CDS बिपिन रावत से पहले भी हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गवां बैठे देश के ये 10 बहादुर योद्धा
माधवराव सिंधिया से लेकर संजय गांधी तक, बिपिन रावत से पहले इन 10 हस्तियों को भी निगल चुका विमान क्रैश

8 दिसंबर बुधवार देश के लिए दुखद साबित हुआ। कोई नहीं जानता था कि इस दिन CDS बिपिन रावत हमें इस तरह से छोड़कर चले जाएंगे। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया जिसमें सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 14 लोग सवार थे।
इसमें से 13 लोग अपनी जान गावं बैठे हैं, हालांकि देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सिर्फ जिंदा बचे हैं, लेकिन उन्हें भी गहरी चोटें आई हैं। वह अस्पताल में भर्ती है जहां उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
वहीं हेलीकॉप्टर क्रैश की वजह जानने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं ताकि जल्द से जल्द पता लगाया जा सके कि इस हादसे के पीछे का कारण क्या था? हालांकि यह कोई पहली बार नहीं हुआ है जब देश ने विमान हादसे में बिपिन रावत जैसी हस्ती को खोया है।
जी हां.. इससे पहले भी हमारे देश के दिग्गज राजनेता और हस्तियां विमान दुर्घटना का शिकार हो चुकी है। आइए जानते हैं बिपिन रावत से पहले कौन-कौन हेलीकॉप्टर क्रैश की वजह से अपनी जान गवां बैठे हैं।
माधवराव सिंधिया
30 सितंबर साल 2001 को उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के भोगांव तहसील के पास मोता कांग्रेस के नेता रहे माधवराव सिंधिया विमान हादसे में अपनी जान गवां बैठे थे। रिपोर्ट की मानें तो माधवराव सिंधिया इस दौरान कानपुर में एक सभा को संबोधित करने जा रहे थे। इसी बीच विमान क्रैश हो गया और उनके साथ सहित 7 लोग मारे गए।
जीएमसी बालयोगी
3 मार्च 2002 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के कैकलुर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में लोकसभा अध्यक्ष रहे जीएमसी बालयोगी भी अपनी जान गवां बैठे थे। बता दें, बालयोगी अपने जीवन काल में साल 1998 में लोकसभा के स्पीकर रहे। इसके बाद साल 1999 में वह 13वीं लोकसभा के अध्यक्ष बने। इसके साथ ही वह लोकसभा के पहले दलित स्पीकर के रूप में भी पहचाने जाते थे।
वाईएस राजशेखर रेड्डी
बाकी हस्तियों की तरह राजशेखर रेड्डी भी हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुए थे। बता दें, साल 2009 में रूद्र कोंडा हिल में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। दुर्घटना के दौरान गंभीर रूप से घायल बालयोगी को अस्पताल तक भर्ती करा दिया गया था हालांकि लाख कोशिश के बाद भी उनको बचाया नहीं जा सका।
ओम प्रकाश जिंदल
मशहूर कारोबारी और हरियाणा के तत्कालीन बिजली मंत्री के रूप में पहचाने जाने वाले ओ पी जिंदल की मौत भी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी। 30 मार्च साल 2005 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के पास उनका विमान क्रैश हुआ था जिसमें वह अपनी जान गवां बैठे।
सुरेंद्र नाथ
पंजाब के राज्यपाल रहे सुरेंद्र नाथ की भी विमान दुर्घटना में मौत हुई थी। हैरान कर देने वाली बात ये है कि सुरेंद्र नाथ के साथ उनके परिवार के करीब 9 सदस्य इस विमान दुर्घटना में अपनी जान गवां बैठे थे। रिपोर्ट की मानें तो सुरेंद्र नाथ का विमान 9 जुलाई सन 1994 को हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम के चलते ऊंचे पहाड़ों में क्रैश हो गया था।
मोहन कुमारमंगलम
साल 1973 में नई दिल्ली के पास कांग्रेस के नेता मोहन कुमार मंगलम भी इंडियन एयरलाइंस के विमान दुर्घटना में अपनी जान गवां बैठे थे। वैसे तो मोहन कुमारमंगलम कम्युनिस्ट पार्टी के लिए पहचाने जाते थे, लेकिन इसके बाद वह कांग्रेस का हिस्सा बन गए थे।
डेरा नाटुंग
मई, साल 2001 में अरुणाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री डेरा नाटुंग की भी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई थी। बता दें, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय शुरू करने में डेरा नाटुंग की एक महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।
डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा
24 जनवरी 1966 को देश के प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा भी विमान हादसे में अपनी जान गवां बैठे थे। रिपोर्ट की माने तो वियाना में आयोजित अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक के लिए जा रहे डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा बीच में ही हादसे का शिकार हो गए थे।
दोरजी खांडू
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दोरजी खांडू का भी विमान बुरी तरह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कहा जाता है कि दोरजी खांडू के विमान ने सुबह 9:00 बजे 56 मिनट पर उड़ान भरी थी लेकिन 20 मिनट बाद ही ये लापता हो गया, जिसके बाद सिर्फ इसका मलबा बचाव कर्मियों के हाथ लगा था।
संजय गांधी
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी की भी ठीक इसी प्रकार मृत्यु हो गई थी। साल 1980 जून में दिल्ली में एक विमान दुर्घटना में संजय गांधी का निधन हो गया था।