जब प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को मांगनी पड़ी थी मीना कुमारी से माफ़ी, क्या थी वजह
हिंदी सिनेमा की खूबसूरत अदाकारा मीना कुमारी का नाम शायद कोई ऐसा शख्स होगा जिसने ना सुना हो। बॉलीवुड की ‘ट्रेजेडी क्वीन’ कही जाने वाली मीना कुमारी ने कई सालों तक हिंदी सिनेमा पर राज किया और लाखों दिलों की पसंद बनी रही। बहुत कम लोग जानते हैं कि मीना कुमारी ना सिर्फ एक अच्छी अभिनेत्री थी बल्कि वह बेहद शानदार शायर और गायिका भी थी। मीना कुमारी ने अपने करियर की शुरुआत साल 1939 में फिल्म ‘लेदरफेस’ से की थी। वैसे तो मीना का असली नाम महजबीन है लेकिन उन्हें दुनिया मीना कुमारी के नाम से जानती है।
कहा जाता है कि ना सिर्फ गुजरे जमाने में बल्कि आज भी बॉलीवुड में ऐसी कोई अदाकारा नहीं है जो मीना कुमारी की बराबरी कर सकती है। एक समय पर ना सिर्फ अभिनेता बल्कि निर्माता-निर्देशक हर कोई मीना कुमारी के साथ काम करना चाहते थे। मीना जब बाहर निकलती थी तो उनकी एक झलक देखने के लिए लोग बेताब रहते थे। लेकिन मीना कुमारी से जुड़ा एक किस्सा ऐसा भी है जब देश के प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री उन्हें पहचान नहीं पाए थे और उन्होंने यह तक पूछ लिया था कि यह महिला कौन है?
दरअसल, बात उस समय की है जब मीना कुमारी अपनी फिल्म ‘पाकीजा’ की शूटिंग कर रही थी। इस दौरान मुंबई के एक स्टूडियो में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को शूटिंग देखने के लिए बुलाया गया था। ऐसे में लाल बहादुर शास्त्री मना नहीं कर पाए और वह शूटिंग देखने पहुंचे जहां उनका बेहद शानदार तरीके से स्वागत हुआ। स्टेज पर मीना कुमारी ने शास्त्री जी को माला पहनाई।
इस दौरान स्टेज पर कई सारे अभिनेता भी मौजूद थे, ऐसे में धीमी आवाज में लाल बहादुर शास्त्री ने पूछा कि ये महिला कौन है? वहां मौजूद कुलदीप नैय्यर, शास्त्री की यह बात सुनकर हैरान हो गए और वह कहने लगे कि क्या आप सच में इस महिला को नहीं जानते? हालांकि फिर कुलदीप ने शास्त्री जी को बताया कि यह महिला मशहूर अभिनेत्री मीना कुमारी है, लेकिन अब तक भी शास्त्री जी मीना कुमारी को पहचान नहीं पाए थे। ऐसे में फिर शास्त्री जी ने सार्वजनिक तौर पर इस बात को स्वीकार भी किया था और उन्होंने मीना कुमारी से माफी भी मांगी थी।
कुलदीप नैयर ने अपनी बुक ‘ऑन लीडर्स एन्ड आइकॉन फ्रॉम जिन्नाह’ में इस बात का खुलासा करते हुए लिखा कि, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि कोई व्यक्ति मीना कुमारी को भी नहीं पहचान सकता। हालांकि शास्त्री जी ने पूरी ईमानदारी से स्पीच के दौरान बताया कि, “माफ करिएगा मीना जी मैं आपको नहीं जानता और मैंने आपका नाम पहली बार सुना है।”
इसके बाद प्रधानमंत्री ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए मीना कुमारी से माफी भी मांगी थी। लेकिन इस दौरान मीना कुमारी के चेहरे का रंग उड़ चुका था। क्योंकि ये एक ऐसा समय था जब मीना कुमारी का नाम हर किसी की जुबान पर था। हर तरफ उनकी खूबसूरती के चर्चे होते थे और उनके अभिनय को खूब पसंद किया जाता था। ऐसे में भारत के दूसरे प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री उन्हें पहचान नहीं पाए तो उन्हें काफी बुरा लगा।
बता दें, मीना कुमारी की फिल्म ‘पाकीजा’ 4 फरवरी 1972 को रिलीज हुई थी और इस फिल्म को खूब पसंद किया गया था। इतना ही नहीं बल्कि मीना कुमारी की फिल्म पाकीजा एक ऐतिहासिक फिल्म मानी जाती है जिसे दर्शक आज भी देखना पसंद करते हैं। कहा जाता है कि इस फिल्म के रिलीज के 3 हफ्ते बाद ही मीना कुमारी की तबीयत खराब हो गई थी जिसके बाद उन्हें सेंट एलिज़ाबेथ नर्सिंग होम में भर्ती करवाया गया था, लेकिन 30 मार्च 1972 को उनका निधन हो गया।