विशेष

जानिए कौन हैं ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ नवनीत सिकेरा जिसकी ज़िंदगी पर बनी है सीरीज ‘भौकाल’

MX प्लेयर पर रिलीज़ हो चुकी वेब सीरीज ‘भौकाल-2’ को अपनी दिलचस्प कहानी और एक्टर्स की शानदार परफ़ॉर्मेंस के चलते फ़ैन्स का जमकर प्यार मिल रहा है। इस वेब सीरीज की कहानी उन सच्ची घटनाओं पर आधारित है जिसने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहर मुजफ्फरनगर की तस्वीर को हमेशा के लिए बदलकर रख दिया।

मुजफ्फरनगर यह वो नाम है जिसे कभी उत्तर प्रदेश की अपराधी राजधानी कहा जाता था। ऐसा हो भी क्यों ना यहां अपराध ही इतने होते थे। उस वक़्त ये शहर अपने अपराधों के लिए कुख़्यात था। दो-तीन गैंग्स ने मिलकर लोगों का जीना मुश्किल कर रखा था। अपहरण, बलात्कार, हत्या जैसे अपराध यहां रोजाना आम बात थी। फिर उस शहर में अचानक एक ऐसा IPS ऑफिसर आया, जो करीब 15 महीने तक रहा और फिर उसने ऐसा कमाल किया कि पूरे शहर की तस्वीर ही बदल कर रख दी।

उस IPS ऑफिसर का नाम है नवनीत सिकेरा, जिसके मुजफ्फरनगर में रहने के दौरान अपनी एक टीम तैयार की और फिर अपराध और अपराधी दोनों का ख़त्म करना शुरू किया। वेब सीरीज ‘भौकाल’ नवनीत सिकेरा के ही पुलिस कार्यकाल पर आधारित है। वेब सीरीज में नवनीत का रोल टीवी एक्टर मोहित रैना ने निभाया है।

मुश्किल भरा रहा IPS बनने तक का सफर

एनकाउंटर स्पेशलिस्ट नवनीत सिकेरा इस समय लखनऊ शहर में IG के पद पर कार्यरत हैं। एटा जिले के एक छोटे से गांव में जन्मे नवनीत ने कई मुश्किलों का सामना करते हुए आईपीएस बनने तक का सफर तय किया। पिता के साथ हुए एक दुर्भाग्यपूर्ण वाक्या ने उन्हें पुलिस सेवा में आने के लिए प्रेरित किया।

अंग्रेजी बनी थी राह में रोढ़ा

स्कूल के शुरुआती दौर में नवनीत बैक बेंचर थे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा आल बॉयज स्कूल से पूरी की। जिसके बाद वह दिल्ली के हंसराज कॉलेज में एडमिशन लेने पहुंचे। लेकिन कॉलेज में उनको अंग्रेजी ना आने के कारण एडमिशन फॉर्म नहीं दिया गया। लेकिन इस दबंग अधिकारी ने हार नहीं मानी और खुद से किताबें खरीद कर पढ़ाई की। मेहनत-लगन से उन्होंने एक ही बार में आईआईटी जैसा एग्जाम क्रैक कर दिखाया और आईआईटी रूड़की से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन पूरी की।

कैसे एक इंजीनियर बन गया IPS?

ग्रेजुएशन के बाद IPS नवनीत ने आईआईटी दिल्ली में MTech में एडमिशन लिया। इसी बीच उनके पिता को कुछ धमकी भरे फोन कॉल्स आ रहे थे। पिता इसकी शिकायत करने थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने की जगह उनकी बेइज्जती कर दी। तभी उन्होंने ठान लिया कि वह आईपीएस बनेंगे। नवनीत ने बिना किसी कोचिंग का सहारा लिए खुद की मेहनत और लगन से पहले ही एटेम्पट में सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली थी। अच्छी रैंक होने के चलते उन्हें IAS की पोस्ट आसानी से मिल गई। लेकिन उन्होंने IPS बनने का सपना देखा था और उसी को चुना। वह 32 वर्ष की उम्र में लखनऊ के सबसे युवा SSP बनें।

60 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके

IPS नवनीत सिकेरा की शुरुआती पोस्टिंग कई दूसरी जगहों पर रहीं। मगर जब वो मुज़फ़्फ़रनगर पहुंते, तो यहां का सीन बिल्कुल अलग था। लेकिन उन्होंने अपनी एक टीम तैयार की और फिर अपराध और अपराधी दोनों का ख़त्म करना शुरू किया। यहीं से IPS नवनीत सिकेरा का सुपर कॉप बनने का सफ़र भी शुरू हो गया। वह अब तक 60 एनकाउंटर कर चुके है। लोगों के बीच वो काफ़ी पॉपुलर हो गए थे।

राष्ट्रपति पदक से नवाजे जा चुके हैं नवनीत

जब उनकी पोस्टिंग मेरठ में हुई, तो उन्होंने वहां भी अपराधियों को नकेल कसना जारी रखा। लोगों के बीच वो काफ़ी पॉपुलर हो गए थे। उन्हें 2005 और 2013 में पुलिस विभाग को दिए अपने अद्भुत योगदान के लिए राष्ट्रपति पदक से भी नवाज़ा गया।

Related Articles

Back to top button