बॉलीवुड

“मुबारक हो, अब कभी मत आना”, आखिर नरगिस ने मीना कुमारी की मौत पर क्यों कही थी ऐसी बात, जानिए वजह

बॉलीवुड के महान कलाकारों में आज भी मीना कुमारी (Meena Kumari) का नाम गिना जाता है। मीना कुमारी एक ऐसी अदाकारा रही हैं, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के साथ-साथ अपनी खूबसूरती से लाखों लोगों के दिलों पर राज किया है। इन्होंने अपने फिल्मी करियर में फैंस को कई हिट फिल्मों का तोहफा दिया है। ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी भले ही आज हमारे बीच में नहीं हैं परंतु अपनी फिल्मों के माध्यम से यह फैंस के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी।

मीना कुमारी बहुत कम उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह कर चली गई थीं। मीना कुमारी अपनी जिंदगी में जितना कामयाब थीं। उतना ही इन्होंने अपनी जिंदगी में दुख भी झेला हुआ था। इनकी जिंदगी कई तरह की ट्रेजडी से भरी हुई थी और इसी के चलते इनको “ट्रेजडी क्वीन” के नाम से भी जाना जाता था। मीना कुमारी ने अपने अंदाज से लोगों के दिलों को खूब जीता था।

मीना कुमारी ने फिल्म ‘बच्चों का खेल” से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मीना कुमारी ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी थीं। लोग उनके अभिनय के साथ-साथ उनकी खूबसूरती के भी दीवाने थे। बता दें कि 1972 में मीना कुमारी का निधन हो गया था। उनके निधन से हर कोई हैरान था।

नरगिस ने मीना कुमारी को दी मौत की मुबारकबाद

मीना कुमारी 38 साल की उम्र में 31 मार्च 1972 को इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह कर चली गई थीं। कोमा में जाने के दो दिन बाद ही उनका निधन हो गया था। जहां मीना कुमारी के निधन के बाद हर कोई सदमे में था। वहीं अभिनेत्री नरगिस ने उनके लिए यह लिखा था कि “अब वापस इस दुनिया में मत आना।”

दरअसल, मीना कुमारी के निधन के बाद नरगिस ने उनके लिए एक लेख लिखा था, जो उर्दू मैगजीन में पब्लिश भी हुआ था। उन दिनों नरगिस उनकी बहुत अच्छी दोस्त हुआ करती थीं। फिल्म “चुप रहूंगी” कि सेट से इन दोनों की दोस्ती हुई थी। इतना ही नहीं बल्कि नरगिस को मीना कुमारी बाजी कहकर बुलाया करती थीं।

नरगिस ने मीना कुमारी के निधन पर एक लेख लिखा था। उन्होंने लेख में यह लिखा था कि “मुबारक हो मौत, यह बात मैंने पहले कभी नहीं कही है, लेकिन तुम्हारी बाजी आज तुम्हें मुबारकबाद देती है और यह कहती है कि तुम इस दुनिया में कभी दोबारा मत आना। यह दुनिया तुम जैसे लोगों के लायक नहीं है।”

नरगिस ने मीना कुमारी के बारे में आगे यह लिखा कि “मैंने एक रात बगीचे में मीना को हांफते देखा। मैंने मीना से कहा- आप आराम क्यों नहीं करतीं। उन्होंने कहा- मेरी किस्मत में आराम नहीं है बाजी। मैं सिर्फ एक बार ही आराम करूंगी। उनके कमरे में उस रात हिंसा की भी आवाजें आ रही थीं। मैंने अगली सुबह देखा कि उनकी आंखें सूजी हुई थी।

नरगिस ने आगे यह लिखा कि “कुछ वक्त बाद मुझे पता चला कि वह कमाल साहब के घर से निकल गई हैं। उनकी बकर के साथ बहुत लड़ाई हुई थी। फिर वह वापस नहीं आईं। शराब की वजह से उनके फेफड़े खराब हो गए थे। जब नर्सिंग होम में मैं उनसे मिलने गई तो मीना ने कहा- बाजी मेरे सब्र की भी एक सीमा है। मेरे ऊपर कमाल साहब के सचिव ने हाथ कैसे उठाया। मैंने जब इस बारे में शिकायत की तो उन्होंने कुछ नहीं किया। तभी मैंने सोच लिया कि अब मैं वहां वापस नहीं जाऊंगी।”

आपको बता दें कि मीना कुमारी ने अपने फिल्मी करियर में 92 फिल्मों में काम किया था। उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया था। मीना कुमारी की हिट फिल्म “पाकीजा” के रिलीज होने के एक महीने बाद ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था।

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