विशेष

बेसहारा लड़कियों के हाथ पीले हाथ कर MLA ने किया कन्यादान, बोले- 5000 बेटियों की कराऊंगा शादी

कन्यादान को सबसे बड़ा दान कहा जाता है। शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि कन्या दान करने से एक अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है। जिस पिता को अपनी बेटी का कन्यादान करने का मौका मिलता है, वह बहुत भाग्यशाली माना जाता है। कन्यादान एक पवित्र परंपरा होती है। इसके अलावा अक्सर देखा गया है कि कई बेटियां ऐसी भी होती हैं, जिनका कन्यादान करने वाला कोई नहीं होता है। ऐसी बेटियों के लिए बहुत से लोग पिता के रूप में सामने आते हैं।

आज हम आपको दौसा जिले के महुआ से निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला जी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके निवास पर रविवार को शहनाई गूंज रही थी। जी हां, देवउठनी एकादशी पर आयोजित सर्वजातीय विवाह सम्मेलन में विधायक जी ने महज ₹1 में 21 बेटियों की शादी कराई है। विधायक के उकरूंद स्थित निवास पर आयोजित इस विवाह सम्मेलन में उन्होंने अपनी पत्नी के साथ वर-वधू के हाथ पीले कर कन्यादान किया और उपहार दिए।

सुबह से ही विधायक के निवास सेवाधाम रामकुटी पर चहल-पहल नजर आ रही थी। बारात के लिए सभी प्रकार के इंतजाम हो रखे थे। दोपहर को जब बारात पहुंची तब विधायक जी भी पहुंचे और उन्होंने बारातियों का स्वागत किया। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने अपने हाथों से सभी को भोजन भी परोसा था। इसके बाद उन्होंने तोरण की रस्म निभाई और सभी जोड़ों के वैदिक परंपरा के साथ फेरे भी कराएं।

विधायक और उनकी पत्नी ने सभी जोड़ों के पीले हाथ कर उपहार भी दिए और वर-वधू को दोनों ने आशीर्वाद भी दिया था। नव दंपतियों को जरूरी घरेलू सामान देकर विदाई की। सात फेरे लेने के बाद सभी नव दंपतियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। जब विदाई का वक्त आया तो विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के चेहरे पर भावुकता साफ साफ नजर आ रही थी।

विधायक का ऐसा कहना है कि वह यह कार्य पिछले 13 सालों से लगातार करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि सबके सहयोग से सर्वजातीय विवाह सम्मेलन आयोजित कर समाज के अभावग्रस्त लोगों की सहायता करने की कोशिश की जा रही है। विधायक ने इस दौरान लोगों को यह भी कहा था कि महुआ क्षेत्र में जन्म लेने वाली हर बेटी मेरी बेटी है और जरूरत पड़ने पर मैं उसके घर पर एक पिता और भाई के रूप में मौजूद रहूंगा। विधायक ने कहा कि कम से कम 5000 बेटियों की शादी कराने का मैंने संकल्प लिया है।

विधायक हुड़ला का ऐसा कहना है कि कोरोना के बीच बहुत से परिवार उजड़ गए और अनेकों बेटियां अनाथ हो गईं। ऐसी स्थिति में उन्होंने प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को चिट्ठी लिखकर यह आग्रह किया कि कोरोना काल दौरान जो भी बेटियां अनाथ हुई हैं, उनकी जानकारी उपलब्ध कराएं और उन सभी बेटियों की शादी उन्होंने खुद कराने की बात कही थी।

आपको बता दें कि विधायक 14 फरवरी 2023 को अगला विवाह सम्मेलन आयोजित करेंगे और इस दौरान उन्होंने यह ऐलान किया है कि वह 501 बेटियों की शादी कराएंगे। वैसे देखा जाए तो विधायक जो नेक कार्य कर रहे हैं, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए उतनी ही कम है।

Related Articles

Back to top button