इस हादसे की वजह से कभी मां नहीं बन पाई अभिनेत्री बिंदु, 18 की उम्र में पड़ोसी से कर ली थी शादी

बॉलीवुड इंडस्ट्री एक ऐसी जगह है जहां पर हमेशा से ही टॉप अभिनेता और अभिनेत्रियों का दबदबा रहा है। आप ऐसा कह सकते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री पर इन्हीं एक्टर्स और एक्ट्रेस की ही चलती है। इस इंडस्ट्री में समय-समय पर बहुत सी टॉप अभिनेत्रियां आई हैं, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई।
भले ही बॉलीवुड इंडस्ट्री की अभिनेत्रियों की फैन फॉलोइंग बहुत तगड़ी होती है परंतु “वैंप” भी किसी से कम नहीं हैं। जी हां, फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी कई अभिनेत्रियां हैं जिन्होंने अपनी पहचान लीड ऐक्ट्रेस नहीं बल्कि विलेन के रूप में बनाई है। इसी लिस्ट में सुपरहिट खलनायिका बिंदु का भी नाम आता है।
अभिनेत्री बिंदु अपने समय की टॉप वैंप रह चुकी हैं। उन्होंने अपने शानदार अभिनय से अच्छी खासी पहचान बनाई थी। अभिनेत्री बिंदु अपनी नकारात्मक भूमिका के लिए मशहूर हैं और आज भी लोग “मोना डार्लिंग” वाले डायलॉग से ही इनको पहचानते हैं। एक समय ऐसा था जब बॉलीवुड इंडस्ट्री में नंबर वन लेडी विलेन में बिंदु का नाम शामिल था। आज हम आपको अभिनेत्री बिंदु के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं।
अभिनेत्री बिंदु ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर 1962 में आई फिल्म “अनपढ़” से की थी। परंतु साल 1969 में आई फिल्म ‘इत्तेफाक” और “दो रास्ते” से अभिनेत्री बिंदु को अच्छी खासी लोकप्रियता हासिल हुई। इसके बाद साल 1970 में आई फिल्म “कटी पतंग” में उनके कैबरे डांस को काफी लोकप्रियता मिली थी।
शायद ही बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि महज 15 साल की उम्र में ही अभिनेत्री बिंदु को अपने पड़ोसी चंपक लाल झावेरी से प्यार हो गया था। जी हां, और इसके बाद 18 की उम्र में ही अभिनेत्री बिंदु ने चंपक लाल झावेरी संग सात फेरे ले लिए थे।
अभिनेत्री बिंदु ने अपने हाल ही के एक इंटरव्यू में यह बताया कि मेरे पति ((व्यवसायी चंपक लाल झावेरी) मेरे पड़ोसी थे। मैं लगभग 14-15 साल की थी, जब हमारा रोमांस शुरू हुआ था। मैं उन दिनों फिल्म ‘अनपढ़’ की शूटिंग कर रही थी। शुरुआत में हमें विरोध का सामना करना पड़ा लेकिन बाद में मेरा परिवार भी राजी हो गया। इसके बाद हमने विवाह कर लिया।
अभिनेत्री बिंदु ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि जब मेरी मुलाकात बिजनेसमैन चंपक जावेरी से हुई तो उस समय के दौरान मैं स्कूल में पढ़ाई करती थी। बिंदु ने एक इंटरव्यू में बताया कि “वे तारादेव (मुंबई) स्थित सोनावाला टैरेस में मेरे पड़ोसी थे। हमारे बीच 5 साल का अंतर था। मुझे उनसे आसानी से प्यार नहीं हुआ। मैंने उन्हें काफी परेशान किया। वह मुझे अक्सर आउटिंग के लिए कहते थे और मैं उनसे समय मांग लेती थी। लेकिन मैं उनकी बात का जवाब भी नहीं देती थी।”
बिंदु ने बताया कि “ऐसा मैंने उनके साथ कई बार किया, जिस वजह से उन्हें गुस्सा भी आता था। लेकिन वह कभी भी मुझ पर अपना गुस्सा जाहिर नहीं करते थे। उनके इसी व्यवहार की वजह से मुझे एहसास हुआ था कि यह सिर्फ आकर्षण या वासना नहीं है बल्कि वह मुझसे सच्चा प्यार करते हैं। इसी वजह से हम दोनों ने शादी करने का निर्णय ले लिया। लेकिन हमारे परिवार ने हमारे इस फैसले का विरोध किया था। हम भी अड़े रहे और बाद में शादी कर ली।”
अभिनेत्री बिंदु ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान मां न बन पाने के किस्से का जिक्र भी किया था। बिंदु ने यह कहा था कि “हमने बेबी प्लान किया और मैं उस समय प्रेग्नेंट भी हुई थी। अपने बच्चे के लिए मैंने प्रेग्नेंसी के 3 महीने बाद ही काम करना बंद कर दिया था ताकि आने वाले नन्हे मेहमान को किसी भी तरह की परेशानी ना हो लेकिन सातवें महीने में मेरा मिसकैरेज हो गया। मैं पूरी तरह से टूट गई। मेरे पति भी बहुत निराश हुए।” आपको बता दें कि इस हादसे के बाद अभिनेत्री बिंदु को दोबारा मां बनने का सुख प्राप्त नहीं हुआ।
अभिनेत्री बिंदु ने यह भी बताया था कि किस प्रकार उनके मन में अभिनेत्री बनने का ख्याल आया था। उन्होंने कहा कि मां को स्टेज पर परफॉर्म करते देख उनके मन में भी एक्ट्रेस बनने का ख्याल आने लगा था परंतु उनके पिता नानुभाई देसाई उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे। बिंदु के अनुसार, सात बहनों और एक भाई ने वह सबसे बड़ी थीं। इसी वजह से जब उनके पिता बीमार पड़े तो परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई थी।
अभिनेत्री बिंदु ने बताया कि पिताजी कहते थे तुम मेरा बेटा हो। पिता के निधन के बाद परिवार के सपोर्ट के लिए मैं मॉडलिंग करने लगी थी। शारीरिक बनावट की वजह से मैं 11 की उम्र में ही 16 साल की लगती थी। जब तक मोहन कुमार की फिल्म “अनपढ़” मुझे नहीं मिली थी तब तक मैंने कुछ डॉक्युमेंट्रीज में भी काम कर लिया था। बता दे कि फिल्म अनपढ़ से बिंदु ने अपने करियर की शुरुआत की थी। इस समय के दौरान उनकी उम्र महज 11 साल की थी। इस फिल्म में उन्होंने माला सिन्हा की बेटी की भूमिका निभाई थी।
शादी के बाद ही अभिनेत्री बिंदु के असली बॉलीवुड करियर की शुरुआत हुई। शादी के एक साल बाद उन्होंने राजेश खन्ना के साथ “दो रास्ते (1969)” फिल्म साइन किया। जब वह इस फिल्म की शूटिंग कर रही थीं तो उनको “इत्तेफाक”, “डोली” और “आया सावन झूम के” जैसी फिल्में मिली। साल 1973 में डायरेक्टर प्रकाश मेहरा की फिल्म “जंजीर” ने अमिताभ बच्चन को तो असली पहचान दिलाई ही थी। इसके साथ ही बिंदु को भी एक नया नाम दिया। फिल्म में उनके किरदार का नाम मोना था, जिसे विलन अजीत “मोना डार्लिंग” कहकर बुलाते थे। आज भी ज्यादातर सभी लोग बिंदु को इसी नाम से पहचानते हैं।