इन खूबियों की वजह से Twitter के CEO बने पराग अग्रवाल, जानें New CEO से जुड़ी खास बातें
जानिए कौन है पराग अग्रवाल? Twitter के CEO बनने से पहले करते थे ये काम

ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी ने कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में उनकी जगह पराग अग्रवाल कंपनी के नए सीईओ होंगे। जी हां…दुनियाभर में पॉपुलर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के अब नए सीईओ पराग अग्रवाल होंगे जिसके कारण हर तरफ उनकी चर्चा हो रही है।
लोग उनके जीवन से जुड़ी हर छोटी से छोटी बात जानना चाह रहे हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं पराग अग्रवाल के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें जिनकी वजह से वह इस पद को पाने में कामयाब हुए।
कौन है पराग अग्रवाल?
सबसे पहले तो हम यह जान लेते हैं कि आखिर पराग अग्रवाल है कौन? बता दें, पराग अग्रवाल मूल रूप से राजस्थान के अजमेर से ताल्लुक रखते हैं। पराग अग्रवाल की स्कूलिंग ऑटोमेक एनर्जी सेंट्रल स्कूल से हुई है। इसके बाद पराग अग्रवाल ने आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।
उन्होंने स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कम्प्यूटर साइंस में डॉक्टरेट किया है। वहीं पराग की पत्नी विनीता अग्रवाल वेंचर कैपिटलिस्ट और फिजिशियन है। पराग और विनीता का एक तीन साल का बेटा भी है।
साल 2011 में ट्विटर से जुड़े
बता दें, पराग अग्रवाल साल 2011 में ट्विटर से जुड़े हुए हैं। इसके बाद साल 2017 से वह कंपनी के STO के पद पर रहे। पराग ने ट्विटर में एड रिलेटेड प्रोडक्ट पर काम करने की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम किया। पराग की बदौलत ही साल 2016 और 17 में कंपनी को अपने ऑडियंस ग्रोथ को बढ़ाने में सफलता हासिल हुई। ऐसे में माना जा सकता है कि कंपनी की सफलता में कहीं ना कहीं पराग भी शामिल है। खास बात यह है कि जैक डोर्सी भी पराग के काम को काफी पसंद करते हैं।
बता दें, ट्विटर को ज्वाइन करने से पहले पराग माइक्रोसॉफ्ट, याहू और एटीएंडटी के साथ जुड़े हुए थे। यहां पर पराग तीनों ही कंपनी में रिसर्च और ओरिएंटेड के रूप में काम करते थे। इसके बाद में वह ट्विटर से जुड़े जहां पर उन्होंने रेवेन्यू साइंस टीमों में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंजीनियरिंग, समूचे कंजूमर जैसी कई चीजों को संभाला।
इसके साथ ही पराग अग्रवाल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनाने के प्रोजेक्ट ब्लू स्काई विजन के भी इंचार्ज रहे थे। ऐसे में उन्हें इस कंपनी के टॉप पोस्ट पर पहुंचने में मदद मिली। इतना ही नहीं बल्कि कहा जा रहा है कि बोर्ड को भी पराग पर बहुत भरोसा है।
वहीं ट्विटर के होने वाले इंडिपेंडेंट बोर्ड चेयरमैन Bret Taylor का कहना है कि, “पराग ट्विटर को समझते हैं और कंपनी की विशिष्ट संभावनाओं की कद्र करते हैं। हमारी सबसे अहम प्राथमिकताओं को निभाने में उनकी भूमिका अहम रही है और मैं यह जानता हूं कि वह क्रियान्यवन को मजबूत करने और नतीजे देने में कमाल करेंगे। बोर्ड को पराग में काफी भरोसा है।”
इसके अलावा टि्वटर के पुराने सीईओ जैकी डोर्सी ने पराग के काम को काफी सराहा। जैकी का कहना है कि पिछले 10 सालों में कंपनी में पराग अग्रवाल का काम बहुत ही शानदार रहा और उन्होंने कंपनी की कामयाबी में साथ देने वाले सभी अहम फैसलों में जी तोड़ मेहनत की।
बता दें, साल 2006 में जैक डोर्सी ने ट्विटर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह साल 2008 तक कंपनी के सीईओ रहे। इसके बाद साल 2015 तक डिक कोस्टोलो इस पद पर रहे। इसके बाद एक बार फिर जैक डोर्सी कंपनी के सीईओ बन गए। लेकिब अब उन्होंने पराग अग्रवाल को इस पद की कमान सौंपी है। ट्विटर के CEO पद से इस्तीफा देने के बाद Jack Dorsey ने इसकी घोषणा की।