एलन मस्क ने भी माना भारतीय टेलेंट का फायदा उठा रहा है अमेरिका, इन भारतीयों की मदद से हुआ विकास
पराग अग्रवाल से पहले इन भारतीयों की वजह से भी टॉप पर पहुंचीं अमेरिकी कंपनियां

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल हर तरफ छाए हुए हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से पराग अग्रवाल को हर कोई टि्वटर के नए सीईओ बनने पर शुभकामनाएं दे रहे हैं। वहीं टेस्ला के मालिक और दुनिया के सबसे धनी कारोबारी एलन मस्क ने भी पराग अग्रवाल को बधाई दी है और साथ ही ट्वीट कर लिखा कि पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा अमेरिका।
जी हां.. एलन मस्क ने शुभकामनाओं के साथ साथ ये भी लिखा कि अमेरिका के विकास में भारतीयों का अहम योगदान है। एलेन मस्क ने ट्वीट कर लिखा कि, “भारतीय प्रतिभा का फायदा अमरीका को मिल रहा है।”
USA benefits greatly from Indian talent!
— Elon Musk (@elonmusk) November 29, 2021
वहीं स्ट्राइप कंपनी के कोफाउंडर और सीईओ पैट्रिक कोलेजन ने भी ट्वीट के जरिए पराग अग्रवाल को शुभकामनाएं दी। पैट्रिक ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “गूगल, माइक्रोसाफ्ट, एडोब, आइबीएम, पालो आल्टो, नेटवर्क्स और अब ट्विटर को चलाने वाले सभी सीईओ भारत में पले-बढ़े हैं।
तकनीक की दुनिया में भारतीयों के आश्चर्यजक सफलता को देखना सुखद है।पराग को बधाई।” इसी के जवाब में एलन मस्क ने कहा कि अमरीका को भारतीय प्रतिभाओं का फायदा मिल रहा है। गौरतलब है कि पराग अग्रवाल से पहले ऐसे कई भारतीय है जिनकी मेहनत और लगन से यूएस की टॉप कंपनियां चल रही है। आइए जानते हैं उन्हीं भारतीयों के बारे में जिन्होंने अमेरिका की कंपनियों को टॉप पर पहुंचाया है।
सुंदर पिचाई
सुंदर पिचाई मूल रूप से भारतीय हैं और वह गूगल के सीईओ है । बता दें, सुंदर पिचाई टूल बार के लाइक्स क्रोम के डेवलपमेंट और गूगल ब्राउज़र पर काम कर चुके हैं। साल 2012 में सुंदर पिचाई को प्रोडक्ट डेवलपमेंट का सीनियर वीपी बनाया गया। इसके बाद वह गूगल और एंड्रॉयड स्मार्टफोंस के प्रोडक्ट चीफ बने।
सत्या नडेला
साल 2014 में सत्या नडेला को माइक्रोसॉफ्ट का सीईओ बनाया गया था। अपने काम के लिए साल 2019 में सत्या नडेला को फाइनेंशियल टाइम्स पर्सन ऑफ द ईयर का अवार्ड भी मिल चुका है।
शांतनु नारायण
साल 2007 से एडोब के सीईओ के रूप में शांतनु नारायण काम कर रहे हैं। साल 1998 में शांतनु ने सीनियर वीपी के तौर पर इस कंपनी में काम किया था। इसके बाद उन्होंने प्रोडक्ट डेवलपमेंट को देखने का काम किया। फिर साल 2005 में शांतनु नारायण को कंपनी का COO बनाया गया। इसके बाद साल 2007 में उन्हें सीईओ का पद मिला।
अरविंद कृष्णा
अरविंद कृष्णा साल 2020 से आईबीएम के सीईओ के पद पर है। साल 1990 में उन्होंने आईबीएम से अपने करियर की शुरुआत की थी। बता दें, अरविंद कृष्णा ने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई पूरी की है। इसके साथ ही उन्होंने यूनिवर्सिटी आफ इलिनॉइस से पीएचडी किया हुआ है।
अजय बंगा
बता दें, अजय बंगा करीब 10 सालों से मास्टरकार्ड के सीईओ है। हालाँकि इस बात की घोषणा हो चुकी थी साल 2021 से इस पद की कमान कोई और संभालेगा। फ़िलहाल तो अजय बंगा ही इस पद पर कार्यरत है।
निकेश अरोड़ा
निकेश अरोड़ा वर्तमान में पालो अल्टो नेटवर्क के सीईओ है। बता दे यह कंपनी एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी है। निकेश अरोड़ा इससे पहले सॉफ्टबैंक और गूगल में भी काम कर चुके हैं।
संजय मेहरोत्रा
संजय मेहरोत्रा माइक्रोन के सीईओ है। संजय मेहरोत्रा मूल रूप से कानपुर के हैं और उन्होंने साल 1988 में 2 लोगों के साथ मिलकर सैनडिस्क कंपनी बनाई थी। इससे पहले उन्होंने 1980 में बार्कले से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की।