इस दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो निस्वार्थ देश की सेवा करते हैं और परिवर्तन लाने के लिए अपना पूरा जीवन लगा देते हैं। कुछ लोग तो गुमनामी की जिंदगी जी कर ही लोगों की सेवा करते हैं तो कुछ लोग देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म पुरस्कार प्राप्त कर सुर्खियों में आते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे ही शख्स के बारे में जिनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है और इन्होंने अपनी सादगी से पीएम सहित हर किसी का दिल जीत लिया है।
दरअसल, सोमवार को भारत के राष्ट्रपति ने 10 को पद्मा विभूषण, 102 को पद्मश्री पुरस्कार साथ ही 7 हस्तियों को पद्म विभूषण से नवाजा गया। इसी में शामिल पर्यावरणविद तुलसी गौड़ा जमकर सुर्खियों में छाई हुई है। इन्हें जंगलों की इनसाइक्लोपीडिया के नाम से भी पहचाना जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, तुलसी गौड़ा को 30 हजार से ज्यादा वृक्ष लगाने और पिछले छह दशकों से पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में शामिल होने के चलते पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। खास बात यह है कि जब तुलसी गौड़ा अपना अवॉर्ड लेने पहुंची तो वह नंगे पांव थी और उनकी इस सादगी ने हर किसी का ध्यान खींचा। न सिर्फ पीएम मोदी ने उनके सामने प्रणाम किया बल्कि सोशल मीडिया पर भी उनकी तस्वीरें खूब वायरल हो रही है।
Tulsi Gowda, true pride of mother India ?
In the last 6 decades, she has planted more than 30,000 saplings and has been involved in environmental conservation.
Our Govt has recognized a true gem, congratulations #TulsiGowda, on your Padma Shri award! #PeoplesPadma pic.twitter.com/agsUILZE9m
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) November 9, 2021
जब तुलसी गौड़ा अपना अवॉर्ड लेने पहुंची तो वह पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में थी और उन्होंने अपने पांव में भी कुछ नहीं पहना हुआ था। इस दौरान राष्ट्रपति भवन में बैठे सारे लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। वहीं कतार में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी तुलसी गौड़ा का अभिवादन किया। वायरल हो रही तुलसी गौड़ा की इन तस्वीरों को ‘पिक्चर ऑफ द डे’ माना जा रहा है तो कोई इसे लोकतंत्र की ताकत बता रहे हैं। बता दें, इससे पहले तुलसी गौड़ा को ‘इंदिरा प्रियदर्शनी वृक्षामित्र अवॉर्ड्’ ‘राज्योत्सव अवॉर्ड’ और ‘कविता मेमोरियल’ जैसे अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
बता दें कि, तुलसी गौड़ा कर्नाटका की रहने वाली है और वह हलक्की जनजाति से ताल्लुक रखती है। तुलसी बहुत गरीब परिवार से हैं और वह प्रकृति से बहुत प्रेम करती है। इतना ही नहीं बल्कि प्रकृति से उन्हें इतना लगाव है कि वह अपना सारा दिन जंगल में ही बिताती है। खास बात यह है कि पूरा दिन जंगल में रहने के कारण उन्हें जड़ी बूटियों का भी अच्छी खासी जानकारी मिल चुकी है। उन्होंने अकेले के दम पर ही 30 हजार से अधिक पेड़ पौधे लगाए हैं।
रिपोर्ट की मानें तो तुलसी गौड़ा महज 10 साल की उम्र से ही पेड़ों के लिए काम करती है और उन्होंने पूरा जीवन पेड़ों की रक्षा करने के लिए ही समर्पित कर दिया है।
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