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राजस्थान के DGP का बेतुका बयान, कहा-कम उम्र में लड़कियां करती हैं ‘फ्रेंडशिप’, फिर हो जाता है रेप

राजस्थान राज्य से लगातार रेप की घटनाएं सामने आ रही है और इस राज्य की पुलिस आरोपियों को पकड़ने की जगह खामोश बैठी हुई है। एक के बाद एक राजस्थान में रेप की वारदात हो रही हैं। जिसको लेकर राजस्थान सरकार और पुलिस की आलोचना की जा रही है। हाल ही में राजस्थान के बारां जिले में एक लड़की को अगवा कर उसके साथ एक महीने तक रेप किया गया। वहीं जब इस लड़की ने पुलिस में केस दर्ज करवाया तो उसकी सुनवाई नहीं की गई। इस पीड़िता को आरोपियों के डर से गांव तक छोड़ना पड़ा और पुलिस खामोश रही। जबकि ताजा मामाल चुरू जिले का है, जहां पर 19 साल की युवती को अपहरण कर आठ दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया गया।

दोस्ती के बाद आगे बढ़ जाते हैं बच्चे

राजस्थान में बढ़ते रेप मामलों को लेकर राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह यादव का एक बयान है। जिसमें इन्होंने अपने राज्य में बढ़ रही रेप की वारदातों के लिए लड़कियों को ही जिम्मेदार बताया है। राजस्थान के डीजीपी ने राज्य में होने वाली रेप की घटनाओं को लेकर कहा है कि नाबालिग बच्चियों के साथ रेप के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं। क्योंकि बच्चे कम उम्र में उत्साह में दोस्ती कर लेते हैं और फिर आगे बढ़ जाते हैं। इसकी वजह से इस तरह के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इन्होंने कहा कि कानून तो कहता है कि 18 साल से कम के बच्चे आपसी संबंध नहीं बना सकते हैं। ये अपराध होता है। लेकिन बच्चे उत्सुकतावश मित्रता करते हैं और आगे भी निकल जाते हैं। ये केसेज भी काफी हो गए हैं। लड़कों और उनके परिवार को समझाया जाए। शिक्षा दी जाए कि बच्चों के आचरण को कैसे शुरू से ही नियंत्रण में किया जाए।

अपने इस बयान में इन्होंने आगे कहा कि हाल ही में एक नया ट्रेंड देख जा रहा है कि पब्लिक डिस्प्यूट और आपसी झगड़े को सेट करने के लिए भी रेप के झूठे केस एक दूसरे पर किए जा रहे हैं। डीजीपी ने रेप की वारदातों को लेकर कहा कि बेरोजगारी, युवाओं की बढ़ती संख्‍या और इंटरनेट इन अपराधों के लिए जिम्मेदार है। इंटरनेट पर उपलब्‍ध सामग्री से बच्‍चे बहुत प्रेरणा ले रहे हैं।

गौरतलब है कि कुछ ही दिनों में जयपुर, अजमेर, बारां और सीकर से रेप के मामले सामने आए हैं। जिसकी वजह से राजस्थान पुलिस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। वहीं आरोपियों को पकड़ने की जगह राजस्थान डीजीपी इन घटनाओं के लिए लड़कियों को ही जिम्मेदार मान रहे हैं।

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