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धनतेरस पर जरूर खरीदें ये 5 चीजें, घर से दूर हो जाएंगे सारे कष्ट

हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहार दीपावली की तैयारियां इन दिनों पूरे देश में जोरों शोरों से की जा रही है। बता दें कि इस बार 14 नवंबर को दिपावली मनाई जाएगी और उससे ठीक 2 दिन पहले 12 नवंबर को धनतेरस होगा। धनतेरस के दिन से दीपावली की शुरूआत मानी जाती है, जो दीपावली के एक दिन बाद तक चलती है। बता दें कि धनतेरस के दिन मां धनवंतरी की पूजा की जाती है और इस दिन कुछ नया खरीदने की परंपरा है, जो वर्षों से चली आ रही है, मगर लोग अक्सर कंफ्यूज रहते हैं कि आखिर धनतेरस के दिन क्या खरीदना चाहिए। तो आइये आज हम आपको बताते हैं आखिर धनतेरस के दिन आपको अपने घर के लिए क्या खरीदना चाहिए…

1. सोना खरीदना : 

धनतेरस के दिन सोने या चांदी के आभूषण जरूर खरीदने चाहिए, ऐसा करना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि सोना, लक्ष्मी और बृहस्पति का प्रतीक होता है, इसलिए सोना खरीदना बेहद खास माना गया है। अगर आप सोने या चांदी में ज्यादा पैसे नहीं खर्च कर सकते हैं तो कम से कम सिक्के जरूर खरीदें।

2. बर्तन खरीदना : 

अपने शक्ति के अनुसार धनतेरस के दिन आपको कुछ बर्तन जरूर खरीदने चाहिए। ताम्बे, पीतल, स्टील और चांदी के बर्तन खरीदना शुभ होता है। बता दें कि पीतल के बर्तन लक्ष्मी और बृहस्पति के प्रतीक होते हैं, अतः धनतेरस के दिन अगर आप सोना नहीं खरीद पाते हैं तो पीतल के बर्तन जरूर खरीदें।

3.धनिया खरीदना : 

इस दिन ग्रामीण इलाकों में किसान धनिए के बीज खरीदते हैं तो वहीं शहरी इलाके में लोग साबूत धनिया खरीदते हैं। इसके बीज को पीसकर गुड़ के साथ मिलाकर एक मिश्रण बनाकर नैवेद्य बनाया जाता है। इसके बाद इसकी पूजा की जाती है।

4. नए वस्त्र खरीदना :

धनतेरस के ठीक 1 दिन बाद दीपावली का त्यौहार आता है तो इस दिन दीपावली के दिन पहनने के लिए कपड़े खरीदने की परंपरा सालों पुरानी है।

5. अन्य वस्तुएं :


बर्तन, गहने और कपड़े के अलावा धनतेरस के दिन लक्ष्मी-गणेश मूर्ति, खिलौने, खील-बताशे आदि भी खरीदे जाते हैं। बता दें कि धनतेरस के दिन मां धनवंतरी के साथ साथ लक्ष्मी, गणेश, कुबेर और यमराजजी की भी पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन ग्रामीण अंचलों में घरों में मौजूद मवेशियों की भी पूजा की जाती है।

पू्जा मुहूर्त

बता दें कि हर वर्ष हिंदू पंचांग के कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 12 नवंबर को रात्रि 9 बजकर 30 मिनट से शुरू होगा और 13 नवंबर शाम 5 बजकर 59 मिनट में खत्म होगा। किंतु कुछ पंचांग के अनुसार धनतेरस 12 नवंबर को होगा। वहीं 13 नवंबर के अनुसार धनतेरस की पूजा शाम 5 बजकर 28 मिनट से शुरू होकर शाम 5 बजकर 59 मिनट में खत्म हो जाएगा।

खरीदारी का मुहूर्त

अगर आप धनतेरस की खरीददारी 12 नवंबर को करना चाहते हैं तो सुबह 11 बजकर 20 मिनट से दोपहर 12 बजकर 4 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त है। इसके बाद रात्रि 8 बजकर 32 मिनट से 9 बजकर 58 मिनट तक अमृत मुहूर्त है।

बता दें कि 12 नवंबर 2020 गुरूवार को रात्रि 9 बजकर 30 मिनट से शुरू होकर 13 नवंबर सुबह 6 बजकर 42 मिनट तक हस्त और चित्रा नक्षत्र में त्रयोदशी तिथि होगी। वहीं 13 नवंबर को सुबह 6 बजकर 42 मिनट से शाम बजकर 59 मिनट तक चित्रा नक्षत्र में त्रयोदशी तिथि रहेगी।

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