एक राज को छुपाने के लिए राजकुमार का अंतिम संस्कार गुपचुप तरीके से कर दिया गया था, अब हुआ खुलासा
अपनी दमदार आवाज और जबरदस्त डायलॉग डिलीवरी के लिए मशहूर अभिनेता राजकुमार लाखों लोगों के दिलों पर राज करते थे। कम समय में ही राजकुमार ने हिंदी सिनेमा में अपनी एक खास पहचान बनाई थी। राजकुमार फिल्मों के साथ-साथ अपने खास अंदाज के लिए भी जाने जाते थे। वह एक ऐसे सुपरस्टार थे जो शानो शौकत से जीते थे और वह अपनी शान में कोई कमी नहीं आने देते थे।
राजकुमार को जरा भी फर्क नहीं पड़ता था कि, कौन उनसे नाराज है? और कौन उनसे खुश है? वह अपने बेबाक बयान के लिए भी मशहूर थे। उन्हें दोहरी बात करना पसंद नहीं थी वह जो भी बोलते थे सच बोलते थे। लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब यह सुपरस्टार किसी से रूबरू हुए ही दुनिया से चला गया और किसी को भी इसके अंतिम दर्शन नहीं हुए। राजकुमार की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार गुपचुप तरीके से किया गया था और उनके निधन की खबर किसी को भी नहीं दी गई थी। आइए जानते हैं आखिर क्यों राजकुमार का अंतिम संस्कार लोगों से छुपाकर किया गया था?
80 के दशक में लाखों दिलों पर राज करने वाले राजकुमार को देखने के लिए लोग बेताब रहते थे। राजकुमार एक ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने हिंदी सिनेमा की रियासत को संभाला था और उन्होंने कभी भी अपने स्टारडम को खुद के ऊपर हावी नहीं होने दिया। कहा जाता है कि, राजकुमार को अपनी मौत का एहसास पहले से ही हो गया था और उन्होंने अपने परिवार वालों को भी यह बात बता दी थी।
कहा जाता है कि, राजकुमार ने फिल्म ‘मरते दम तक’ में अपनी मौत का एक सीन फिल्माया था। इस सीन में बकायदा राजकुमार की अंतिम यात्रा निकाली गई थी और उन्हें फूलों की माला पहनाई गई थी। इस दौरान फिल्म के डायरेक्टर मेहुल कुमार को राजकुमार ने कहा था कि “जानी अब पहना लो हार… जब जाएंगे तो आपको पता भी नहीं चलेगा कि हम कब गए।” राजकुमार की ये बातें सुनकर मेहुल कुमार काफी सोच में पड़ गए।
इसके बाद रात को मेहुल कुमार ने राजकुमार से पूछा कि उन्होंने शूटिंग के वक्त ऐसा क्यों कहा था। ऐसे में राजकुमार ने बताया था कि, “जानी हमारी अंतिम यात्रा को लोग तमाशा बना देंगे। लोग अच्छे-अच्छे सफेद कपड़े पहनकर आएंगे। फिर मीडिया वालों की भी भीड़ होगी। इस दौरान एक मरे हुए आदमी को रिस्पेक्ट देने के बजाय उसे एक तमाशा बना दिया जाता है। मैं चाहता हूं कि मेरी अंतिम यात्रा में मेरे परिवार के सिवा कोई अन्य व्यक्ति ना हो।”
खबरों की माने तो राजकुमार को गले में कैंसर हो गया था जिसके चलते उन्हें सांस तक लेने में तकलीफ होने लगी थी। लेकिन राजकुमार नहीं चाहते थे कि, उनके परिवार के सिवाय किसी और को उनकी बीमारी के बारे में पता चले और लोग उनकी मौत का तमाशा बनाए। ऐसे में राजकुमार ने अपनी पत्नी और बेटे को नजदीकी बुलाकर कहा था कि, “देखो शायद मैं आज की रात भी ना निकाल पाऊं। मैं चाहता हूं कि मेरी पूरी फैमिली को बुला लिया जाए और मेरे मरने के बाद सारी रस्म अदा करके, घर वापस आकर ही बाकी लोगों को सूचना दी जाए। मैं मेरी मौत का कोई तमाशा नहीं चाहता।”
राजकुमार की यही अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए उनके परिवार वालों ने किसी को भी उनके मौत की खबर नहीं होने दी और गुपचुप तरीके से ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया। बता दें, राजकुमार ने 3 जुलाई 1996 को इस दुनिया से अलविदा कह दिया था। आज भी लोग इस बात से बेखबर है कि राजकुमार का अंतिम संस्कार किस जगह, कहां और कैसे हुआ?