययुक्तं सदा ।
जीवान्स्थावरजङ्गमांश्च सकलान्संजीव्य भूमण्डलं
भूयः पश्य तदेव कोटिगुणितं गच्छन्तमम्भोनिधिम् ।।

चाणक्य के अनुसार बुद्धिमान व्यक्ति वही होता है, जो गुणवाण और योग्य व्यक्ति को पैसा देता है। चाणक्य कहते हैं कि जिस व्यक्ति में अवगुण हों, उसे कभी पैसे नहीं देने चाहिए। ऐसा करने से धन की बर्बादी होती है। साथ ही चाणक्य इस बात से भी आगाह करते हैं कि अयोग्य व्यक्ति को भी कभी पैसे नहीं देने चाहिए क्योंकि इससे धनहानि होने की आशंका बनी रहती है।

आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य ने इस बात को एक उदाहरण के जरिए समझाया है। वो कहते हैं कि बादल समुद्र से जल लेकर बारिश करता है, इससे जनमानस को लाभ होता है। ऐसा ही धन भी हमेशा योग्य और समझदार व्यक्ति को ही देना चाहिए, जिससे योग्य व्यक्ति पैसों का सदुपयोग कर दूसरों का भला करें। चाणक्य के मुताबिक योग्य और समझदार व्यक्ति कभी भी धन का दुरूपयोग नहीं करता और हमेशा सोच समझकर ही पैसे खर्च करता है।

नहीं टिकते हैं पैसे तो आजमाएं ये तरीके…

  1. आचार्य चाणक्य के अनुसार कभी भी धन का बेहिसाब खर्च नहीं करना चाहिए बल्कि सोच समझकर और सही जगह पर पैसे खर्च करने से कभी धन की कमी नहीं होती है।

2. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि पैसा कमाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है और मेहनत से कभी घबराना नहीं चाहिए। जो मेहनत से घबराते हैं, उन्हें जीवनभर धन दौलत की कमी रहती है।

3. नीतिशास्त्र के महान विद्वान चाणक्य कहते हैं कि लक्ष्मी चंचल होती है, ऐसे में जो व्यक्ति गलत मकसद और अय्याशी के लिए पैसे खर्च करता है वो एक समय बाद बर्बाद हो जाता है।

4. कभी भी अधर्म या चोरी के मार्ग से धन नहीं कमाना चाहिए। ऐसा करने वाले व्यक्ति के जीवन में कभी सुख शांति नहीं रहती है।

5. चाणक्य के मुताबिक धन संबंधी जानकारी किसी को नहीं देना चाहिए।

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