दो जिस्म एक जान वाले सोहणा को मिली नौकरी तो ऐसे साथ देगा मोहणा, दिल छू लेगी इन भाइयों की कहानी
एक जिस्म, दो जान, दो चेहरे और चार बाजू वाले सोहणा और मोहणा को देखने के बाद आपको लगेगा कि ये किसी कुदरत के करिश्मे से कम नहीं है। एक वक्त ऐसा था जब सोहणा और मोहणा को घरवालों ने उनके शारीरिक रचना पर ठुकरा दिया था। लेकिन आज सोहणा और मोहणा अपने पैरों पर खड़े हो चुके हैं और उन्हें नौकरी भी मिल चुकी है। रिपोर्ट की मानें तो सोहणा और मोहणा पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पावर कॉम) में काम करने वाले हैं। नौकरी सोहणा को मिली है जबकि मोहणा हर स्थिति में उसका साथ देगा।
रिपोर्ट की माने तो सोमवार को डेंटल कॉलेज के नजदीक स्थित बिजलीघर में मेंटेनेंस कर्मचारी के रूप में सोहणा को ड्यूटी मिली है और काम के अनुसार सोहणा को हर महीने 20 हजार रुपए वेतन मिलने वाला है। बता दें, पावर कॉम दोनों को नौकरी देने के लिए काफी जदोहद्द में था। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि किसे नौकरी दी जाए। इसके बाद पावरकाम प्रबंधन ने सोहणा को नौकरी दी और मोहणा उसका साथ देगा।
बता दें, सोहणा और मोहणा ने इसी साल जुलाई में इलेक्ट्रॉनिक डिप्लोमा पूरा किया था। जिसके बाद उन्होंने पावरकाम में जेई पद के लिए आवेदन दिया था जिसके चलते उन्हें नौकरी मिल गई। हालांकि, इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी सोहणा और मोहणा को नौकरी देने की घोषणा की थी। पावर कॉम के अनुसार स्पेशल केस के आधार पर सोहणा को नौकरी दी गई है। 2 साल काम करने के बाद सोहणा के पद को बढ़ा दिया जाएगा।
बता दें, 14 जून साल 2003 को दिल्ली के सुचेता कृपलानी अस्पताल में सोहणा और मोहणा का जन्म हुआ था। इसी दौरान सोहणा और मोहणा की मां कामिनी और पिता सुरजीत कुमार ने इन्हें अपनाने से इंकार कर दिया था। दरअसल, डॉक्टर्स का कहना था कि इन दोनों को अलग नहीं किया जा सकता। अगर ऐसा हुआ तो इनका बचना मुश्किल है।
माता पिता के ठुकराने के बाद सोहणा और मोहणा जब 2 महीने के थे तभी उन्हें पिंगलवाड़ा संस्था लेकर आ गए थे। यहां पर पिंगलवाड़ा के प्रमुख सेवादार डॉ इंद्रजीत कौर ने इनका नाम सोहणा और मोहणा रखा। कई मुश्किलों के बाद इन्हें अपने पैरों पर खड़ा कर दिया और आज इस लायक बना दिया कि वह अपनी मर्जी से जिंदगी जी सके। वहीं सोहणा और मोहणा ने भी अपने शारीरिक कमजोरी को कभी आड़े आने नहीं दिया।
सोहणा और मोहणा का कहना है कि, “युवाओं को ड्रग्स लेने की बजाय उनके पसंद के काम करके आत्मनिर्भर होना चाहिए। काम ही पूजा है और आगे वह खुद पर आत्मनिर्भर होकर पिंगलवाड़ा के लिए कुछ करना चाहते हैं।”
बता दें, सोहणा और मोहणा का बदन एक है लेकिन दो चेहरे, चार हाथ सामान्य बच्चों की तरह ही चलते हैं। लेकिन दो टांगों दो अलग-अलग दिमाग से निर्देशित होती है। जबकि इनके सिर, छाती, दिल, फेफड़े और रीढ़ अलग-अलग हैं। लेकिन किडनी, लीवर और ब्लैडर सहित शरीर के दूसरे अंग एक-एक ही है।