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स्नान कराते समय लड्डू गोपाल का टूटा हाथ, बिलख-बिलख कर रोने लगा पुजारी,इलाज कराने पहुंचा अस्पताल

देश-दुनिया से आए दिन कोई ना कोई नई ताजा खबर निकल कर सामने आ ही जाती है, जिनमें से कुछ खबरें ऐसी होती हैं जो काफी हैरत में डाल देती हैं। वहीं कुछ खबरें ऐसी भी होती हैं, जो इंसान को भावुक कर देती हैं। इसी बीच आगरा से कन्हैया की भक्ति में डूबने का एक बहुत अजब-गजब मामला निकल कर सामने आया है। दरअसल ताज की नगरी में भगवान भगवान श्री कृष्ण जी की अटूट भक्ति का एक बहुत ही भावुक कर देने वाला मामला सामने आया है। शुक्रवार के दिन एक पुजारी लड्डू गोपाल जी को स्नान करवा रहा था, इसी दौरान लड्डू गोपाल जी की प्रतिमा उसके हाथ से छूटकर नीचे गिर गई, जिसके कारण लड्डू गोपाल जी की मूर्ति टूट गई।

जब पुजारी ने भगवान लड्डू गोपाल की टूटी हुई मूर्ति देखा तो वह बिल-बिलख कर रोने लगा। आंखों में आंसू लिए उस पुजारी ने लड्डू गोपाल की टूटी हुई मूर्ति को कपड़े में लपेटा और उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंच गया। अस्पताल पहुंचने के बाद वह लाइन में लगकर पर्ची बनवाने लगा। इस दौरान पुजारी की आंखों से आंसू रुक नहीं पा रहे थे, वह लगातार रो रहा था और वह लड्डू गोपाल जी की मूर्ति की इलाज की गुहार लगा रहा था। पुजारी अस्पताल में लड्डू गोपाल जी को एडमिट कराने की जिद पर अड़ा रहा।

हम आपको जिस घटना के बारे में बता रहे हैं यह शाहगंज के खासपूरा इलाके के पथवारी मंदिर से सामने आया है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस मंदिर का पुजारी जिसका नाम लेख सिंह है, वह करीब 25 से 30 वर्षों से मंदिर के अंदर विराजमान लड्डू गोपाल जी की सेवा करता आ रहा है। जब पुजारी लेख सिंह शुक्रवार की सुबह 5:00 बजे लड्डू गोपाल जी को नहला रहा था तो अचानक ही उसके हाथों से मूर्ति नीचे गिर गई, जिसकी वजह से लड्डू गोपाल की मूर्ति का एक हाथ टूट गया था।

पुजारी ने जब देखा कि लड्डू गोपाल का हाथ टूट गया तो वह रोने लगा और वह उसने खुद खपच्ची बांधी और दर्द का मरहम लगाकर 8:00 तक भगवान को गोदी में बिठा कर इंतजार करता रहा। अस्पताल के अंदर लड्डू गोपाल का इलाज करने के लिए कोई भी तैयार नहीं हो रहा था और ना ही इलाज की पर्ची बनाई गई, जिसके चलते पुजारी बहुत ज्यादा परेशान हो गया।

लड्डू गोपाल को इलाज ना मिलने की स्थिति में पुजारी इतना दुखी हुआ कि वह अपना सिर रेलिंग पर जोर-जोर से मारने लगा और रोता बिलखता रहा। वह इतना दुखी हो गया था कि वह रोते-रोते बेहोश तक हो गया, जिसके बाद वहां पर लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। सुरक्षाकर्मियों ने भी पुजारी को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन पुजारी तो अपने लड्डू गोपाल जी को अस्पताल में एडमिट कराना चाहता था, ताकि उनका इलाज हो सके।

पुजारी अपने लड्डू गोपाल का इलाज कराने की जिद पर अड़ा रहा और वह अस्पताल में ही लगातार रोता रहा। जब पुजारी लड्डू गोपाल के टूटे हुए हाथ का प्लास्टर कराने के लिए पर्चा बनवाने के लिए गया तो गार्ड ने भी उसे वहां से भगा दिया था। जब स्टाफ के प्रमुख अधीक्षक ने रोते हुए पुजारी को देखा तो उन्होंने बताया कि उनका पर्चा बनवा कर हाथ की पट्टी कर दी गई। प्रमुख अधीक्षक डॉ. एके अग्रवाल का ऐसा कहना है कि श्री कृष्ण पिता का नाम श्री भगवान के नाम से पर्चा बनवाया गया।

प्रमुख अधीक्षक ने बताया कि इसके बाद सीएसएम अशोक कुमार ने अपने केबिन को ऑपरेशन थिएटर बनाते हुए सबको बाहर निकाल दिया। डॉक्टर ने लड्डू गोपाल जी की मूर्ति का प्लास्टर किया और अपने हाथों से पुजारी जी को सौंप दिया। डॉ. एके अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने इस प्रकार का मामला पहली बार देखा है। पुजारी की इस भक्ति को देखकर वहां पर लड्डू गोपाल जी के दर्शन करने के लिए लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई थी। पुजारी की ये अटूट भक्ति चर्चा का विषय बनी हुई है।

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