होमगार्ड की विदाई पर इंस्पेक्टर ने पैर छूकर लिया आर्शीवाद, भावुक हुए सारे पुलिसकर्मी
एक तरफ जहां पुलिस वालों को सख्त रूप के लिए जाना जाता है तो दूसरी तरफ वह अपने सहकर्मियों के प्रति संवेदनशीलता भी होते हैं। एक ऐसा ही मामला जिले के मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में तैनात रहे होमगार्ड के रिटायरमेंट पर देखने को मिला। रिटायरमेंट आयोजन के दौरान एक इंस्पेक्टर ने होमगार्ड के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया जिसे देख हर किसी की आंखें नम हो गई।
इतना ही नहीं बल्कि ये मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है और रिटायरमेंट आयोजन की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी छायी हुई है।
रिपोर्ट की मानें तो कंकर खेड़ा के पुलिस स्टेशन में होमगार्ड के पद पर तैनात रिछपाल सिंह का विदाई समारोह था। रिछपाल सिंह ने करीब 40 साल पूरी ईमानदारी के साथ अपने विभाग को सेवाएं दी। ऐसे में उनकी विदाई के दौरान पुलिसकर्मियों ने उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया और उन्हें सम्मानित कर विदाई दी।
थाने से विदाई होने के दौरान रिछपाल की आंखें नम थी तो वहीं मौजूद कई पुलिसकर्मी भी भावुक हो गए। इस दौरान सभी ने एक-एक कर होमगार्ड दादा को फूलों की माला पहनाई गई और सच्चे दिल से उनका आशीर्वाद लिया।
कंकरखेड़ा थाने इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने होमगार्ड के पैर छुए और उनसे आशीर्वाद लिया साथ ही उनके सफल जीवन की कामना की। इंस्पेक्टर ने कहा कि होमगार्ड दादा जहां भी जाएंगे हर किसी के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे। विदाई समारोह के दौरान इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने कहा कि,
“रिछपाल पाल सिंह मेरे पिता के समान है और वह पिछले 40 वर्षों से अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी और लगन के साथ निभा रहे हैं इसलिए उनके प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान की भावना है, इसलिए मैंने उनके पैर छुए और आशीर्वाद लिया।”
इंस्पेक्टर और होमगार्ड दादा की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है और लोग पुलिसकर्मियों के इस व्यवहार की खूब तारीफ कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि बहुत कम जगह ऐसे पुलिस कर्मी देखने को मिलते हैं जो अपने से कम रैंक वाले से कर्मी के पैर छूते हैं और उनसे आशीर्वाद लेते हैं। ऐसे में इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर की हर तरफ तारीफ हो रही है। वहीं सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरों को खूब पसंद किया जा रहा है।
खबरों के मुताबिक रिछपाल सिंह साल 1981 में होमगार्ड के पद पर तैनात हुए थे। उन्होंने बताया कि इन 40 वर्षों में उनके कई पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर हुआ और उन्होंने हर जगह पूरी ईमानदार से अपनी सेवाएं दी। कंकर खेड़ा स्थित इस पुलिस स्टेशन में उनका आखिरी कार्यकाल था जहां पूरे पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में उनकी धूमधाम से विदाई की गई।