कपूर परिवार के इस सितारा ने देखा था सबसे बुरा समय, सब कुछ बिका लेकिन किसी के आगे झुका नहीं

हिंदी सिनेमा में कपूर खानदान का काफी योगदान रहा है. इस खानदान की कई पीढ़ियों ने बॉलीवुड में काम किया है साथ ही अभी भी एक्टिव है. पृथ्वीराज़ कपूर से लेकर रणबीर कपूर तक इस परिवार ने देश के लोगों को काफी एंटरटेन किया है. कपूर परिवार में से एक शशी कपूर भी एक बेहतरीन अभिनेता थे. शशि कपूर ने अपनी एक्टिंग से लोगो को अपना दीवाना बना दिया था.
70 के दशक में देश की ऐसी कोई लडकी नही होगी जिसका दिल शशि कपूर पर न आया हो. शशि कपूर पृथ्वीराज कपूर के चार बच्चों में सबसे छोटे थे. उनका जन्म 18 मार्च 1938 को हुआ था. उनका बचपन का नाम बलबीर राज कपूर था.
शशि कपूर ने अपने बचपन में ही फ़िल्मी दुनिया में कदम रख दिया था. ये कपूर खानदान के ऐसे पहले वारिस थे जिसने एक विदेशी महिला के साथ शादी की थी. शशि कपूर ने 20 साल की उम्र में खुद से पांच साल बड़ी जेनिफर से शादी कर ली थी, जिनसे इनके 3 बच्चे हुए थे. अभिनेता को 2011 में इन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. साल 2014 में शशि कपूर को दादासाहेब फालके अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका हैं. शशि कपूर को तीन बार नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है.
अभिनेता की पत्नी कैंसर की वजह से 1984 में इस दुनिया को अलविदा कह गई थी. पत्नी के मौत के गम से शशि भी टूट गए थे. उन्होंने अपना ध्यान रखना छोड़ दिया था. 4 दिसम्बर 2017 को मुंबई के महाराष्ट्र में इनका देहांत हो गया. शशि कपूर अपने दौर के सबसे बड़े सुपरस्टारों में से एक थे. लेकिन आज हम आपको उनके उस दौर के बारे में बता रहे है, जिस समय में उन्होंने अपनी सबसे बड़ी बर्बादी देखी थी. इस दौर में उनका सबकुछ बिक गया था.
शशि कपूर ने अपनी जिंदगी में कुछ ऐसी गलतियां कर दी थी जिसके कारण उन्हें आर्थिक नुकसान तक उठाना पड़ा था. उनकी हालत इतनी खराब हो गयी थी कि गुजारा करने के लिए उन्हें अपने घर का सामान तक बेचना पड़ गया था. 60 के दशक में उन्हें फिल्मो में काम मिलना बंद हो गया था. शशि की इस हालत का खुलासा खुद उनके बेटे कुनाल कपूर ने किया था. कुनाल के मुताबिक पापा और मम्मी ने रुपयों के लिए अपना घर में रखा सामान बेचा था.
शशी कपूर की इस हालत देखकर कोई भी एक्ट्रेस उनके साथ काम करने को तैयार नहीं थी. मगर जब नंदा ने उनके साथ जब फूल खिले फिल्म में काम किया तो यह फिल्म बड़ी हिट साबित हुई थी. इस फिल्म के हिट होने के साथ ही अभिनेता का अच्छा समय लौट आया था. शशी कपूर ने एक इन्टरव्यू के दौरान बताया था कि वे पढाई में अच्छे नही थे और खुद को मेट्रिक फ़ैल बताते हुए उन्होंने कहा था कि पास न होने पर पिता ने उन्हें डांटा नही था बल्कि दोबारा इग्जाम देने के लिए कहा.
गौरतलब है कि शशि कपूर को अपनी पहली फिल्म के लिए 75 रूपये मिले थे. उन्होंने भारतीय सिनेमा को बहुत शानदार फिल्में दी है. लेकिन शशि-अमिताभ की जोड़ी ने सिनेमा को एक अलग ही दौर में पंहुचा दिया था. फिल्म ‘दीवार’, ‘नमक हलाल’, ‘कभी कभी’, ‘सिलसिला’, ‘सुहाग’, ‘त्रिशूल’, ‘दो और दो पांच’, ‘शान’, ‘काला पत्थर’ जैसी तमाम फिल्मों में इन बड़े कलाकारों ने साथ में काम किया है.