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कोरोना के ‘नए रूप’ ने बढ़ाई सबकी टेंशन, भारत सरकार ने आज बुलाई आपातकाल बैठक

ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया प्रकार तेजी से फैल रहा है और काफी अधिक लोग इस नए प्रकार के वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। वायरस को फैलता देख ब्रिटेन सरकार द्वारा फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है और वायरस के नए प्रकार के नियत्रंण से बाहर होने की चेतावनी भी जारी कर दी गई है। इस देश के एक मंत्री के अनुसार डेनमार्क, नीदरलैंड्स और ऑस्ट्रेलिया में पहचाना जा चुका कोरोना वायरस का नया प्रतिरूप अपने मूल रूप के मुकाबले 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। लेकिन इस बात के सबूत नहीं है कि ये ज्यादा घातक और गंभीर बीमारी का कारण है या नहीं।

ब्रिटेन सरकार ने हाल ही में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के कहर बरपाना की बात कही थी और इसके चलते ही अब सरकार ने टियर 4 के प्रतिबंध का एलान किया है। टियर 4 सबसे कड़ा प्रतिबंध होता है। इसे ब्रिटेन के कुछ इलाकों में लागू कर दिया गया है। सरकार ने सख्त चेतावनी दी है कि टियर 4 क्षेत्रों में जिम, स्वीमिंग पूल जैसी जगहों को बंद रखा जाएगा। स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने बताया कि ब्रिटेन में लगाए गए नए टियर 4 प्रतिबंधों को जल्द नहीं हटाया जाएगा। नए स्ट्रेन को काबू करना मुश्किल है।

इंग्लैंड में नया टियर 4 प्रतिबंध के कारण हजारों जिम, पूल और अवकाश केंद्र प्रभावित हुए हैं। हालांकि नए नियमों के तहत, आउटडोर खेल सुविधाएं जिनमें गोल्फ कोर्स, टेनिस कोर्ट और आउटडोर स्विमिंग पूल को खोलने की अनुमति है।

भारत की भी बढ़ी चिंता

ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के 70 फीसदी ज्यादा घातक प्रतिरूप से भारत की भी चिंता बढ़ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश को इसकी चपेट में आने से बचाव के कदम तय करने के लिए सोमवार को बैठक बुलाई है। एक सूत्र के अनुसार ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए प्रतिरूप पर चर्चा के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) की अध्यक्षता में सोमवार को संयुक्त निगरानी समूह की बैठक होगी। भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रतिनिधि डॉ. रॉडरिको एच. ऑफ्रिन के भी बैठक में शामिल होने की संभावना है।

बता दें कि कई यूरोपीय देशों ने पहले ही वायरस के इस घातक प्रतिरूप का प्रसार रोकने के लिए ब्रिटेन से आने वाले विमानों पर पाबंदी लगा दी है। ब्रिटेन के लिए यात्रा पर प्रतिबंध घोषित करने वाले देशों में फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, इटली और स्वीडन प्रमुख गैं। जबकि चेक रिपब्लिक ने ब्रिटेन से आने वालों के लिए क्वारंटीन घोषित किया है।

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