हाथरस की ‘नकली भाभी’ का फेसबुक पोस्ट हुआ वायरल, योगी के लिए खिलाफ लिखी थी ये बात
जबलपुर की रहने वाली डॉक्टर राजकुमारी बंसल का एक पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। जिसमें राजकुमारी बंसल ने जाति को लेकर काफी जहर उगला है। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद साफ पता चलता है कि डॉक्टर राजकुमारी बंसल हाथरस कांड पीड़िता के परिवार वालों को भड़काने के लिए उनके घर गई थी। राजकुमारी बंसल ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखते हुआ कहा था कि जाति का अहंकार, अपनी जाति में ही सिमित रखो, वरना तुम्हारे गर्म खून पर हमारा सदियों का खौलता खून भारी पड़ जाएगा।
राजकुमारी के इस पोस्ट को पढ़कर साफ पता चलता है कि ये जाति के मुद्दे पर बात कर रही हैं। वहीं हाथरस कांड को लेकर यूपी SIT ने जो अपनी रिपोर्ट तैयार की है, उसमें दावा किया है कि हाथरस कांड के बाद राज्य में जातीय दंगे भड़काने की कोशिश की गई थी। पुलिस को शक है कि राजकुमारी बंसल दंगे भड़काने के मकसद से पीड़िता के परिवार वालों के यहां गई थी और उनकी नकली भाभी बनकर वहां रही थी। इतना ही नहीं राजकुमारी बंसल का नक्सली और कांग्रेस कनेक्शन भी सामने आया है। जिसके बाद से इनपर शक ओर गहराता जा रहा है।
यूपी पुलिस की एसआईटी ने खुलासा किया था कि नक्सलियों से संबंध रखने वाली जबलपुर की एक महिला यानी राजकुमारी बंसल पीड़ित परिवार के घर में मृतका की भाभी बनकर रही थी। पीड़ित परिवार के घर में राजकुमारी बंसल 4 दिनों तक रही थी। हालांकि डॉक्टर राजकुमारी बंसल ने नक्सली कनेक्शन से साफ इनकार किया है और अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि वो केवल अपनी जाति के लोगों की मदद करने के लिए वहां गई थी। डॉक्टर बंसल के मुताबिक वो छुट्टी लेकर 4 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक पीड़ित परिवार के घर में रही थीं।
कांग्रेस ने दिया साथ
राजकुमारी बंसल और कांग्रेस का कनेक्शन सामने आने के बाद राजकुमारी बंसल के सपोर्ट में कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने ट्वीट किया है। जिसमें इन्होंने लिखा है कि मध्यप्रेदश सरकार से मेरा आग्रह है कि डॉ राजकुमारी बंसल को योगी आदित्यनाथ के कहने से या खुश करने के उद्देश्य से परेशान करना गलत होगा। समाज मे ऐसे बहुत से लोग हैं जो हाथरस जैसी घटना से इमोश्नली प्रभावित हो जाते हैं। शिवराज जी विक्टिम परिवार से मिलने जाना मानवता का भाव है अपराध नहीं।
मप्र सरकार को मेरा आग्रह :: Dr राज कुमारी बंसल को योगी आदित्य नाथ जी कहने से यह ख़ुश करने के उद्देश से परेशान करना ग़लत होगा। समाज में ऐसे बहुत लोग है जो हाथरस जैसी घटना से इमोशनली प्रभावित हो जाते है। @ChouhanShivraj विक्टिम परिवार से मिलने जाना मानवता का भाव है अपराध नहीं।
— Vivek Tankha (@VTankha) October 11, 2020
मप्र में २८ सीटों के चुनाव दिलचस्प बनते जा रहे है। कही @ChouhanShivraj घुठनो पर जनता से माफ़ी माँगते हुए तो कही भाजपा प्रत्याशी जनता के सामने साष्टांग करते हुए।क्या यह जनता के आक्रोश के संकेत नहीं है। यह चुनाव एक प्रकार से रेफ़रेंडम है त्याग पत्र देने वाले विधायकों के कृत्य का।
— Vivek Tankha (@VTankha) October 12, 2020
पहले भी घिरी थी विवादों में
ये पहला मौका नहीं है जब राजकुमारी बंसल का नाम विवादों में आया है। इससे पहले जिला चिकित्सालय डिंडोरी में ड्यूटी से अनुपस्थित होने के कारण राजकुमारी पर कार्रवाई की गई थी और उनपर अधिकारियों को SC/ST Act में फंसाने के आरोप भी लगे थे।
सीबीआई ने शुरू की जांच
इस पूरे मामले में सीबीआई की जांच शुरू हो गई है। कल सीबीआई ने हाथरस जाकर पीड़िता के परिवार वालों से बात की और उनसे पूरी घटना की जानकारी ली थी। वहीं इस मामले को लेकर यूपी SIT ने अपनी जो जांच रिपोर्ट तैयार की है उसमें ये दावा किया है कि हाथरस कांड के बाद राज्य में जातीय दंगे भड़काने की कोशिश की थी।
हाथरस कांड का सच क्या है और क्या यहां पर जातीय दंगे भड़काने की कोशिश की जा रही थी। इसकी जांच अब सीबीआई करेगी।
(हालांकि राजकुमारी बंसल के फेसबुक पोस्ट की हम पुष्टि नहीं करते हैं)