अपने शेख की बहू की खूबसूरती देख बिगड़ी बादशाह अकबर की नियत, अय्याशी के लिए बनाया था ये कानून
बादशाह अकबर के किस्से हमने कहानियों में काफी पढ़े है. लेकिन अकबर की ये कहानी शायद ही आपने कहीं पढ़ी सुनी होगी. अकबर के हरम में करीब 5 हजार महिलाएं मौजदू थीं. इतिहासकार कादिर बदायुनी ने लिखा है कि, इन सभी महिलाओं का दर्जा अकबर की बेगम से अलग था. जहांगीरनामा के मुताबिक इतिहास में दर्ज है कि, मुग़ल बादशाह अकबर की 25 पत्नियां थी, लेकिन मुख्य रूप से 3 को ही पत्नी कहलाने और अन्य अधिकार प्राप्त थे. इनमे रुकैया सुल्तान, सलीमा सुल्तान और महारानी हीरा कुंवर शामिल थी.
बता दें कि अकबर के हरम में हर महिला के शामिल होने का अपना एक अलग किस्सा होता था. जैसा सरकार शेख की बहू का. उसकी भी अपनी एक रोचक कहानी है. एक बार अकबर मथुरा के पास हिरन का शिकार करने पहुंचे थे. वह शिकार कर रहे थे इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि दिल्ली में हालात असामान्य हो चुके है. उपद्रव शुरू हो चुका है. यह जानकारी मिलते ही वह अपने सैनिकों के साथ दिल्ली के लिए निकल पड़े. इस दौरान उन्होंने कुछ समय आगरा में रहकर बिताया. वहां रुकने के दौरान उन्हें ख्याल आया कि क्यों न दिल्ली और आगरा के रईसों को अपनी रियासत से जोड़ा जाए.
इसी ख्याल पर अमल करते हुए अकबर ने आगरा के सरदार शेख बादाह से मुलाकात की. इस दौर में शादियों के जरिए राजनीति-कूटनीतिक सम्बंधों को सुधारा जाता था. यही बात आगरा में भी हुई. सरदार शेख अकबर बादशाह के साथ रिश्ता जोड़ने के लिए भी राजी हो गया. शहर में जैसे ही इस बात की भनक पड़ी तो कोहराम मच गया. उस दौरान आगरा शहर के अमीरों के लिए यह खबर काफी परेशान करने वाली थी, क्योंकि उन पर इससे दबाव बढ़ गया था.
सैर करते हुए अकबर को पसंद आई महिला
आगरा प्रवास के दौरान एक दिन जब अकबर सुबह की सैर करने निकले तो उनकी नज़र उसी शेख बादाह के बेटे अब्द-उल-बासी की बेगम पर पड़ी. बेगम दिखने में बेहद खूबसूरत थी. अकबर ने उसे देखते ही निकाह करने के लिए जिद पकड़ ली. बादशाह अकबर को उस महिला की जानकारी मिलने के बाद शेख को पत्र भेजा. उन्होंने अपने पत्र में साफरूप से लिखवाया की वह उस महिला से निकाह करना चाहते है.
अकबर का यह पत्र पढ़कर बाप-बेटे की पैरों तले जमीं खसक गई. दोनों में गुस्सा और आक्रोश था, लेकिन वह बादशाह अकबर का विरोध नहीं कर सकते थे. विरोध न जता पाने की एक वजह थी, वो था मुगल कानून.
ऐसा था मुगल कानून
मुगल कानून के मुताबिक अगर बादशाह का दिल किसी महिला पर आ जाता है तो उसका पति उसे तलाक देने के लिए बाध्य हो जाता था. शेख के मामले में भी यही हुआ. उसके बेटे को भी अपनी बेगम को तलाक देना पड़ा. बाद में वह महिला हरम में तमाम महिलाओं की तरह खो गई. उस समय में बादशाहों की अय्याशी के किस्से आम थे. इतिहासकार अब्दुल कादिर बदायुनी ने अपनी क़िताब ‘मुन्तख़ाब-उत-तवारीख’ में इसका जिक्र किया है.