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इस ‘बिहारी बॉय’ ने गूगल में ढूंढ निकाली गलती, मिली करोड़ों की नौकरी? जानें पूरी सच्चाई

बिहार का नाम सुनते ही एक अलग ही माहौल बन जाता है। बिहारी हर क्षेत्र में कमाल ही करते हैं। ऐसे ही बिहार के एक इंजीनियरिंग छात्र ने दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन GOOGLE में गलती पकड़ी है। यह खबर आग की तरह दुनियाभर में फ़ैल गई है। ऐसा करने के बाद उसने गूगल को इसकी जानकारी भेजी तो, वहां के अधिकारियों ने भी माना कि उनकी साइट में बड़ी चूक है।

IIT मणिपुर से कर रहे बीटेक

जानकारी के मुताबिक, 19 साल के ऋतुराज चौधरी बेगूसराय के मुंगेली गंज में रहते हैं। वह आईआईटी मणिपुर में बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं। वह फिलहाल सेकंड ईयर में हैं। ऋतुराज के पिता ज्वैलर हैं। उन्होंने सर्च इंजन गूगल में खामी ढूंढ निकाली है। खामी निकालने के बाद गूगल को मेल करके पूरी जानकारी भी दी, फिर क्या, गूगल की पूरी टीम अलर्ट हो गए।

ऋतुराज को इनाम देगी गूगल

इसके कुछ दिनों बाद गूगल की ओर से उन्हें मेल आया। इस मेल में कंपनी ने अपने सिस्टम की कमी को स्वीकार किया और ऋतुराज को शुक्रिया कहा। साथ ही उस कमी पर काम करने के लिए उसे अपनी रिसर्च लिस्ट में शामिल करने की जानकारी भी दी। गूगल ने ऋतुराज को अपनी रिसर्चर लिस्ट में भी शामिल किया है। बता दें कई कंपनियां अपने ऐप या वेबसाइट में बग खोजने वाले को इनाम देती है। ऋतुराज ने जब गूगल में सिक्योरिटी बग खोजा तो इसको लेकर कंपनी ने गंभीरता दिखाई और वह उन्हें इनाम देगी।

सोशल मीडिया पर फैली यह गलत जानकारी

ऋतुराज की इस कामयाबी के बाद वो लगातार मीडिया में छाए हुए हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर एक गलत जानकारी फ़ैल गई है। 4 फरवरी को दिनभर सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हुई जिसमें कहा गया कि ऋतुराज ने गूगल को हैक कर लिया, जिससे कंपनी में हलचल मच गई। कई घंटों की बैठक के बाद ऋतुराज को तीन करोड़ से ज्यादा का पैकेज पर गूगल में नौकरी दे दी गई और 2 घंटे में पासपोर्ट बनाकर अमेरिका बुला लिया गया।

ऋतुराज ने बताई वायरल खबर की सच्चाई

जब इस बारे में ऋतुराज से पूछा गया तो उन्होंने इन बातों को महज अफवाह बताया। ऋतुराज ने बताया उन्होंने एक बग खोजा जो प्राइऑरिटी 2 में है। इंटरनेट पर ऐसा होता है कि कंपनियां बग या गलती खोजने वाले को इनाम देती है। गूगल में 3।36 करोड़ की सैलरी पर मिली नौकरी पर उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला है। ऋतुराज ने कहा कि कंपनी ने उन्हें रिसर्चर के तौर पर शामिल किया है।

हैकर बनने का है सपना

उन्होंने बताया कि, वो बचपन से ही हैकर बनने का सपना लेकर पढ़ाई में जुटे थे। कई कंपनियों की साइट में उन्होंने खामियां खोजी। इस दौरान वो काफी समय से गूगल में गलतियां खोजने की कोशिश में जुटे थे। आखिरकार उन्हें गूगल की एक साइट पर बग नजर आया। ये खामी इतनी बड़ी थी जिससे साइट को हैक किया जा सकता था।

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