बॉलीवुड

जब कमाते नहीं थे पंकज त्रिपाठी, तब पत्नी चलाती थी घर खर्च, फिर ऐसे बदल गई ज़िंदगी

किसी भी इंसान को सफ़लता का शिखर छूने के लिए संघर्ष और कड़ी मेहनत की भट्टी में तपना पड़ता है. तब ही जाकर वह देश-दुनिया में अपना नाम कर पाता है. आज के इस लेख में हम आपसे हिंदी सिनेमा के एक ऐसे अभिनेता से बात करेंगे जिसमें अर्श से फर्श तक का सफ़र तय किया है और इसके पीछे रही है उसकी कड़ी मेहनत और कठोर संघर्ष. उसने अपने जीवन में बुरे दिन भी देखें और आज वह अभिनेता हिंदी सिनेमा पर राजा कर रहा है. इस मशहूर अभिनेता का नाम है पंकज त्रिपाठी. बेशक आप सभी इस नाम से बहुत अच्छे से परिचित होंगे.

पंकज त्रिपाठी हिंदी सिनेमा के एक मंझे हुए अभिनेता है. वे अब तक बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों में काम कर चुके हैं. पंकज त्रिपाठी अपने लंबे फ़िल्मी करियर में साइड और सहायक रोल में देखने को मिले हैं. हालांकि उनकी लोकप्रियता किसी मुख्य कलाकार से कम नहीं है. उनके सधे हुए और बेहतरीन अभिनय का हर कोई दीवाना है. हिंदी सिनेमा में पंकज ने अपनी एक ख़ास और अलग पहचान बनाई है.

44 साल के पंकज त्रिपाठी का जन्म 5 सितंबर 1976 को बिहार के बेलसंद में हुआ था. बिहार के एक छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने सपनों के शहर मुंबई में खुद को स्थापित किया और यहां रहने वाले सिनेमा दिग्गज़ों और बड़े सितारों में आज उनका नाम भी प्रमुखता से लिया जाता है. अपनी गजब की अदाकारी और संवाद शैली से पंकज त्रिपाठी ने दर्शकों को अपना मुरीद बना लिया.

पंकज त्रिपाठी ने शायद ही कभी यह सोचा हो कि वे कभी हिंदी सिनेमा और करोड़ों दर्शकों के दिलों पर राज कर पाएंगे. हालांकि आज उनके साथ ऐसा ही होता है. कभी वे मुंबई के अंधेरी में सडकों पर घूम-घूम कर लोगों से काम मांगा करते थे और कहते थे कि “कोई एक्टिंग करवा लो, कोई एक्टिंग करवा लो.” जबकि आज आलम यह है कि, पंकज त्रिपाठी के पास फिल्मों की लाइन लगी हुई है. उनका किसी फिल्म में होना फिल्म के सफ़ल होने की गारंटी माना जाता है.

पंकज त्रिपाठी की बेहतरीन अदाकारी को हम सभी ने गैंग्स ऑफ वासेपुर’,‘बरेली की बर्फी’, ‘लुकाछिपी’, ‘न्यूटन’ जैसी और भी कई ढेरों फिल्मों में देखा है. वहीं फिर वेबसीरीज ‘मिर्ज़ापुर’ के कालीन भइया, ‘सेक्रेड गेम्स’ के गुरू जी हों या वासेपुर के सुल्तान हर किरदार में पंकज छा गए. वे लगातार सफ़लता की सीढ़ी चढ़ते गए. हालांकि उन्होंने अपने जीवन में मुश्किल दौर भी देखा. एक समय तो उनका घर खर्च उनकी पत्नी चलाया करती थी. पंकज ने खुद इस बात का ख़ुलासा अपने साक्षात्कार में किया था.

पंकज बता चुके हैं, फिल्मों में कदम रखने के बावजूद एक समय उनके पास पैसों की कमी थी. यहां तक कि वे अपने घर का खर्च तक नहीं चला पाते थे, लेकिन इस मुश्किल घड़ी में घर खर्च उनकी पत्नी मृदुला त्रिपाठी चलाती थी. पंकज ने अपने साक्षात्कार में कहा था कि, ‘ईमानदारी से बताऊं तो मैंने साल 2004 से 2010 के बीच कुछ भी नहीं कमाया. मेरी पत्नी ही घर का सारा खर्च उठाती थी. मैं अंधेरी में घूमता था और लोगों से कहता था ‘कोई एक्टिंग करवा लो, कोई एक्टिंग करवा लो.’

पंकज त्रिपाठी ने आगे बताया था कि, ‘उस वक्त तो कोई भी उनकी बातें नहीं सुनता था. ना ही काम देता था, लेकिन आज उन्हें फिल्में पार्किंग लॉट में ही मिल रही हैं. निर्देशक पार्किंग लॉट में ही मेरा इंतजार कर रहे होते हैं और पूछते हैं कि ,मैं आपके साथ फिल्में करना चाहता हूं.’

वर्कफ़्रंट की बात करें तो इन दिनों पंकज फिल्म ‘मिमी’ में देखने को मिल रहे हैं. यह फिल्म बीते माह प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म में पंकज अभिनेत्री करती सेनन के साथ अहम रोल में नज़र आ रहे हैं. इस फिल्म में भी पंकज त्रिपाठी के काम को काफी सराहा जा रहा है गौरतलब है कि, इस साल पंकज बेस्ट एक्टर के राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किए गए हैं.

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