CDS बिपिन रावत के सबसे वफादार माने जाते थे PSO सतपाल, एक साथ लेना चाहते थे रिटायरमेंट

देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा सेना का हेलीकॉप्टर 8 दिसंबर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका और अन्य 13 लोगों की मौत हो गई। इस विमान में 14 लोग सवार थे जिनमें से 13 लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अस्पताल में इलाज चल रहा है जहां उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
इन्हीं 13 शहीद हुए जवान में से एक हवलदार सतपाल राय भी थे। सतपाल राय सीडीएस जनरल बिपिन रावत के सबसे वफादार माने जाते थे। वह हर समय बिपिन रावत के साथ उनके साए की तरह रहते थे, तो वहीं बिपिन रावत भी उन्हें अपने परिवार का सदस्य और एक अच्छा दोस्त मानते थे।
सतपाल राय भी बिपिन रावत की तरह रिटायर होना चाहते थे, हालांकि नियति को कुछ और ही मंजूर था। ऐसे में हेलीकॉप्टर क्रैश में 41 साल के सतपाल का भी निधन हो गया।
बता दें, सतपाल उत्तरी बंगाल के दार्जिलिंग स्थित छोटे से गांव माने डारा के हैं। सतपाल के निधन की खबर सुनते ही गाँव में शोक की लहार दौड़ गई। वहीं उनकी पत्नी मंदिरा इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रही है कि अब उनके पति इस दुनिया में नहीं रहे। मंदिरा ने बताया कि दिवाली के मौके पर ही सतपाल घर आए थे जब उनके घर में खुशियों का माहौल था।
पत्नी मंदिरा ने बताया कि सतपाल जल्द ही रिटायर होने वाले थे। लेकिन उन्होंनेे जनरल बिपिन रावत के कहने पर अपना रिटायरमेंट रोक दिया और बिपिन रावत के साथ ही रिटायरमेंट लेने का फैसला किया था।
बकौल मंदिरा, “सतपाल से खुद जनरल रावत ने कहा था कि अभी रिटायरमेंट मत लो। 2024 में हम दोनों साथ में ही सेना से रिटायरमेंट लेंगे।” दिलचस्प बात यह है कि सतपाल और मंदिरा का एक बेटा है और वह भी सेना में शामिल है। रिपोर्ट की मानें तो सतपाल का बेटा गोरखा राइफल्स का जवान है और दिल्ली में उनकी पोस्टिंग है। अपने पिता के हादसे की खबर उन्हें मां के जरिए मिली।
मंदिरा ने कहा कि, “मेरा दिल और दिमाग अभी भी मानने को तैयार नहीं है कि सतपाल अब नहीं रहे। लेकिन इस बात का गर्व है कि अंतिम सांस तक भी वह अपनी ड्यूटी ही निभाते रहे।”
बता दें, दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ट ने सतपाल राय के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “मैं हवलदार सतपाल राय के परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) थे। वह दार्जिलिंग के तकदाह का रहने वाले थे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनके परिवार को इस अपूरणीय क्षति से उबरने की शक्ति प्रदान करें।”
Pained by the untimely demise of CDS General Bipin Rawat, his wife and 11 other Armed Forces personnel in the tragic accident in Coonoor today.
The entire nation mourns this irreparable loss. We will always remember the courage and devotion with which he served our nation.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 8, 2021
इसके अलावा राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने वीडियो ट्वीट कर सीडीएस बिपिन रावत के निधन पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि, “राष्ट्र को बेहद प्रतिभाशाली CDS BipinRawat की कमी खलेगी, उन्होंने बेदाग फौजदारी जीवन की मिसाल पेश की है। 03 अक्टूबर, 2021 को उनके साथ सुरक्षा परिदृश्य पर बातचीत में शामिल हुए थे, जब वह यहां थे डूरंड कप फाइनल के अवसर पर आए थे।”
Nation will miss enormously talented #CDS #BipinRawat.
who exemplified impeccable soldiering.Had involved interaction on security scenario in WB with him on Oct 03,2021 while he was here #Durand Cup Final @easterncomd. @adgpi @IAF_MCC @indiannavy @DefenceMinIndia @PIB_India pic.twitter.com/Z4bO2cxcdt
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) December 9, 2021
बता दें, हादसे के दौरान बिपिन रावत और अन्य जवान दुनिया के सबसे बेहतरीन सैन्य हेलीकॉप्टर में से एक mi-17v5 में सवार थे। इनका हेलीकॉप्टर बुधवार को पर्वती नीलगिरी जिले के पास कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
कहा जा रहा है कि, बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के सुलुर अड्डे से वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस कॉलेज जा रहा था, लेकिन बीच में ही यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें 13 लोग शहीद हो गए।