इस देश की अजीब परंपरा, शादी के बाद 3 दिनों तक दूल्हा-दुल्हन नहीं जा सकते टॉयलेट, वजह जान लीजिये
शादी करना हर लड़का और लड़की का सपना होता है। जैसे ही शादी का जिक्र होता है तो मन के अंदर धूम-धड़ाके के साथ ही बहुत सारी रस्में आने लगती हैं, जिसे लोग बहुत ही खुशी के साथ मनाते हैं। जैसा कि हम सभी लोग यह बात भली-भांति जानते हैं कि हर धर्म, समुदाय और देश में शादी को लेकर अलग-अलग प्रकार के रीति-रिवाज बनाए गए जिनको व्यक्ति बड़े ही धूमधाम और खुशी के साथ पूरा करता है।
अक्सर देखा गया है कि कई रीति-रिवाज ऐसे होते हैं जिसे देखने या फिर सुनने के बाद लोग हैरत में पड़ जाते हैं। आप सभी लोगों ने भी कभी ना कभी किसी शादी में कोई ऐसी रस्म देखी होगी जिसे देख कर आप हैरत में पड़ गए होंगे। वैसे शादी किसी भी धर्म या संस्कृति के लोगों के जीवन में बहुत महत्व रखती है। इसी वजह से इसको खास बनाने के लिए दुनिया भर में अलग-अलग प्रकार के रीति-रिवाज और रस्में निभाई जाती हैं।
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से शादी से जुड़ी हुई एक ऐसी अजीबोगरीब परंपरा के बारे में बताने वाले हैं जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। अगर मान लीजिए शादी के बाद अगर तीन दिनों के लिए बाथरूम जाने पर ही पाबंदी लगा दी जाए तो क्या कोई लड़का या लड़की शादी करना चाहेगा?
इसे लेकर सभी की अलग-अलग राय हो सकती है परंतु आज हम आपको ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं जहां यह एक अजीबोगरीब रिवाज का हिस्सा बना हुआ है। जी हां, यहां रस्म है की शादी के 3 दिन बाद तक लड़का और लड़की बाथरूम नहीं जा सकते हैं।
दरअसल, हम आपको जिस रस्म-रिवाज के बारे में बता रहे हैं यह बोर्नियो के रहने वाले कुछ आदिवासी लोगों का है। रिपोर्ट्स के अनुसार, शादी के बाद यह अनोखी रस्म इंडोनेशिया के टिडोंग नामक समुदाय में निभाई जाती है। टिडोंग जनजाति के इन लोगों के नवविवाहितों का विवाह उनकी संबंधित आदिवासी परंपराओं और रीति-रिवाजों के साथ होता है।
यहां पर दूल्हा और दुल्हन को शादी की रस्म पूरी होने के पश्चात 3 दिनों तक नहाने या लघुशंका तक के लिए जाने की परमिशन नहीं है। अब आप यह सोच लीजिए, अगर कोई इंसान 3 दिनों तक टॉयलेट नहीं जाएगा तो उसका क्या हाल होगा? अपनी आंतों को साफ किए बिना या फिर पेशाब किए बिना उसके लिए यह दिन काटना कैसा हो सकता है?
परिवार रखता है नए जोड़े को कैदी की तरह
इस अजीबोगरीब रस्म को निभाने के पीछे इन लोगों का ऐसा मानना है कि इससे दम्पति के बीच संबंध मजबूत होता है। इतना ही नहीं बल्कि बच्चे होने में भी किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आती है। यही वजह है जिसके चलते इस रस्म को पूरा किया जाता है।
परिवार के सदस्य को नए जोड़े को कैदी के रूप में रखने का काम दिया जाता है और इस रस्म को पूरा करवाया जाता है। इन 3 दिनों के अंदर दूल्हा और दुल्हन दोनों को ही कम मात्रा में खाना और पीना की परमिशन होती है।
जब यह 3 दिन का अनुष्ठान पूरा हो जाता है तो उसके बाद ही उनको टॉयलेट जाने की परमिशन दी जाती है।
भयानक प्रभाव पड़ सकता है सेहत पर
डॉक्टर का ऐसा बताना है कि अगर 72 घंटे तक नेचर कॉल को रोका जाए तो इसकी वजह से सेहत पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसकी वजह से कब्ज, अल्सर, सिर दर्द, पेट दर्द और ना जाने कितनी असहनीय गैसें पैदा होने की संभावना रहती है। जिन जोड़ों को इस अजीबोगरीब रस्म से गुजरना पड़ता है उनके ऊपर क्या बीतती है इसकी कल्पना करना भी बहुत कठिन है।