एकसाथ 8 बच्चों को जन्म देकर चर्चा में आई थी ये महिला, मात्र 3 दिन के अंदर सभी ने तोड़ा दम
माँ वह होती है जो हमें जन्म देती है। यही वजह है कि संसार में हर जीवनदायनी वस्तु को मां की संज्ञा दी गई है। अगर हमारे जीवन के शुरुआती समय में कोई हमारे सुख-दुख में हमारा साथी होता है तो वह कोई और नहीं बल्कि मां ही होती है। माँ हमें कभी भी इस बात का एहसास नहीं होने देती है कि संकट की घड़ी में हम अकेले हैं। मां वह होती है जो अपने बच्चों को हर मुसीबत से बचाती है।
मां एक ऐसा शब्द होता है जिसके महत्व के विषय में जितनी भी बात की जाए उतनी ही कम है। भले ही इंसान भगवान का नाम लेना भूल जाए परंतु मां का नाम लेना नहीं भूलता है। मां अपने बच्चों से बहुत प्रेम करती है। अगर कभी बच्चा किसी मुसीबत में होता है तो मां अपने बच्चे की सारी मुसीबत अपने ऊपर ले लेती है परंतु अपने बच्चे को कुछ भी नहीं होने देती है।
किसी भी महिला के लिए मां बनने का एहसास काफी अद्भुत होता है। मां हर हाल में अपने बच्चे की सुरक्षा करती है और उसकी देखभाल करने के लिए हमेशा तैयार रहती है। अक्सर देखा गया है कि कई बार ऐसी स्थिति भी आ जाती है कि एक मां को अपने बच्चों को खोना पड़ जाता है। किसी कारणवश जब बच्चे की मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में मां को अपने बच्चे की लाश देखना पड़ जाता है।
आज हम आपको इंग्लैंड की मैंडी नाम की महिला के बारे में बताने वाले हैं, जो 1996 में एक साथ 8 बच्चों को जन्म देकर अचानक ही चर्चा में आई थी लेकिन बच्चों के जन्म के मात्र 3 दिन के अंदर ही उसके सभी बच्चों ने दम तोड़ दिया। मैंडी को अपने बच्चों को खोने का ऐसा दुख हुआ कि उसने खुद को शराब में पूरी तरह से डूबा दिया और आखिर में कैंसर की वजह से उसकी मृत्यु हो गई।
एक साथ दिया 8 बच्चों को जन्म
साल 1996 था, जब मैंडी ने 8 बच्चों को एक साथ जन्म दिया था। जैसे ही मैंडी को इस बात का पता चला कि उसके गर्भ में 8 बच्चे हैं, तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा था। हालांकि, डॉक्टर्स ने उसे कुछ बच्चों को गर्भ से निकाल देने की सलाह भी दी थी। ऐसा इसलिए क्योंकि डॉक्टर्स को नहीं लगता था कि मैंडी एक साथ आठ बच्चों को गर्भ में पाल पाएगी। लेकिन मैंडी ने सबको जन्म देने का निर्णय ले लिया।
जन्म के मात्र 3 दिन के अंदर सभी बच्चों ने तोड़ा दम
एक इंटरव्यू में मैंडी ने यह बताया था कि माँ कैसे निर्णय ले सकती है कि उसे अपने कौन से बच्चे को जन्म देना है और किसे मारना है। इसके बाद 1996 में मैंडी ने सब बच्चों को एक साथ जन्म दिया और इसके साथ ही वह दुनिया की पहली ओक्टोमॉम बन गई। लेकिन महज जन्म के 3 दिन के अंदर ही उसके आठों (6 लड़के और दो लड़कियां) बच्चों ने दम तोड़ दिया।
डिप्रेशन से जूझीं
जब मैंडी ने अपने सभी बच्चों को खो दिया तो उसके बाद डिप्रेशन से जुझीं। मैंडी अपने 8 बच्चों को खोने के बाद इतनी दुखी हो गई थी कि दो दशकों तक वह हर दिन इन बच्चों को याद कर एक दिन में 5 बोतल शराब गटक जाती थी। इस घटना के बाद मैंडी कभी नॉर्मल नहीं हो पाई। उन्होंने खुद को शराब के नशे में डुबो दिया। इतना ही नहीं बल्कि कई बार तो उन्होंने आत्महत्या का भी प्रयास किया। मैंडी ने एक इंटरव्यू के दौरान यह बताया कि उसने पब्लिक टॉयलेट में शराब के साथ नींद की गोलियां खा ली थी।
आपको बता दें कि मैंडी का अपने पहले पति के साथ एक 30 साल का बेटा है। जब पहले पति से तलाक हुआ तो उसके बाद मैंडी अपने दूसरे पार्टनर के साथ फिर से बच्चे के लिए कोशिश करती रही थी परंतु बच्चेदानी में समस्या आ गई थी जिसकी वजह से उसने फर्टिलिटी ड्रग्स का सहारा लिया जिसका नतीजा यह हुआ कि उसके गर्भ में 8 बच्चे ठहर गए
लोग कहानी शेयर कर हो रहे इमोशनल
लेकिन मैंडी अपने सभी बच्चों को खो चुकी है जिसके बाद उन्हें बहुत अफसोस हुआ। अगर मैंडी डॉक्टर की बात मानकर कुछ फीटस को निकलवा देती तो ऐसा ना होता। लेकिन अब मैंडी की मृत्यु के साथ ही उसका सारा दुख भी चला गया है। मैंडी की मौत के बाद लोगों को उसकी डिलीवरी और उसके बाद हुए मातम की याद दिला दी। लोग इस ओक्टोमॉम की कहानी साझा कर इमोशनल हो रहे हैं।