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बच्चों ने धूमधाम से करवाई अपनी मां की दूसरी शादी, कहानी सुनकर आखों में आ जाएंगे आंसू

हम जिस समाज में रहते हैं वहां पर औरतों को किस नजरों से देखा जाता है यह हमें बताने की जरूरत नहीं है। अक्सर देखा गया है कि औरतें घुट-घुटकर अपना पूरा जीवन व्यतीत कर देती हैं। औरतों का पति खुद उनको इज्जत नहीं देता तो परिवार की तो बात ही अलग है। ऐसी स्थिति में औरत बहुत मौजूद मजबूर हो जाती हैं और वह हालातों से समझौता कर लेती हैं।

अगर आप भी अपने आसपास नजर उठा कर देखेंगे तो इस तरह की औरतें आपको देखने को मिल जाएँगी जिनका पति और उसका परिवार उन्हें बिल्कुल भी इज्जत नहीं देता है। कई बार इस तरह के रिश्ते को तोडना ही बेहतर होता है, जिस रिश्ते में इज्जत ना मिले उस रिश्ते में रहने का कोई मतलब नहीं बनता है।

बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं जो रिश्तो को तोड़कर खुले आसमान को चुनती हैं। अगर इस तरह की औरतों की कहानी लोगों को सुनाई जाती है तो वह बाकी औरतों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनती हैं। बीते दिनों पहले एक महिला की कहानी और मेहंदी सेरेमनी वाली फोटो भी वायरल हुई थी। उनके बच्चों ने उनकी दूसरी शादी करवाने में सहायता की थी।

मां की मेहंदी की फोटो बेटी ने की थी शेयर

आपको बता दें कि यह बीते महीने पहले की बात है जब एक बेटी के द्वारा अपनी मां की मेहंदी की रस्म की तस्वीरें साझा की गई थीं। उनके द्वारा यह बताया गया था कि आखिर किस प्रकार से 15 सालों के पश्चात उनके सिंगल मदर फिर से विवाह के बंधन में बंध रही हैं। इस कहानी को लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया। अब इस कहानी को विस्तार के साथ Humans Of Bombay ने साझा किया गया है।

17 साल की आयु में हो गई थी उनकी शादी

दरअसल, हम आपको जिस महिला की कहानी के बारे में बता रहे हैं, इस महिला का नाम Soni Somani है। जब सोनी की उम्र महज 17 साल की थी, तभी उनका विवाह हो गया था। इतनी छोटी सी उम्र में तो उनका स्कूल भी पूरा नहीं हो पाया था। शादी के बाद जब सोनी की उम्र 18 साल की हुई तो उन्होंने एक बच्ची को जन्म दिया, जिसका नाम श्रेया है। इसके कुछ वर्षों के बाद उन्होंने बेटे समीर को जन्म दिया। सोनी के पति का व्यवहार उनके साथ बहुत ही बुरा था। उनका पति मारता-पीटता था। इतना ही नहीं जब सोनी गर्भवती थीं तो उस दौरान भी उनका पति उन्हें मारा-पीटा करता था।

लेकिन पेरेंट्स ने कहा अडजस्ट करो

सोनी के साथ उसका पति जिस तरह का सलूक करता था, उसकी पूरी जानकारी उन्होंने अपने घरवालों को भी दी। परंतु जब उन्होंने अपने घरवालों को इस विषय में बताया तो घरवालों को उसके पति पर गुस्सा बिल्कुल भी नहीं आया बल्कि उल्टा ही उन्होंने सोनी से यह कहा कि अडजस्ट करो।

वहीं श्रेया का ऐसा बताना है कि उन्होंने बचपन से ही अपने पिता को मां को गालियां निकालते हुए देखा है। यहां तक कि दोनों बच्चे अपनी मां को छोड़कर स्कूल भी नहीं जाया करते थे क्योंकि बच्चों को यही डर लगा रहता था कि उनके स्कूल जाने के बाद कहीं पीछे से उनके पिता उनकी मां को ना मारें। जब उनके पिता मां को मारा करते थे तो बच्चे छुड़ाने की कोशिश किया करते थे लेकिन पिता बच्चों की भी पिटाई कर दिया करता था।

दोनों बच्चे लगातार 2 महीनों तक नहीं गए स्कूल

सोनी की जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था लेकिन जब श्रेया 9 साल की थी तो उस दौरान सोनी की जिंदगी में टर्निंग प्वाइंट आया। उस दौरान दोनों बच्चे लगाता 2 महीने तक स्कूल नहीं गए थे, जिसका नतीजा यह हुआ कि स्कूल के काउंसलर ने उन्हें बुलाया और स्कूल में ना आने का कारण पूछा। उस समय के दौरान सोनी को यह एहसास हो गया था कि अब बात उनके बच्चों के भविष्य पर आ चुकी है। बस क्या था, इसके बाद ही उन्होंने अपने बच्चों और खुद की जिंदगी के लिए उस शख्स से तलाक लेने का निर्णय ले लिया।

पढ़ाई के साथ-साथ खुद करने लगी नौकरी

सोनी अपने बच्चों का भविष्य बेहतर बनाना चाहती थीं। जब उन्होंने तलाक ले लिया तो उसके बाद उन्होंने कॉल सेंटर में जॉब करनी शुरू कर दी। इतना ही नहीं बल्कि इसके साथ ही सोनी ने पढ़ाई भी शुरू कर दिया था। जब उनकी बेटी 12वीं क्लास में थी तो माँ ग्रेजुएशन कंप्लीट कर रही थी। इसके बाद उन्होंने एमबीए किया, जिसके बाद उन्हें प्रोडक्ट मैनेजर की नौकरी मिल गई। तब जाकर मां के साथ-साथ बच्चों के जीवन में भी सुकून आ गया।

मां की जिंदगी में मिला प्यार

सोनी अपने बच्चों के साथ सुकून भरी जिंदगी व्यतीत कर रही थीं। इसके बाद उनकी जिंदगी में एक शख्स की एंट्री हुई, जिसका नाम Kay है। बस क्या था, इन दोनों के बीच प्यार का सिलसिला शुरू हो गया। पहले तो यह दोनों एक-दूसरे को डेट करते रहे। बाद में जब उन्होंने बच्चों को अपने रिलेशनशिप की जानकारी भी तो दोनों बच्चे बहुत ज्यादा खुश हो गए जिसके बाद दुबई में छुट्टियां मनाने के लिए सभी एक साथ पहुंचे।

श्रेया का ऐसा बताना है कि जब उनकी मां के फेरे हो रहे थे तो उस दौरान वह रो रही थी। अब उनके पास भी एक पूरा परिवार है और इससे वह काफी खुश हैं। आपको बता दें कि भले ही हमारे भारतीय समाज में टॉक्सिक मैरिज से बाहर निकल पाना काफी कठिन है परंतु यह नामुमकिन बिल्कुल भी नहीं है। सोनी की कहानी सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है, महिलाओं को खुलकर अपना जीवन जीना चाहिए।

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