धार्मिक

पुराणों में बताए गए इन नियमों का पालन करने से जल्द बनेंगे धनवान, जीवन बनेगा सुखी और समृद्धिशाली

मनुष्य यही चाहता है कि वह अपना जीवन बहुत ही अच्छे तरीके से व्यतीत करें, परंतु ना चाहते हुए भी जीवन में कोई ना कोई परेशानी उत्पन्न हो ही जाती है। कई बार ऐसा होता है कि लोग अपने जीवन की परेशानियों को दूर करने की पूरी कोशिश करते हैं लेकिन परेशानियां पीछा छोड़ने का नाम नहीं लेती है। अगर आपके जीवन में भी कुछ इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है तो आप शास्त्रों और पुराणों में बताए गए कुछ नियमों का पालन कर सकते हैं। जी हां, अगर आप इन नियमों का पालन करते हैं तो इससे आपका जीवन सरल और सुखी बनेगा। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से जीवन को सुखी और समृद्धशाली बनाने के लिए पुराणों में क्या-क्या नियम बताए गए हैं? इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

पुराणों में बताए गए इन नियमों का करें पालन

  • शास्त्रों में इस बात का जिक्र किया गया है कि व्यक्ति को हर महीने अष्टमी, एकादशी, पूर्णिमा, अमावस्या और चतुर्थी तिथि पर भगवान की विशेष पूजा अर्चना अवश्य करनी चाहिए। अगर आप इन दिनों कुछ विशेष नियम और विशेष सावधानियों का पालन करते हैं तो इससे भगवान का आशीर्वाद आपके ऊपर हमेशा बना रहेगा। इस दिन व्रत रखने का भी विशेष महत्व माना गया है। अगर आप व्रत कर रहे हैं तो मांसाहारी का सेवन भूलकर भी मत कीजिए और ना ही इस दिन आप शरीर पर तेल से मालिश करें।

  • सभी लोग अपने घर के मंदिर में रोजाना पूजा-पाठ करते हैं। ऐसा बताया जाता है कि घर में सुबह-शाम पूजा-पाठ करने से भगवान का परिवार के लोगों के ऊपर हमेशा आशीर्वाद बना रहता है और घर की सभी परेशानियां दूर होती हैं, परंतु पूजा-पाठ करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि देवी-देवताओं की मूर्तियों को, शंख, शालिग्राम। पूजा सामग्री और दीपक को अशुद्ध जमीन पर मत रखिए। आप इन सभी चीजों को जमीन पर पहले कपड़ा बिछाकर किसी साफ और ऊंचे स्थान पर रखें।

  • पुरुष कभी भी पराई महिलाओं पर बुरी नजर ना डालें और ना ही पराई चीजों को अपना समझने की कोशिश कीजिए क्योंकि इसकी वजह से धीरे-धीरे दरिद्रता बढ़ने लगती है। पुराणों के अनुसार किसी भी महिला का अपमान नहीं करना चाहिए। अगर आप इन सभी नियमों का पालन करते हैं तो इससे आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि और वैभव की कमी नहीं होगी।

  • शास्त्रों के अनुसार अगर आप सूर्य को उदय होते हुए देखते हैं तो इससे आपके जीवन में सकारात्मकता और सफलता प्राप्त होती है लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि कभी भी सूर्य और चंद्रमा को अस्त होते हुए ना देखें क्योंकि इसकी वजह से जीवन में नकारात्मकता उत्पन्न होने लगती है।

  • शास्त्रों के अनुसार दान को सबसे बड़ा पुण्य माना गया है। अगर व्यक्ति निरंतर अपने सामर्थ्य अनुसार दान करता रहता है तो उसके ऊपर भगवान की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है, इतना ही नहीं बल्कि दान करने से कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव भी कम हो जाता है।
  • पुराणों के अनुसार आप अपने घर के बड़े लोगों, माता-पिता, गुरुजन, गरीब और असहाय लोगों, महिलाओं को हमेशा सम्मान दीजिए। इनका अपमान नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर आप इन लोगों का अपमान करते हैं तो माता लक्ष्मी जी नाराज होती हैं।

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