अजब ग़जब

दुकानवाले के घर चोरी के बाद चोरों को हुआ पछतावा, समान लौटा पर्ची में लिखा- पता नहीं था कि…

जैसा कि हम सभी लोग यह बात अच्छी तरह से जानते हैं कि चोरी एक अपराध है। हमें कभी भी छोटी चोरी भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि छोटी-छोटी चोरी करने की आदत आगे चलकर बड़ी बन जाती है और फिर वह व्यक्ति एक अपराधी बन जाता है। अक्सर हम सभी लोग चोरी से जुड़े हुए मामले आए दिन सुनते रहते हैं, जिसे जानने के बाद हर कोई हैरत में पड़ जाता है। वैसे देखा जाए तो चोरों में बहुत ही कम भावनाएं पाई जाती हैं। वह यह नहीं देखते कि जिस घर में चोरी करने जा रहे हैं उस घर की हालत कैसी है, बस उनको तो चोरी करने से मतलब होता है।

लेकिन सभी चोर एक जैसे नहीं होते हैं। कुछ चोर ऐसे भी होते हैं, जिनको चोरी करने के बाद यह एहसास होता है कि वह गलत कर रहा है और उसे सुधारना चाहिए। इसी बीच उत्तर प्रदेश के बांदा में चोरी की एक दिलचस्प घटना निकल कर सामने आई है। यहां पर पहले तो चोरों ने वेल्डिंग की एक दुकान से हजारों रुपए के सामान पर हाथ साफ कर दिया।

जब चोरों को पीड़ित की परेशानी के बारे में मालूम हुआ तो उनका दिल पसीज गया। इतना ही नहीं बल्कि वह बेहद भावुक भी हो गए। चोरों ने पीड़ित का एक-एक सामान वापस कर दिया और एक पर्ची लिखकर उनसे माफी भी मांगी। इलाके में इस घटना की खूब चर्चा हो रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के बिसंडा थाना इलाके के चन्द्रायल गांव के रहने वाले दिनेश तिवारी आर्थिक तौर पर काफी गरीब हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने ₹40000 का कर्ज लिया था और इस कर्ज के पैसों से उन्होंने वेल्डिंग का नया काम शुरू किया था। जब वह रोजाना की तरह 20 दिसंबर की सुबह अपने दुकान पर पहुंचे तो उन्होंने जो देखा उसे देखने के बाद उनके तो होश ही उड़ गए थे।

दरअसल, उन्होंने देखा कि दुकान का ताला टूटा हुआ है और कई सामान चोरी भी हो चुके हैं, जिसके बाद उन्होंने इस पूरी घटना की सूचना तुरंत ही बिसंडा थाने में दी। जब यह सूचना दी गई तो मौके पर दरोगा नहीं मिले, जिसकी वजह से केस दर्ज नहीं हो पाया था। घटना के 2 दिन के पश्चात उन्हें कहीं से यह मालूम हुआ कि उनका चोरी हुआ सामान गांव के एक खाली स्थान पर पड़ा हुआ है।

दरअसल, चोरी करने के बाद जब चोरों को पता चला कि दिनेश तिवारी काफी निर्धन हैं, तो चोरों का दिल पसीज गया। इसके अलावा वह काफी भावुक भी हो गए। इसीलिए चोरों ने एक पर्ची लिखकर दिनेश तिवारी से माफी भी मांग ली। चोरों ने सारा सामान लौटा दिया और एक पर्ची पर लिखा कि यह दिनेश तिवारी का समान है।

हमें बाहरी आदमी से आपके बारे में जानकारी हुई। हम सिर्फ उसे जानते हैं जिसमें लोकेशन दी कि वह (दिनेश तिवारी) कोई मामूली आदमी नहीं है। पर जब हमें जानकारी प्राप्त हुई तो हमें बहुत दुख हुआ, इसलिए हम आपका सामान वापस देते हैं। गलत लोकेशन की वजह से हमसे गलती हुई।”

जब पीड़ित का सामान वापस मिल गया तो वह बहुत ज्यादा खुश हुए और दिनेश तिवारी ने यह बताया कि “मेरी बिल्डिंग की दुकान में 20 दिसंबर को चोरी हो गई थी। जब मैं उस दिन वहां पहुंचा तो चोर वहां से दो वेल्डिंग मशीन, एक कांटा (तौलने वाला), एक बड़ी कटर मशीन, एक ग्लैंडर और एक ड्रिल मशीन कुल 6 सामान चोरी करके ले गए थे।”

दिनेश ने बताया कि “मैंने उसी दिन थाने में सूचना दी तो मुझे वहां से बोला गया कि दरोगाजी मौके पर चोरी का मुआवजा करने आएंगे, लेकिन फिर कोई नहीं आया। फिर बीते कल मुझे गांव के किसी व्यक्ति ने बताया कि तुम्हारा सामान सड़क के किनारे एक स्थान पर पड़ा हुआ है। जब मैं वहां पर पहुंचा तो उसमें मेरा पूरा सामान था और ऊपर से एक पर्चा भी चिपका हुआ था। जिसमें लिखा था कि यह चोरी गलती से हो गई थी।”

दुकानवाले का ऐसा बताना है कि हालांकि चोरी किसने की? यह ना मुझे पहले पता था और न सम्मान मिलने के बाद पता है। दुकानवाले का ऐसा कहना है कि भगवान ने मेरी रोजी-रोटी बचा ली, मैं इसी में खुश हूं। वहीं चोरी की वारदात ना दर्ज करने वाले बिसंडा थाने के एसएचओ विजय कुमार सिंह ने हंसी के ठहाके लगाते हुए बताया कि इस चोरी के बारे में मुझे कुछ नहीं पता है।

उन्होंने बताया कि “ना चोरी होने का और ना सामान मिलने का। मैं तो खुद हैरान हूं। यह हास्यास्पद आपको नहीं लग रहा है कि चोर चोरी करे और सामान लौटा जाए। मैंने अपने इतने सालों की नौकरी में ऐसा कभी नहीं सुना कि यह तो बिल्कुल फिल्मों जैसी बात हो गई कि चोर लिख रहा है कि मैं चोर हूं और तुम गरीब हो, इसलिए तुम अपना सामान ले लो।

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