कभी शराब न पीने वाले जॉनी वॉकर बने थे फिल्मों के सबसे बड़े शराबी, दिलचस्प है उनकी कहानी

हिन्दी सिनेमा (Hindi Cinema) के एक ऐसे अभिनेता जिसने जीवन में कभी शराब को हाथ तक नहीं लगाया, मगर जब भी पर्दे पर शराबी का किरदार निभाया उन्हें देख कर ऐसा लगा कि उनसे बड़ा बेवड़ा इस दुनिया में नहीं होगा. हम किसी और की नहीं बॉलीवुड के दिग्गज कॉमेडियन रहे जॉनी वॉकर (Johnny Walker Birth Anniversary) की बात कर रहे है.
आज 11 नवंबर को उनका जन्मदिन है. 11 नवंबर 1926 को इंदौर में जन्मे वॉकर का असली नाम बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी था. जब वह एक्टिंग की दुनिया में आए तो एक्टर गुरुदत्त ने उनका नाम बदल दिया था.
जॉनी वॉकर के पिता एक फैक्ट्री में मजदूरी किया करते थे. घर की आर्थिक स्तिथि ठीक न होने के कारण जॉनी भी छोटी उम्र से ही काम करने लगे. जब इंदौर में वो फैक्ट्री बंद हुई, तो काम की तलाश में जॉनी वॉकर का पूरा परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया था. जॉनी वॉकर 60,70 के दशक में बॉलीवुड के कॉमेडी किंग रहे हैं.
उन्होंने अपने उम्दा अभिनय से हर किसी का दिल जीत लिया था. आज जॉनी वॉकर की बर्थ एनिवर्सरी पर हम आपको उनके बारे में कुछ दिलचस्प बाते बताते है. जॉनी वॉकर अपनी शराब की एक्टिंग के लिए जाने जाते थे. जॉनी ने फिल्मों में आने से पहले किसी भी तरह की एक्टिंग की क्लास नहीं ली थी. बल्कि वह एक बस कंडक्टर थे.
इस फिल्ममेकर ने उन्हें मिलवाया था गुरु दत्त से
जॉनी फिल्मों में आने से पहले एक बस कंडक्टर हुआ करते थे. ऐसे में उन्हें एक बार बलराज साहनी ने बस में पैसेंजर्स का एंटरटेनमेंट करते हुए देखा था. वह बस में शराबी की एक्टिंग करते हुए लोगों का मनोरंजन करते थे. उस समय बलराज साहनी गुरुदत्त के लिए बाजी लिख रहे थे. उन्होंने ही पहली बार जॉनी को गुरु दत्त से मिलवाया था.
गुरु दत्त उनकी एक्टिंग से काफी इंप्रेस हो गए थे और उन्होंने उन्हें अपनी पहली डायरेक्टोरियल फिल्म में काम दे दिया था. जॉनी ने जब पहली बार गुरु दत्त के सामने शराबी की एक्टिंग की थी तो पहले तो उन्हें गुस्सा आया था कि जॉनी शराब पीकर आ गए हैं. मगर जब उन्हें पता चला की बिना शराब पिए वह एक्टिंग कर रहे हैं तो वह चौंक गए और इंप्रेस होकर काम दे दिया.
‘बाजी’ में पहली बार नजर आने के बाद जॉनी वाकर ने उस समय के सुपरस्टार गुरुदत्त की कई सुपर हिट फिल्मों ‘आर-पार’, ‘प्यासा’, ‘चौदहवीं का चांद’, ‘कागज के फूल’, ‘मिस्टर एंड मिसेज 55’ में काम किया. जॉनी वॉकर ने अपने फिल्मी सफर में तकरीबन 300 फिल्में की थी. इन फिल्मों में ‘हमसफ’र, ‘मुगल-ए-आजम’, ‘बहू बेगम’, ‘जाल’, ‘आंधियां’, ‘नया दौर’, ‘टैक्सी ड्राइवर’, ‘देवदास’, ‘मुधमती,’ ‘गेटवे ऑफ इंडिया,’ ‘मिस्टर एक्स,’ ‘मेरे महबूब,’ ‘साईआईडी’ जैसी सुपरहिट फिल्मे शामिल है. वह 29 जुलाई 2003 को इस दुनिया से रुख्सत हो गए.