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“बचपन का प्यार” नहीं भूल सके वृंदा शुक्ला और अंकुर अग्रवाल, 15 साल बाद दोनों बने IPS और की शादी

इन दिनों सोशल मीडिया पर “बचपन का प्यार’ गाना बहुत चल रहा है। छत्तीसगढ़ का छोटा सा बच्चा सहदेव को इस गाने ने रातों-रात स्टार बना दिया। आईपीएस अंकुर अग्रवाल और वृंदा शुक्ला की प्रेम कहानी भी कुछ इस गाने की तरह ही मिलती जुलती है। जी हां, इन्होंने भी अपने बचपन का प्यार नहीं भुलाया और शादी करके अपना घर बसा लिया।

आप सभी लोगों ने बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म “ओम शांति ओम” का मशहूर डायलॉग “किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है” तो सुना ही होगा। यह डायलॉग इस आईपीएस जोड़ी की कहानी पर बिल्कुल सटीक बैठती है। इनकी प्रेम कहानी किसी फिल्म की स्टोरी से कम नहीं है। इनका बचपन, सफलता और वर्तमान पोस्टिंग तक, पूरी कहानी सुपरहिट फिल्म की तरह ही है।

आईपीएस अंकुर अग्रवाल और वृंदा शुक्ला की प्रेम कहानी में आपको बचपन का साथ, किस्मत का कनेक्शन और युवाओं को प्रेरित करने वाली कामयाबी समेत सब कुछ मिल जाएगा। आईपीएस अंकुर अग्रवाल ने एक इंटरव्यू के दौरान यह कहा था कि “मैं खुशकिस्मत हूं कि बचपन की दोस्त वृंदा शुक्ला आज मेरी पत्नी हैं। दोनों उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस हैं। वर्तमान में नोएडा में पोस्टेड हैं।”

आपको बता दें कि आईपीएस अंकुर अग्रवाल और वृंदा शुक्ला उत्तर प्रदेश के कैडर आईपीएस हैं। फिलहाल दोनों की पोस्टिंग नोएडा में गौतमबुद्ध नगर पुलिस थाने में वृंदा शुक्ला डीसीपी महिला सुरक्षा के पद पर तैनात हैं। वही अंकुर अग्रवाल एडीसीपी सेंट्रल नोएडा पद पर सेवाएं दे रहे हैं। पोस्ट के हिसाब से देखा जाए तो वृंदा शुक्ला अपने पति अंकुर अग्रवाल की बॉस हैं।

उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी अंकुर अग्रवाल और वृंदा शुक्ला मूल रूप से हरियाणा के अंबाला के रहने वाले हैं। यहीं पर दोनों का अपना बचपन साथ में व्यतीत हुआ है। इसके बाद इन दोनों की दोस्ती हुई, फिर दोस्ती प्यार में कब बदल गई यह पता भी नहीं चला। दोनों ने अंबाला कैंट के कॉन्वेंट जीसस एंड मैरी स्कूल में नौवीं तक साथ में पढ़ाई की। अंबाला सिटी में अंकुर अग्रवाल का घर और वृंदा शुक्ला का अंबाला कैंट क्षेत्र में है।

जब स्कूली शिक्षा पूरी कर ली तो उसके पश्चात वृंदा शुक्ला आगे की पढ़ाई करने के लिए अमेरिका चली गईं। यहां पढ़ाई पूरी हुई तो अमेरिका में ही उन्हें नौकरी मिल गई। वहीं अंकुर ने भारत में ही रहकर इंजीनियरिंग और बेंगलुरु की कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी करने लगे। इसके बाद अंकुरित की कंपनी ने उनका अमेरिका ट्रांसफर कर दिया। ऐसे अंकुर और वृंदा एक बार फिर से मिल गए।

अंकुर का ऐसा कहना है कि अमेरिका में मिलने के बाद वृंदा और मेरी दोस्ती और भी ज्यादा गहरी हो गई थी। दोनों वहीं पर ही नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। इसके बाद भारत लौट कर आ गए और दोनों ने एग्जाम दिया जिसमें असफल रहे परंतु असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते रहे।

आखिर में उन्हें अपनी मेहनत का फल मिला। साल 2014 में वृंदा शुक्ला ने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली और नागालैंड कैडर ज्वाइन किया। वहीं अंकुर अग्रवाल ने 2016 में यूपीएससी परीक्षा पास कर उत्तर प्रदेश कैडर ज्वाइन कर लिया।

जब दोनों आईपीएस बन गए तो इसके बाद इन दोनों के बीच फिर से दूरियां बढ़ गई। एक उत्तर प्रदेश में था तो दूसरा नागालैंड में थी। ऐसी स्थिति में वृंदा कैडर बदलकर नागालैंड से उत्तर प्रदेश आ गई। दोनों जनवरी 2020 से नोएडा में बतौर डीसीपी और एडीसीपी अपनी सर्विस दे रहे हैं। दोनों ने 9 फरवरी 2019 को विवाह कर लिया। पहले तो इन दोनों के परिजन कास्ट अलग होने की वजह से नहीं माने थे लेकिन बाद में उन्होंने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया।

आपको बता दें कि हरियाणा के अंबाला कैंट के आईडी शुक्ला के घर 13 मार्च 1989 को वृंदा शुक्ला का जन्म हुआ था। वृंदा शुक्ला ने बीए (अर्थशास्त्र, अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन, फ्रेंच साहित्य) किया है। उनका परिवार पंचकूला में रहता है। वह 22 दिसंबर 2018 से ये एसपी रैंक के अधिकारी के रूप में सेवाएं दे रही हैं।

वहीं 24 दिसंबर 1988 को अंकुर अग्रवाल का जन्म हरियाणा के अंबाला शहर के सीपी अग्रवाल के घर हुआ था। राजस्थान के झुंझुनूं जिले में स्थित बिट्स पिलानी से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर की डिग्री हासिल करने के बाद वह यूपीएससी क्लियर कर मथुरा में एसीपी के रूप में सेवाएं देने लगे। मौजूदा समय में यह नोएडा में पोस्टेड हैं।

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