ना दूल्हा-ना दुल्हन फिर भी पंडित ने विधि-विधान से करा दी शादी, जानें राजस्थान की इस शादी का सच
भारत में इन दिनों शादियों का मौसम है हर जगह-हर गली कहीं न कहीं शहनाई की आवाज़ सुनने को मिल ही जाती है. दो साल के लॉक डाउन के नियमों के बाद लोगों को राहत से शादी करने को मिली है. इस वजह से लोग काफी धूम-धाम से शादी कर रहे है. भारत के हर क्षेत्र की शादी किसी न किसी वजह से मशहूर होती है. आज हम बात कर रहे है राजस्थान की एक शादी के बारे में. राजस्थान (Rajasthan) के चूरू (Churu) जिले के एक छोटे से गांव सहनाली में हुई अनोखी शादी चर्चा का विषय बन गई है.
इस गांव में ना तो दूल्हा है और ना ही दुल्हन, लेकिन फिर भी पंडित की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सगाई से लेकर विदाई तक की सभी रस्मे राजस्थानी अंदाज में निभाई गई. साथ ही गांव की सभी महिलाओं ने मंगल गीत गाए.
लड़की के पिता ने कन्यादान भी किया. दरअसल, गांव सहनाली बड़ी के कृषि विभाग में प्रोफेसर गजेन्द्र सिंह राठौड़ की बेटी निहारिका दो साल पहले अपनी बड़ी बहन प्रियांगिनी के साथ टूरिस्ट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया (सिडनी) गई थी.
कोरोना महामारी के फैलते हुए वहां की सरकार निहारिका का वीजा लगातार बढ़ाती रहीं. वहीं दूसरी तरफ निहारिका के दूल्हे प्रोफेसर आरएस शेखावत के पास ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता होने के कारण वह दो साल तक भारत नहीं आ सकते थे. दूसरी तरफ लड़के और लड़की दोनों के माता-पिता राजस्थान में ही रहा करते थे, जिन्हें कोरोना संक्रमण के कारण वहां आने की इजाजत नहीं दी गई. ऐसे में परिवार को दोनों की शादी करना थी. इसी वजह से दोनों के परिवार वालो ने ऑनलाइन शादी कराने का फैसला किया.
कुरियर से भेजा गया शादी का सामान
इसके चलते गांव में ही निहारिका का पांच दिन का बान बैठाया गया. 20 नवंबर को धार्मिक रीति-रिवाज को फॉलो करते हुए इन दोनों का ऑनलाइन विवाह संपन्न कराया गया. राजस्थानी परंपरा को ध्यान में रखते हुए वधु पक्ष के रिश्तेदारों ने फेरों का सामान, शादी का जोड़ा आदि पारम्परिंक सामान कोरियर से ऑस्ट्रेलिया भेज दिया था. लड़के का टीका, सगाई समारोह आदि भी ऑनलाइन ही किया गया था.
इस अनोखी शादी की ऑनलाइन की गई सभी रस्में सहनाली छोटी के पंडित सुरेश शर्मा द्वारा करवाई गई. शादी के बारे में निहारिका की बड़ी बहन डॉ. प्रियंका ने बताया कि शादी से एक महीने पहले ही दुल्हे की शेरवानी का नाप जोधपुर में ऑनलाइन दे दिया गया था. निहारिका की ड्रेस, साफा ओर अन्य सामान भी राजस्थान से ही सिडनी भेजा गया था.
इसके अलावा बान, रातीजोगा और फेरों का सामान भी यहीं से भेजा गया था. इस ऑनलाइन शादी समारोह में वर-वधु पक्ष के रिश्तेदार, परिजन और जानकार जुड़े रहे. जब से यह अनोखी शायद हुई है तभी से यह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुकी है.