लता मंगेशकर को अपनी मां मानते थे सचिन तेंदुलकर, बोले- ‘मां’ बिना सब सूना
‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर का रविवार को निधन हो गया। भारत रत्न ‘लता दीदी’ ने 92 वर्षीय रविवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस लीं। उनके निधन से पूरा देश दुखी है। उनके गीतों को सुनकर कई पीढ़ियां बड़ी हुईं। क्रिकेट को लेकर उनकी दीवानगी जगजाहिर है। लता जी बड़े ही शौक से क्रिकेट देखा करती थीं। वह अकसर मैचों पर अपनी टिप्पणियां करती थीं। सचिन तेंदुलकर से उनका बेहद खास रिश्ता था।
लता जी को मां मानते हैं सचिन
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर उन्हें मां समान प्यार करते थे और कई बार सचिन ने ये स्वीकार किया कि उन्हें लता मंगेशकर जी में अपनी मां नजर आती हैं। क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी कई बार सार्वजनिक तौर पर लताजी के प्रति अपना सम्मान जाहिर किया। दोनों के बीच बहुत गहरा रिश्ता था। सचिन अक्सर कहते थे कि जब वे क्रिकेट की पिच पर खराब दौर से गुजरते थे तब उन्हें लता मंगेशकर से खूब मार्गदर्शन मिला।
सचिन को भारत रत्न दिलाने की मांग की
सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न मिलने से बहुत पहले, लता जी हमेशा सार्वजनिक रूप से कहती थी कि वह इसके हकदार हैं। दिग्गज क्रिकेटर को साल 2014 में यह सम्मान मिला। सचिन ने कई बार स्वर कोकिला के प्रति सार्वजनिक तौर पर अपना सम्मान जाहिर किया था। वाक्या साल 2017 का है जब सचिन की बायोपिक ‘सचिन अ बिलियन ड्रीम्स रीलिज हुई थी।’ ट्वीट करके लता मंगेशकर ने ट्वीट करके शुभकामनाएं दी थीं, तो सचिन ने भी बड़ी ही शालीनता से धन्यवाद कहा था। दोनों ट्वीट बताते हैं कि इनके बीच कैसा रिश्ता था।
Maa ke aashirwad bina chouke chakke kabhi nahi lagte. Aap mere liye Maa samaan ho. Thank you so much for your blessings! 🙏 https://t.co/R9qmWr4a8S
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) April 20, 2017
ट्वीट में दिखा था प्यार
लता मंगेशकर ने ट्वीट करके कहा था, ‘सचिन तेंदुलकर को नमस्कार। आपकी जो फिल्म आ रही है इसमें भी आप क्रिकेट मैदान की तरह चौके और छक्के मारकर धूम मचा देंगे। यही कामना।’ इसका जवाब देते हुए सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘मां के आर्शीवाद बिना चौके- छक्के कभी नहीं लगते। आप मेरे लिए मां समान हो। आपके आशीर्वाद के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!’
आई कहकर बुलाते थे सचिन
सचिन तेंदुलकर भी उन्हें आई (मां) कहकर बुलाते थे। सचिन ने जब उन्हें पहली मां कहा था तो इसे लेकर उन्होंने कहा था, ‘सचिन मुझे अपनी मां की तरह मानते हैं और मैं हमेशा उनके लिए एक मां की तरह प्रार्थना करता हूं। मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकती जब उन्होंने मुझे पहली बार ‘आई’ (मां) कहा था। मैंने कभी इसकी कल्पना नहीं की थी। यह मेरे लिए सुखद आश्चर्य था और मैं उनके जैसा बेटा पाकर खुद को धन्य महसूस कर रही हूं।’
मेरा एक भाग चला गया
लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को लेने और उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए सचिन तेंदुलकर भी मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंचे। सचिन ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी ‘आइ’ को भावभिनी श्रद्धांजलि दी। मास्टर ब्लास्टर ने ट्वीट किया, ‘मैं लता दीदी की जीवन का हिस्सा बनने के लिए खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं। उन्होंने मुझे हमेशा प्यार और आशीर्वाद दिया। उनके जाने से मैंने अपना एक भाग खो दिया। वह हमेशा अपने संगीत के माध्यम से हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।’
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