जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं किसी भी संयुक्त परिवार के अंदर सास और बहू ज्यादा से ज्यादा समय एक दूसरे के साथ गुजारती हैं। सास और बहू दोनों पर ही घर की जिम्मेदारी होती है। दोनों ही मिलकर घर के कामकाज संभालती हैं। इसके अलावा घर में अशांति का मुख्य कारण भी सास और बहू के कटु संबंध माने गए हैं। अक्सर देखा गया है कि सास-बहू की नोक-झोंक की वजह से घर में अशांति का वातावरण फैल जाता है। सास और बहू के बीच विवाद की वजह से परिवार के सभी सदस्य परेशान रहते हैं।
अक्सर हम सभी लोग खबरों में सास-बहू की नोकझोंक के कई मामले सुनते रहते हैं। सोशल मीडिया पर भी सास और बहू के लड़ाई झगड़े के कई वीडियोस और तस्वीरें वायरल होती रहती है। खैर, जैसे जैसे समय बदल रहा है वैसे वैसे लोगों के अंदर बदलाव भी देखने को मिल रहा है। कई घरों के अंदर सास-बहू का रिश्ता बहुत ही खास रहता है। इसी बीच महाराष्ट्र के वाशिम में एक ऐसी भी सास है जिसके बारे में जानकर आप भी उसकी तारीफ करेंगे।
दरअसल, यहां पर सास हर वर्ष अपनी बहुओं को 3 दिन तक लक्ष्मी की तरह पूजती है। इतना ही नहीं बल्कि वह अपनी बहुओं के पैर भी धोती है और 3 दिनों तक सास अपनी बहुओं को कोई भी काम करने नहीं देती है। इस जगह पर सास और बहू के रिश्ते की अनोखी मिसाल देखने को मिली है।
भले ही कुछ लोगों का नजरिया सास और बहू के रिश्ते को लेकर अलग है परंतु आज हम आपको जिस सास और बहू के रिश्ते के बारे में बताने जा रहे हैं उसको जानने के बाद आपका भी नजरिया बदल जाएगा। आप लोगों ने सास-बहू के रिश्ते को लेकर कई बार नकारात्मक बातें सुनी होंगी लेकिन महाराष्ट्र के वाशिम में एक ऐसी सास है जो गौरी पूजन के समय अपनी बहुओं को लक्ष्मी जी का रूप देकर 3 दिनों तक उनकी सेवा करती है।
वाशिम में रहने वाली जिस सास के बारे में हम बता रहे हैं उसका नाम सिंधुबाई सोनूने है, जो पिछले 3 से 4 सालों से हर गौरी पूजन के दिन अपनी बहुओं को सजाती है और उनकी पूजा करती है। इतना ही नहीं बल्कि वह अपनी अपनी बहुओं के पैर धो कर उनका आशीर्वाद भी लेती है। जो भी सास-बहू के इस रिश्ते के बारे में जान रहा है वह सास की खूब तारीफ कर रहा है।
सिंधुबाई का ऐसा बताना है कि मेरी बहुएं 12 महीने मेरी और हमारे घर के सदस्यों की देखभाल करती हैं। आधी रात में भी कोई तकलीफ होती है तो मेरी बहू सहायता के लिए तुरंत तैयार रहती हैं। उन्होंने बताया कि अगर उसे प्रेम दिया जाए तो अपनी बहू, बेटी भी बन सकती है। सिंधुबाई ने घर की बहुओं को साक्षात लक्ष्मी बनाकर उनकी पूजा अर्चना कर एक मिसाल पेश की है।
वहीं बहू का ऐसा बताना है कि इस तरह से उनको बहुत खुशी प्राप्त होती है। हर घर में सास और बहू के बीच ऐसा ही अच्छा रिश्ता होना चाहिए। अगर हर सास-बहू के बीच ऐसा रिश्ता हो तो किसी घर में कलह नहीं होगा। परिवार में खुशियां बनी रहेंगी।