भारत के लिए गोल्ड जीतने वाले नीरज जानें कितनी सम्पत्ति के मालिक है, मेन्टेन करते है ऐसी लाइफ
किसान परिवार से आते है नीरज, यू-ट्यूब से करते थे प्रैक्टिस, अब जानें कितनी सम्पति के मालिक है
नीरज चोपड़ा सिर्फ एक ही दिन में इस नाम को देश भर के लोग जान चुके है. नीरज चोपड़ा ने वह कर दिखाया है जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी. उन्होंने हर एक भारतवासी का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है. नीरज एक भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं जो भाला फेंक में प्रतिस्पर्धा करते हैं. नीरज मौजूदा राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के चैंपियन भी है. नीरज को 2018 एशियाई खेलों में भारत के लिए उद्घाटन समारोह में हाथ में झंडा लेकर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भी चुना गया था. आज भी नेशनल रिकॉर्ड उन्ही के नाम है. उन्होंने 88.07 मीटर भाला फेंककर ये रिकॉर्ड बनाया है.
नीरज ने पिछले कुछ वर्षों में जबरदस्त सुधार दिखाया है. अब टोक्यो ओलंपिक 2021 में उन्होंने गोल्ड मैडल अपने नाम कर एक नया रिकॉर्ड बना दिया है. भारत ने पिछली बार 1900 में एथलेटिक्स में पदक जीता था. इस बार नीरज टोक्यो में 121 साल का सुखा खत्म कर चुके है.
अगर हम नीरज चोपड़ा की नेट वर्थ के बारे में बात करे तो नीरज की अनुमानित कुल संपत्ति $ 1 से लेकर $ 3 मिलियन है. यह स्पष्ट है कि उनकी आय का मुख्य स्रोत भाला फेंकने वाले के रूप में उनका सफल करियर है. इसके साथ ही उन्हें JSW स्पोर्ट्स एंड स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) से काफी सपोर्ट किया जाता है. नीरज ने मार्च 2020 में COVID-19 महामारी के लिए PM केयर्स फंड में 2 लाख रूपए का दान भी दिया था.
आपको बता दें नीरज न केवल सीनियर स्तर पर राष्ट्रमंडल और एशियाई चैंपियन हैं, बल्कि उन्होंने जूनियर सर्किट में भी काफी नाम कमाया है. नीरज वर्ष 2016 में विश्व U20 चैंपियन थे और उन्होंने 86.48 मीटर का विश्व अंडर-20 रिकॉर्ड अपने नाम किया था. उनका यह रिकॉर्ड आज भी बरक़रार है. इसके साथ ही वह अंडर -20 वर्ग में ट्रैक और फील्ड में विश्व खिताब जीतने वाले पहले इंडियन एथलीट है.
नीरज चोपड़ा एक किसानी परिवार से आते है. वह पानीपत के खंडरा गांव से हैं. नीरज चोपड़ा की शिक्षा डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ से पूरी हुई है. वर्ष 2016 में उन्हें नायाब सूबेदार के पद के साथ भारतीय सेना में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी बनाया गया है. 2017 में सेना से जुड़ने के बाद नीरज ने बताया था-हम किसान हैं, परिवार में किसी के पास सरकारी नौकरी नहीं है. परिवार बमुश्किल से ही मेरा साथ देता आ रहा है. अब मैं अपना प्रशिक्षण जारी रखने के साथ परिवार की आर्थिक मदद भी कर सकता हूँ. पैसों की कमी के कारण कोच नहीं होने से नीरज ने कई सालों तक यू ट्यूब से देखकर सीखा.
अब तक नीरज ने जीते है कई तमगे
अब तक प्रमुख टूर्नामेंट में 6 स्वर्ण सहित कुल सात पदक जीते हैं नीरज ने. विश्व चैंपियनशिप को छोड़कर उन्होंने सभी प्रमुख टूर्नामेंटों में पीले तमगे जीते हैं.
बुधवार को क्वालिफिकेशन में अपने पहले ही प्रयास में नीरज ने 86.65 मीटर का थ्रो फेंका था और अपने ग्रुप में ही नहीं 32 खिलाड़ियों में भी शीर्ष पर रहे थे.
2016 में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 86.48 मीटर के अंडर-20 विश्व रिकॉर्ड के साथ एक ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद ही उन्हें पहचान मिली थी.