बिहार हुआ मालामाल, मिला देश का सबसे बड़ा सोना भंडार, राज्य में ख़ुशी की लहर

बिहार में देश का सबसे बड़ा सोने का भंडार मिला है। इस खदान में सोने की इतनी मात्रा बताई जा रही है जितनी देश में किसी और भंडार में नहीं है। इस बात की जानकारी केंद्र सरकार ने संसद में दी है। केंद्रीय खनन मंत्री प्रहलाद जोशी ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि जमुई में देश का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार है।
दरअसल, बिहार भाजपा के अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य संजय जायसवाल ने सदन में इस बात की जानकारी मांगी थी। उन्होंने पूछा था कि देश में सर्वाधिक स्वर्ण भंडार क्या बिहार में है? इसी के जवाब में खान कोयला एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने खुलासा किया कि यह खदान बिहार के लोगों को खुश करने वाला है।
इसके बाद संजय जयसवाल ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को साझा किया जिसमें उन्होंने बताया कि, “देश में कुल 501.83 टन का प्राथमिक स्वर्ण अयस्क भंडार है, जिसमें 654.74 टन स्वर्ण धातु है। इसमें 44 फीसद सोना तो केवल बिहार में ही पाया गया है। राज्य के जमुई जिले के सोनो क्षेत्र में 37.6 टन धातु अयस्क सहित 222.885 मिलियन टन स्वर्ण धातु से संपन्न भंडार मिला है।”
इस मामले को लेकर चुरहेत गांव के सुधाकर कुमार सिंह और पुनीत कुमार सिंह का कहना है कि वह काफी छोटे थे तभी से देखते आ रहे हैं कि यहां 8 किलोमीटर की परिधि मिट्टी में चमकीले खनिज देखने को मिलते हैं जो सोना है। वहीं पास के ही महेश्वरी गांव के दीपक सिंह का कहना है कि यहां पर 15 साल पहले सर्वेक्षण के लिए कोलकाता की टीम आई थी तब सोने के साथ दूसरे खनिज मिलने की भी जानकारी दी थी।
लेकिन अब सरकार ने इस बात का खुलासा किया कि यह तो पूरी तरह सोने का भंडार है तो ऐसे में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार बढ़ेगा और साथ ही बिहार पूरी तरह समृद्ध होगा। बता दें, यह खबर मिलते ही बिहार के लोग खुशी से झूम रहे हैं और यहां के स्थानीय लोगों में एक उम्मीद जगी है कि पूरा बिहार मालामाल हो जाएगा। बता दें, देश का 44% सोना जमुई जिले के करमटिया इलाके में मिला है।
रिपोर्ट की माने तो झारखंड के अलग होने के बाद बिहार खनिज अयस्कों के मामले में 0% हो गया था लेकिन अब दो हिस्सों में भंडारों का पता चला है। बता दें, जमुई जिले में सोने के अलावा अन्य प्रखंडों में भी कई तरह के खनिज अयस्क पाए पाए जाते हैं, जिसमें अभ्रक के अलावा गोमेद समेत कई कीमती पत्थर भी शामिल हैं। ऐसे में राज्य सरकार की कोशिश है कि इन इलाकों में खनन का काम जल्द शुरू किया जा सके।