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इंदौर लगातार 5वीं बार बना स्वच्छ शहर, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित, जानें बाकी शहरों का हाल

मध्यप्रदेश का इंदौर एक बार फिर देश के सबसे स्वच्छ शहर में शामिल हो गया है। इंदौर ने लगातार पांचवीं बार ये स्थान प्राप्त किया है। शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 परिणाम की घोषणा करते हुए इंदौर नगर निगम आयुक्त और कलेक्टर को ये अवार्ड सौंपा गया। इस दौरान राष्ट्रपति ने इंदौर की तारीफ में कहा कि, इस वर्ष इंदौर ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। प्रथम पुरस्कार प्राप्त करना तो प्रशंसनीय है लेकिन लगातार पांच बार पहले नंबर पर बने रहना बड़ी बात है।

indore cleanest city

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर जहां पहले नंबर पर रहा तो वहीं भोपाल सातवें, ग्वालियर 15वें और जबलपुर 20वें नंबर पर रहा। इस लिस्ट में मध्य प्रदेश के सूरत, विजयवाड़ा समेत करीब 25 शहरों के नाम शामिल हुए। रिपोर्ट की माने तो इंदौर कचरे से अभी 20 करोड़ रुपए सालाना कमाई कर रहा है। एक्सपर्ट का मानना है कि, जिस गति से इंदौर का कचरा प्रबंधन काम कर रहा है, यदि देखा जाए तो आने वाले समय में यानी कि 3 साल के भीतर ही कचरे से करीब 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर सकता है।

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इंदौर के नाम यह अवार्ड होते ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी शुभकामनाएं दी। वहीं इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि, “इंदौर के जनप्रतिनिधियों के सहयोग, नगर निगम की पूरी टीम की मेहनत और नागरिकों के अनुशासन को देखते हुए पूरा शहर आश्वस्त है कि इंदौर को पुनः पांचवी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव मिला”


बता दें कि, साल 2017 में इंदौर को सबसे पहले स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार पुरस्कार मिला था। इसके बाद साल 2021 में स्वच्छ शहरों की गिनती में इंदौर समेत भोपाल, उज्जैन, देवास, होशंगाबाद और बड़वाह जैसे शहरों के नाम भी शामिल हुए हैं। वहीं साल 2020 में मध्य प्रदेश को 27 सम्मान मिले थे जिसमें 9 स्वच्छ शहर थे और 18 को स्टार रेटिंग में जगह मिली थी। इसके अलावा सात शहरों को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था।


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एक रिपोर्ट की माने तो औद्योगिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर शहर में प्रतिदिन 1200 टन कचरा निकलता है। लेकिन शहर की सुंदरता देखने लायक है और यहां की सड़कों पर कभी भी गंदगी नजर नहीं आती। यही वजह है कि लगातार पांचवीं बार इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर से नवाजा गया है। इतना ही नहीं बल्कि इस बार इंदौर को सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में भी सर्वश्रेष्ठ शहर घोषित किया गया है। इसके साथ ही इंदौर को डस्ट फ्री शहर माना गया।

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इंदौर से जुड़ी कुछ खास बातें

  • इंदौर में रात करीब 3:00 बजे सफाई होती है साथ ही सड़कों को अच्छे से धोया जाता है।
  • नगर निगम के 11 हजार 364 कर्मचारी प्रतिदिन 1200 टन कचरे को उठाने का काम करते हैं।
  • वहीं सार्वजनिक टॉयलेट की सफाई के लिए इंदौर शहर में सेंसर लगाए गए हैं।
  • इसके साथ ही हरियाली और पेंटिंग की गई है जिसके चलते टॉयलेट के आसपास एक खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है।
  • इसके अलावा इंदौर की करीब 700 दीवारों पर 3D पेंटिंग की गई जो लोगों का ध्यान खींचती है। इतना ही नहीं बल्कि कई दीवारों पर वॉरियर की थ्री-डी पेंटिंग भी बनाई गई है।
  • जो सड़कों पर गंदगी फैलाते हैं उन लोगों पर स्पॉट फाइन का नियम।
  • वहीं 56 दुकान से लेकर सर्राफा डिस्पोजल फ्री बना इंदौर शहर।
  • इसके अलावा कचरे के जरिए होती है 50 करोड़ रुपए सालाना की कमाई।
  • बता दें इंदौर की कान्ह और सरस्वती नदियों समेत 27 नालों को किया गया सीवर मुक्त।

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