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राहुल के 15 मिनट में चीनी सेना को बाहर फेंकने वाले बयान पर अमित शाह ने दिया जवाब, बोले 1962 में

राहुल गांधी द्वारा चीनी सैनिकों को भारतीय सीमा से 15 मिनट के अंदर बाहर करने वाले बयान पर अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि ये फॉर्मूले वर्ष 1962 में ही लागू किया जा सकता था। एक निजी चैनल से बात करते हुए शाह ने कहा, ‘15 मिनट के अंदर चीनियों को बाहर निकालने का फॉर्मूले वर्ष 1962 में ही लागू किया गया होता। तो आज कई हेक्टेयर भारतीय भूमि को गंवाना न पड़ता। तत्कालीन प्रधानमंत्री ने आकाशवाणी पर ‘बाय बाय असम’ तक बोल दिया था। अब कांग्रेस हमें इस मुद्दे पर कैसे शिक्षा दे सकती है? जब आपके परनाना सत्ता में थे, तब हम चीनी सरकार के हाथों अपने क्षेत्र खो रहे थे।’

अमित शाह ने कहा कि मुझे 16 बिहार रेजीमेंट पर काफी गर्व है। हमारे समय में हमने कम से कम डटकर मुकाबला किया है। मैं गर्व करता हूं बिहार रेजीमेंट के उन जवानों पर। जिन्होंने हड्डियां गलाने वाली ठंड में भी रात को मुस्तैद रहकर हमारे देश की सीमा की सुरक्षा की है और कठोर जवाब दिया है। आपको बता दें कि बिहार रेजीमेंट के जवानों ने 15-16 जून की रात, गलवान घाटी में चीनियों को अतिक्रमण करने से रोका था। बिहार रेजीमेंट की इसी बहादुरी पर शाह ने इनकी तारीफ की है।

हल हो जाएगा समाधान

भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद पर शाह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कूटनीतिक वार्ता के माध्यम से दोनों देशों के बीच तनाव का सौहार्दपूर्ण समाधान निकल सकता है।

क्या कहा था राहुल गांधी ने

7 अक्तूबर को राहुल गांधी ने एक बयान देते हुए कहा था कि अगर हम सत्ता में होते तो चीन हमारे क्षेत्र के अंदर कदम रखने की हिम्मत नहीं करता। पीएम मोदी ने कहा था कि किसी ने भी भारत की जमीन नहीं छीनी है। जब हमारी सरकार आएगी तो देश की सेना 15 मिनट में चीनी सेना को बाहर फेंक देंगी। राहुल ने ये बयान हरियाणा में सभा को संबोधित करते हुए दिया था। राहुल गांधी ने कहा था कि आज दुनिया में केवल एक ही देश है। जिसकी भूमि दूसरे देश द्वारा ली गई है और पीएम खुद को देशभक्त कहते हैं।

राहुल के इसी बयान पर अब अमित शाह ने पलटवार किया है और राहलु को भारत और चीन के बीच साल 1962 में हुए युद्ध की याद दिलाई है। उस समय कांग्रेस की पार्टी सत्ता में थी।

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