मैं भारत में काम नहीं कर रहा इसलिए लोगों ने मरा हुआ मान लिया,’ईबू हटेला’, लेकिन मैं ज़िंदा हूँ
हॉलीवुड की फिल्में हमेशा से ही भारत में चर्चा का विषय बनती है जिन्हे ख़ास तौर पर पसंद भी किया जाता है. वैसे इन दिनों फिल्म ‘द इटर्नल्स’ मार्वेल्स के फैंस के बीच खूब चर्चा में है. अगर आपने भी इस फिल्म को देख लिया है तो इस फिल्म में हिंदी सिनेमा के जाने पहचाने चेहरे हरीश पटेल को जरूर रिकॉग्नाइज किया होगा.
आपको बता दें कि, ‘द इटर्नल्स’ में अपनी आउटिंग के चलते अभिनेता हरीश पटेल एक बार फिर चर्चा में आ चुके है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जब यह अभिनेता फिल्म की शूटिंग के लिए लन्दन रवाना हुए तो लोगों ने यह मान लिया था कि, उनकी मौत हो गई है.
‘द इटर्नल्स’ फिल्म में अपनी एक्टिंग से हरीश पटेल ने सबको हैरान किया.
अभिनेता हरीश पटेल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, फिल्म ‘द इटर्नल्स’ का ट्रेलर देखने के बाद लोगों ने अचानक उसके बारे में बात करना शुरू कर दिया था. एक्टर ने आगे कहा, ‘लोगों के बीच अचानक में चर्चा का विषय बन गया. मगर इससे पहले मैंने सुना था कि लोगों ने यह मान लिया था कि मैं अब इस दुनिया में नहीं रहा. मैं बस यही सोचता रहा कि, लोगों ने इस तरह के निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले एक बार मुझसे क्यों नहीं पूछा.’
एक बार गूगल पर ही पता कर लेते, मैं मर गया या जिंदा हूं
इस अभिनेता ने आगे कहा, ‘गूगल सर्च पर ही देख लेते कि हरीश पटेल कहां गया, मर गया या जिंदा है. सिर्फ इसी वजह से मैं यहां (भारत में) काम नहीं कर रहा था, या दिख नहीं रहा था तो अफवाह फैला दी कि मैं जिन्दा नहीं हूँ. गौरतलब है कि ज्यादातर लोग हरीश पटेल को उनकी बॉलीवुड फिल्म ‘गुंडा’ (1998) में उनके किरदार ‘ईबू हटेला’ के लिए जानते हैं. हॉलीवुड फिल्म ‘द इटर्नल्स’ का ट्रेलर और फिल्म देखने का बाद उन्हें लेकर कई मीम भी बने गए.
14 साल बाद लोगों से मिला इस तरह का प्यार
हरीश ने आगे कहा, यूके में रहते हुए मैंने बहुत कुछ पाया है, वहां रहते हुए मुझे अपने पहले प्यार को जगाने का मौका मिला, जो कि थिएटर है. इस दौरान मैने रॉयल नेशनल थिएटर में एक नाटक रफ्ता-रफ्ता किया. इसके साथ ही कई टीवी शो भी किये. ‘द इटर्नल्स’ को देखने के बाद 14 साल बाद लोगों के मन में मेरे लिए प्यार जागा. उन्होंने मुझसे पूछा आपने ये क्यों नहीं बताया. मैंने यही सोचा कि मैं उन्हें किस तरह बताऊं, या एक ही थाली में सब कुछ कैसे परोसूं? उसमें क्या ही मजा है. उन्हें इसका पता लगाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए थी.
हरीश पटेल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने के बारे में बात करते हुए कहा कि, ये दुनिया बहुत बड़ी है, आप कब तक एक कप के मेंढक बने रहेंगे. आप बाहर आए और देखें, लोगों के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि वे दूसरों के लिए अपने विचारों का आदान-प्रदान करें. आप यह सोचना बंद कर दें कि कोई व्यक्ति सिर्फ इसलिए घर पर बेकार बैठा है कि वह लोगों की नजरों से दूर है. आपको बता दें कि, हरीश पटेल कोरोना से भी संक्रमित हो गए थे जिस वजह से वह ‘द इटर्नल्स’ के प्रीमियर में भी नहीं दिखाई दिए थे.