अजब ग़जब

इस जगह शादी से पहले लोग बनाते हैं संबंध, यौन उत्पीड़न जैसे एक भी नहीं होते अपराध

प्यार ऐसा होता है, जिसका एहसास इतना खूबसूरत होता है कि उसे शब्दों में बयां किया नहीं जा सकता। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं वेलेंटाइन वीक की शुरुआत होने वाली है। इस दौरान कपल अपने प्यार का इजहार करते हैं और इन 7 दिनों में कपल एक दूसरे के साथ बहुत खास समय व्यतीत करते हैं। इस समय को खास बनाने की वह हर संभव कोशिश भी करते हैं।

भारत एक ऐसी जगह है जहां पर प्यार से जुड़ी चीजों को गलत माना जाता है परंतु भारत में ही एक ऐसी जगह है जहां पर रहने वाले आदिवासी जनजाति प्रेम शारीरिक संबंध को अहम प्राथमिकता देते हैं। जी हां, यहां पर प्यार करना या शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाना गुनाह नहीं माना जाता है।

दरअसल, आज हम छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर जिले की बात कर रहे हैं जहां पर गोंडा समुदाय की मुरिया जनजाति रहती है। यहां की कुछ ऐसी मान्यताएं हैं जिसके बारे में जानकर आपको बहुत हैरानी होगी। यहां आदिवासी काफी लंबे समय से इस इलाके में रहते हैं। इस जनजाति की कुछ ऐसी मान्यताएं हैं जो भारत के अन्य हिस्सों के लिए काफी आश्चर्यचकित कर देने वाली है।

दरअसल, इस जनजाति के विचार बहुत खुले हैं। जी हां, क्योंकि यहां पर प्रेम और संभोग को छुप छुप कर करने की या फिर हेय दृष्टि से देखे जाने वाली चीज नहीं मानी जाती है। यहां पर काफी छोटी उम्र से ही लड़के और लड़कियां शारीरिक संबंध में लिप्त होते हैं।

शादी से पहले लोग कई पार्टनर्स संग बना सकते हैं संबंध

आपको बता दें कि घोटुल नाम की एक प्रथा इस समुदाय में है। इसका मतलब यह है कि यहां के लोग घोटुल यानी कि बांस का बड़ा सा घर जैसा बनाते हैं। आप इसको शहरी इलाकों में नाइट क्लब की तरह समझ सकते हैं। जो यह बांस का बड़ा सा घर जैसा बनाया जाता है यहां पर लड़के और लड़कियां समय व्यतीत करते हैं और एक दूसरे को जानने की कोशिश करते हैं। लड़के और लड़कियां यहां पर आकर खूब मस्ती करते हैं।

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि जब बच्चे की उम्र 10 वर्ष से अधिक हो जाती है तो उसके बाद माता-पिता खुद उसे घोटुल भेजने लग जाते हैं। घोटुल जाकर उसे कुछ भी करने की पूरी आजादी होती है। वहां पर लड़के-लड़कियां शादी से पहले एक दूसरे के साथ संबंध बना सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह चाहे जितने भी पार्टनर्स रख सकते हैं। यहां पर बिना किसी सामाजिक दबाव के लड़के-लड़कियों को अपना पार्टनर चुनने की पूरी आजादी है।

मर्द नृत्य और कंघी बनाकर करते हैं महिलाओं को आकर्षित

आपको बता दें कि लड़के-लड़कियां घोटुल में एक दूसरे के साथ नाच-गाना करते हैं। युवक अन्य महिलाओं के लिए बांस की कंघी बनाता है जिसे वह बालों पर लगाती हैं। अगर किसी स्त्री को शख्स की कंघी पसंद आ जाती है, तो वह उसे अपने बालों में लगा लेती है और इस प्रकार से उनके प्रेम को वह स्वीकार कर लेती है।

घोटुल में लोगों को व्यस्क होने का अर्थ सिखाया जाता है और उन्हें एडल्ट एजुकेशन से जुड़ी हुई जानकारियां भी दी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि इसकी वजह से इस समुदाय में यौन उत्पीड़न जैसे एक भी मामले नहीं होते। यहां की परंपरा बहुत अजीब है जो यहां के लोगों को सबसे अलग बनाती है।

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