विशेष

लॉकडाउन में साइकिल पर निकले थे कलेक्टर साहब, महिला सिपाही ने रोक पूछा- “कहां जा रहे हो?” फिर…

देशभर में कोरोना वायरस के कारण लोग बेहद परेशान है। दिन पर दिन कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि कोरोना की वजह से लोगों की जान भी जा रही है। इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले आ रहे हैं कि अस्पतालों में खाली बेड नहीं है। ऑक्सीजन की भारी कमी है, जिसके चलते लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कोरोना की दूसरी लहर ने हर तरफ हाहाकार मचा रखा है। देश के दूसरे राज्यों की तरह राजस्थान भी कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया है। लॉक डाउन के दौरान सभी लोग अपने घरों में बंद हैं। लॉकडाउन के दौरान सभी नियमों का पालन करना आवश्यक है। इसी बीच एक मामला भीलवाड़ा से आया है। जहां पर कलेक्टर साहब लॉकडाउन में सड़क पर बाहर निकल गए और एक महिला सिपाही ने उनको रोक लिया।

आपको बता दें कि वस्त्र नगरी भीलवाड़ा में कोरोना की रोकथाम के लिए लॉक डाउन का ऐलान कर दिया गया है, जिसका जायजा लेने के लिए जिला कलेक्टर साहब बिना किसी तामझाम के साइकिल पर ही निकल पड़े। उसी दौरान रास्ते में कलेक्टर साहब को एक महिला कॉन्स्टेबल ने रोक लिया और साइकिल पर सवार कलेक्टर साहब से उस महिला कॉन्स्टेबल ने यह पूछ लिया कि “कहां जा रहे हो?” जब महिला सिपाही को सच्चाई के बारे में पता चली तो वह थोड़ी घबरा सी गई थी।

मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते शहर में लगे लॉक डाउन के दौरान जायजा लेने के लिए सुबह-सुबह अपनी साइकिल पर सवार होकर निकले थे। कलेक्टर साहब के शहर में राउंड पर निकलने की सूचना पुलिस को मिल चुकी थी परंतु यह अंदाजा किसी ने भी नहीं लगाया था कि कलेक्टर साहब साइकिल पर ही घूम-घूम कर जायजा ले रहे हैं।

जब वह कलेक्टर साहब गुलमंडी इलाके के रास्ते में पहुंचे तो वहां पर एक महिला पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात थी। इस महिला पुलिसकर्मी का नाम निर्मला स्वामी है। वह महिला सिपाही कलेक्टर साहब को पहचान नहीं पाई। कलेक्टर साहब टी-शर्ट में एक साधारण व्यक्ति की तरह साइकिल पर सवार होकर घूम रहे थे। तो उस महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें रोक लिया। तब महिला पुलिसकर्मी ने कलेक्टर साहब से पूछ लिया कि कहां जा रहे हो, घर पर रहो भाई।

डीएम साहब की सबसे बड़ी खास बात यह है कि बिना किसी रौब के जवाब देते हुए उन्होंने उस महिला पुलिसकर्मी को कहा कि “मैं डीएम हूं।” जब कॉन्स्टेबल को यह बात पता चली तो वह थोड़ी सी घबरा गई थी। उसे लगा कि कहीं डीएम साहब नाराज ना हो जाएं और उनके ऊपर कार्यवाही करने का आदेश ना दे दें। मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। डीएम साहब ने कॉन्स्टेबल के कार्य की जमकर तारीफ की और उन्होंने कहा “बहुत बढ़िया। इसी तरह मुस्तैद रहो।” उसके बाद कलेक्टर साहब विभिन्न नाकों से होते हुए निकले और पुलिस के जवानों से मिले थे। जो लोग कोविड गाइड लाइन का उल्लंघन कर रहे थे उनका चालान भी कटवाया था।

Related Articles

Back to top button