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15 मिनट में इंडियन ओवरसीज बैंक को चोरों ने किया खाली, 56 लाख रुपये लूटकर हुए फरार

इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा से 56.94 लाख रुपये की चोरी की गई है। ये चोरी शाम के समय हुई है। बताया जा रहा है कि चोर अपने साथ हथियार लेकर आए थे और इन्होंने बैंक कर्मचारियों को धमकी देकर इस चोरी को अंजाम दिया। आगरा के ग्वालियर हाईवे पर रोहता स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में ये वारादात मंगलवार को हुई है। इस घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। अभी तक चोरों का पता नहीं लग सका है। हालांकि सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे हैं। पुलिस के अनुसार बदमाशों ने पूरी वारदात को 15 मिनट में अंजाम दिया है।

बैंक के डिप्टी मैनेजर विवेक यादव ने बताया कि चार बजे ग्राहकों का प्रवेश बंद कर दिया गया था। बैंक में कलेक्शन का कार्य किया जा रहा था और एटीएम से निकाले गए कैश का हिसाब हो रहा था। इस दौरान बैंक में कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था। शाम 4:50 बजे डिप्टी मैनेजर विवेक यादव ने एटीएम में जाने के लिए बैंक का शटर खोला। इसी दौरान गेट के पास खड़े दो लोगों ने उन्हें चाकू दिखाया और खींचकर बैंक के अंदर ले गए। इतने में ही पीछे से दो और बदमाश बैंक के अंदर आ गए। इन्होंने कैश काउंटर पर जाकर कैशियर को धमकाया और उसे पैसे देने को कहा। बदमाशों ने बैंक के सभी कर्मचारियों को एक रूम में बंद कर दिया और उनके मोबाइल ले लिए।

विवेक यादव ने बताया कि बदमाश कैश के बारे में पूछने लगे। विवेक ने इन्हें कहा कि पैसे काउंटर पर हैं। लेकिन बदमाशों ने और कैश के बारे में पूछा और कहा कि बैंक में पैसे कहां रहते हैं? जिसपर विवेक ने कहा कि पैसे अंदर है। इस पर दो बदमाश विवेक को धमकी देने लगे। उनकी गर्दन पर चाकू लगाकर उनसे पैसे वाला कमरा खोलने को कहने लगे। स्ट्रांग रूम की चाबी लेने के बाद इस रूम को खोलकर 500 रुपये के नोट की तीन गड्डी और दस रुपये के सिक्के इन्होंने बैग में भर लिए। कैश काउंटर से तकरीबन 41 लाख रुपये भी चोरों ने बैग में भर लिए।

विवेक यादव ने बैग ले जाने का विरोध किया। तो बदमाशों ने उन्हें चाकू से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं एक बदमाश ने उन्हें मारने की कोशिश भी की। लेकिन दूसरे बदमाश के कहने पर उन्हें छोड़ दिया। वहीं कैश भरने के बाद बदमाशों ने मैनेजर और कर्मचारियों को वाश रूम में बंद कर दिया।

विवेक यादव के अनुसार घटना के समय बैंक में मैनेजर अनीता मीणा, कैशियर प्रशांकी बघेल, क्लर्क शशांक वीरेश मौजूद थे। जबकि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पुनीत कुमार दूध लेने के लिए बाहर गए थे। चोरी के दौरान ही पुनीत भी बाहर से आ गया। उसे देखकर बदमाश डर गए और दो बदमाश पुनीत को पकड़ने के लिए दौड़ पड़े। उन्होंने पुनीत को पकड़कर, उसकी पीटाई की और उसे भी वॉशरूम में बंद कर दिया। बैंक लूटने के अलावा चोरों ने मैनेजर के गले की सोने की चेन भी खींच ली। इसके बाद गेट बंद करके बदमाश भाग गए।

बदमाशों के जाने के बाद सदर क्षेत्र की रहने वाली सरोज देवी लोन के काम से बैंक में आई। लेकिन बैंक में उन्हें कोई नहीं दिखा। वहीं वाश रूम का गेट खटखटाने की आवाज सुनकर उन्होंने गेट खोला और कर्मचारियों को बाहर निकाला। बैंक कर्मचारियों ने तुरंत पुलिस को फोन किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल शुरू की। एक सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस को पता चला की बदमाश बैंक से 50 मीटर दूर ग्वालियर रोड की तरफ गए हैं। बैंक से ये सब बाइक पर बैठकर भागें हैं। पुलिस को आशंका है कि बदमाशों के कुछ साथी बाहर उनका इंतजार कर रहे थे। पुलिस की 10 टीमें इन चोरों का पता लगाने में लगी हैं।

बैंक मैनेजर अनीता मीणा ने पुलिस को इस वारदात के बारे में बताया कि बदमाशों ने पूरे स्टाफ के हाथ खड़े करा दिए थे। चाकू और तमंचे से वो हमें डरा रहे थे। अगर मैं पैनिक बटन दबा देती तो वो मेरे को मार देते। सभी बदमाशों ने मास्क, मंकी कैप, हेलमेट, ग्लब्स और जैकेट पहन रखी थीं। जिसकी चलते इनके चेहरा कोई भी देख नहीं पाया है।

 

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