अजब ग़जब

S.E.X वाली स्कूटी पर मचा बवाल, लड़की का घर से निकलना हुआ मुश्किल, RTO को लोग दे रहे हैं गाली

जब कोई नई-नई गाड़ी खरीदता है तो ज्यादातर लोग उसे खूब चलाना पसंद करते हैं। दोस्तों के साथ घूमना-फिरना, स्कूल-कॉलेज जाना, सब अपनी नई गाड़ी से ही लोग करने लगते हैं। जब हम गाड़ी लेकर सड़क पर निकलते हैं तो पुलिस से लेकर आम आदमी की नजर आपसे पहले आपकी गाड़ी की नंबर प्लेट पर पड़ती है, जिसे हर कोई नोटिस करता है।

अब जरा सोचिए, अगर आपकी गाड़ी का ही नंबर प्लेट आपकी शर्मिंदगी की वजह बन जाए तो? आप कैसा महसूस करेंगे? अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर हमारी गाड़ी का नंबर प्लेट भला शर्मिंदगी की वजह कैसे बन सकता है?

आप यही सोच रहे होंगे कि भला हम कैसी-कैसी बातें करने लगे, तो आपको बता दें कि हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि एक मामला दिल्ली से सामने आया है, जहां पर एक लड़की की स्कूटी का नंबर कुछ ऐसा है जिसकी वजह से उसको शर्मिंदगी महसूस होती है और उसका स्कूटी चलाना भी बहुत मुश्किल हो गया है।

दरअसल, हम आपको जिस बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, यह वाकया दिल्ली की एक कॉलेज जाने वाली छात्रा के साथ हुआ है। छात्रा प्रीति (काल्पनिक नाम) की स्कूटी का नंबर कुछ ऐसा है कि उसको अपनी स्कूटी बाहर ले जाने में शर्मिंदगी महसूस होती है। हम इस लड़की का असली नाम आपको बता नहीं सकते। लड़की का काल्पनिक नाम प्रीति दिया गया है। प्रीति दिल्ली के एक मध्यम परिवार से ताल्लुक रखती हैं।

आपको बता दें कि प्रीति का जन्मदिन पिछले ही महीने था। ऐसे में उसने अपने पिताजी से जन्मदिन का तोहफा मांगा। लड़की ने गिफ्ट के तौर पर अपने पापा से स्कूटी की मांग की थी क्योंकि प्रीति अब कॉलेज जाने लगी है, जिसकी वजह से उसे आने जाने के लिए स्कूटी की जरूरत थी। जब बेटी ने अपने पिता से स्कूटी की डिमांड की तो उसकी ख़ुशी के खातिर पिता ने अपनी जमापूंजी से उसके लिए दिल्ली के स्टोर से स्कूटी बुक करवा दी।

जब स्कूटी घर आई तो प्रीति बहुत खुश हुई। अब यहाँ तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, इसके बाद समस्या गाड़ी नंबर से खड़ी हो गई। जी हां, प्रीति की स्कूटी को आरटीओ की तरफ से जो नंबर दिया गया था, उसके बीच के अंको में S.E.X अल्फाबेट्स था। जब गाड़ी पर नंबर प्लेट लगाने के लिए प्रीति का भाई गया, तो उसको इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं हुआ कि यह तीन शब्द उनके परिवार के लिए कितनी मुश्किलें बढ़ा सकता है।

गाड़ी की नंबर प्लेट पर लिखे S.E.X अल्फाबेट्स बहुत से लोगों को अटपटा लगने लगा। उसके बाद फिर क्या होना था, रास्ते में आने जाने वाले बहुत से लोगों ने प्रीति के भाई पर फब्तियां कसनी शुरू कर दीं। इसकी वजह से उसे आते जाते लोगों के तंज से लेकर ताने सुनने को मिल रहे हैं। लोग गाड़ी का नंबर देखने के बाद उसका मजाक उड़ाने लगे।

जब प्रीति का भाई घर वापस आया तो उसने अपने परिवार को यह सारी बातें बताई, जिसको सुनने के बाद प्रीति बहुत ज्यादा डर गई। तभी प्रीति ने अपने पिता से गाड़ी का नंबर बदलवाने के लिए कहा, जिसके बाद इस पूरे मामले पर दिल्ली के आरटीओ के एक अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि करीब 10000 गाड़ियों को इस सीरीज के नंबर अलॉट हुए हैं।

प्रीति को अब गाड़ी का नंबर बदलवाना है परंतु ऐसा क्या मुमकिन हो सकता है? इसका जवाब जानने के लिए हमने कमिश्नर ऑफ दिल्ली ट्रांसपोर्ट के.के दहिया से बातचीत की तो उनके द्वारा ऐसा कहा गया कि “एक बार गाड़ी का नंबर अलॉट होने के बाद उसे बदलवाने का अब तक कोई प्रावधान नहीं है, क्योंकि यह सारी प्रक्रिया एक सेट पैटर्न पर चलती है।” अब यह स्कूटी इतनी बड़ी मुसीबत लाएगी परिवार ने कभी सोचा भी नहीं था। इस गाड़ी की नंबर प्लेट की वजह से लड़की स्कूटी से अपने घर से बाहर भी निकल नहीं पा रही है।

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