शाहरुख़ खान ने बेटे की रिहाई के लिए उतारी दिग्गज वकीलों की फौज, जानिए कौन हैं मुकुल रोहतगी
ड्रग्स केस में फंसे शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को भी आर्यन खान को जमानत नहीं मिली। वहीं शाहरुख खान बेटे की रिहाई के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं लेकिन फिर भी उन्हें कामयाबी हाथ नहीं लग रही है। इतना ही नहीं बल्कि बेटे की रिहाई के लिए शाहरुख खान देश के बड़े से बड़े लॉयर हायर कर चुके हैं लेकिन कोई भी आर्यन खान की रिहाई करवाने में कामयाब नहीं हो पाया।
इसी बीच आर्यन खान के केस को देश के पूर्व अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी के हाथों में सौंपा में गया है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि, जल्द ही आर्यन खान को रिहाई मिल जाएगी। आइए जानते हैं कौन है मुकुल रोहतगी?
बता दें, मुकुल रोहतगी का नाम देश के दिग्गज वकीलों में लिया जाता है। कई केस में सफलता हासिल करने के बाद रोहतगी के हाथ में सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का भी केस है। रोहतगी इससे पहले भी देश के कई चर्चित मुकदमों में पैरवी कर चुके हैं जिसमें उनको सफलता भी हासिल हुई है। इससे पहले शाहरुख खान बेटे आर्यन खान की रिहाई के लिए मुंबई के मशहूर वकील सतीश शिंदे और अमित देसाई जैसे वकील को हायर कर चुके हैं लेकिन फिर भी उन्हें किसी तरह कामयाबी हाथ नहीं लगी। अब ऐसे में आर्यन खान की जमानत की पैरवी के लिए मुकुल रोहतगी को आगे लाया गया है।
कौन है मुकुल रोहतगी?
आपकी जानकारी के लिए बता दें, मुकुल रोहतगी भारत के 14वें अटॉर्नी जनरल रह चुके हैं। फिलहाल इस पद की कमान देश के सबसे बड़े ऑफिसर वेणुगोपाल के हाथों में है। इससे पहले रोहतगी एडिश्नल सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया (एएसजीआई) भी रह चुके हैं और वह सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ वकील भी हैं। मुकुल रोहतगी के पिता का नाम अवध बिहारी रोहतगी है जो एक मशहूर जस्टिस रहे हैं।
मुकुल रोहतगी ने मुंबई के ही गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में योगेश कुमार संभरवाल के साथ लॉ की प्रैक्टिस की। साल 1993 में रोहतगी को दिल्ली हाई कोर्ट में सीनियर काउंसल के रूप में चुना गया। इसके बाद उन्हें साल 1999 में एडिश्नल सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया के पद को संभालने का मौका मिला। ना सिर्फ मुकुल रोहतगी बल्कि इनकी पत्नी वसुंधरा भी मशहूर वकील है।
इन मुकदमों में सफलता पा चुके हैं रोहतगी
बता दें, मुकुल रोहतगी ने कई बड़े प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण मामलों की पैरवी की है। इसमें साल 2002 का गुजरात दंगा मामला भी शामिल है। इसके अलावा रोहतगी राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग से संबंधित मामले में भी तर्क दे चुके हैं जिसे एक ऐतिहासिक निर्णय बताया गया था। इसके बाद सीबीआई के स्पेशल जज बीएच लोया की मौत से जुड़े इस केस में भी रोहतगी को महाराष्ट्र सरकार ने स्पेशल प्रॉसिक्यूटर चुना गया है। इतना ही नहीं बल्कि इस केस के लिए मुकुल रोहतगी को करीब 1.20 करोड़ रुपए फीस दी गई है।
फिलहाल मुकुल शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के केस को लेकर सुर्खियों में है और हर किसी को उम्मीद है कि वह आर्यन खान की रिहाई में कामयाब होंगे। बता दें कि, इस केस में मुकुल रोहतगी आर्यन खान के वकील सतीश मानशिंदे और अमित देसाई की टीम की अगुवाई कर रहे हैं। ऐसे में अब देखना होगा कि मुकुल रोहतगी को इस केस में सफलता मिल पाती है या नहीं? बता दें, आर्यन खान को 2 सितंबर को मुंबई से गोवा जा रहे हैं क्रूज में चल रही रेव पार्टी में छापेमारी के दौरान पकड़ा था। इसके बाद से ही आर्यन खान मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में बंद है।