24 साल की यह महिला एक ही साल में बनी 22 बच्चों की ‘मां’! 105 बच्चे पैदा करने का है लक्ष्य
इन दिनों दुनियाभर में सरोगेसी का ट्रेंड चल रहा है। कई बड़ी शख्सियत के अलावा इन दिनों आम लोग भी सरोगेसी के जरिये माता-पिता बनने का सपना पूरा कर रहे हैं। हाल ही में बॉलीवुड और हॉलीवुड स्टार प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस भी सरोगेसी के जरिए पेरेंट्स बन गए हैं। वैसे जब भी सरोगेसी को लेकर चर्चा होती है तो रशिया की क्रिस्टिना ओजतुर्क की चर्चा होना शुरू हो जाती है।
105 बच्चे पैदा करने का है लक्ष्य
एक अरबपति की पत्नी क्रिस्टिना ने तो सरोगेसी से अब तक 22 बच्चों को जन्म दिया है। उनके इंस्टाग्राम बायो पर भी इस बात का बाकायदा जिक्र है। वह सरोगेसी से 105 बच्चे पैदा करना चाहती हैं। क्रिस्टिना रूस की राजधानी मॉस्को में रहती हैं। क्रिस्टिना सिर्फ 1 साल के अंदर 22 बच्चों की मां बन चुकी हैं और वो सिर्फ 24 साल की हैं।
17 साल की उम्र में दिया पहले बच्चे को जन्म
क्रिस्टिना ओजतुर्क के पति मॉस्को के अरबपति शख्स हैं। उनकी उम्र 57 साल है। क्रिस्टिना अपने 57 वर्षीय पति गैलिप ओजतुर्क से जॉर्जिया में मिली थीं। डेली मेल की खबर के मुताबिक, पिछले 1 साल में इस कपल ने 68 लाख रुपए का खर्चा कर 22 बच्चे पैदा करवाए हैं। क्रिस्टीना की शादी काफी उम्र में शादी हुई थी।
17 साल की उम्र में इन्होंने पहली बच्ची विक्टोरिया को जन्म दिया था। पति से अलगाव होने के बाद वो सिंगल मदर के तौर पर अपनी बेटी की परवरिश करने लगीं। कुछ समय के बाद वो घूमने के लिए जॉर्जियां आईं।
क्रिस्टीना ने बताया कि, इस यात्रा के दौरान ही उन्हें गैलिप से प्यार हो गया और पहली बेटी को लेकर उनके साथ ही रहने लगीं। क्रिस्टिना के पति गलिप ओजतुर्क रूस के एक होटल व्यवसायी हैं। गैलिप पहले से शादीशुदा थे, लेकिन हम दोनों ने तय किया कि बच्चे प्लान करेंगे। इस तरह सरोगेसी के जरिए परिवार को आगे बढ़ाने की शुरुआत हुई।
बच्चों को लेकर दंपति काफी उत्साहित हैं और इन्हें बच्चे इतने ज्यादा पसंद हैं कि 105 बच्चों का लक्ष्य तय कर लिया है। क्रिस्टीना ने बकायदा इसकी जानकारी अपने इंस्टाग्राम के बायो में भी शामिल की है।
खर्च कर चुके हैं पैसे
रिपोर्ट के मुताबिक, गैलिप और क्रिस्टिना मार्च 2020 से लेकर जुलाई 2021 तक करीब 1 करोड़ 43 लाख रुपए सरोगेसी पर खर्च कर चुके हैं। इसके अलावा करीब 68 लाख रुपए का खर्चा वो बच्चों के देखरेख पर खर्च कर चुके हैं। इतना ही नहीं एक सप्ताह में इन बच्चों पर 4 लाख रुपए का खर्चा होता है।
क्या होती है सरोगेसी?
आसान भाषा में समझें तो इसे ‘किराए की कोख’ कहते हैं। इस प्रक्रिया में किसी दंपति का बच्चा किसी दूसरी महिला की कोख में पलता है। सरोगेसी से परिवार बढ़ाने की कई वजह होती हैं। जैसे- महिला या पुरुष किसी कारणवश पेरेंट्स नहीं बन सकते, महिला गर्भधाारण नहीं कर सकती, पुरुष में इससे जुड़ी किसी तरह की दिक्कत होने पर या फिर महिला बच्चा पैदा ही नहीं करना चाहती है। जो महिला अपनी कोख में उसका बच्चा पालती है उसे सरोगेट मदर कहते हैं।