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मुनमुन दत्ता हुईं गिरफ्तार! 4 घंटे चली लंबी पूछताछ, एक्ट्रेस ने कहा- मैं पुलिस के साथ सहयोग..

‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ से मशहूर हुईं अभिनेत्री मुनमुन दत्ता उर्फ बबीता जी सोमवार को हरियाणा के हांसी थाने पहुंची। जानकारी के मुताबिक, वो दलित समाज पर टिप्पणी करने के मामले में हरियाणा के हांसी पुलिस स्टेशन पहुंचीं और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक डीएसपी विनोद शंकर के सामने पेश हुईं। जिसके बाद से यह खबर फेल गई कि बबीता जी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन मुनमुन ने अपनी गिरफ्तारी की अफवाहों पर रिएक्शन दिया है।

मुनमुन ने बताई वीडियो वायरल होने की सच्चाई

दरअसल, मुनमुन दत्ता के बारे में कई रिपोर्ट्स में कहा गया था कि, हरियाणा के शहर हांसी में एक यूट्यूब वीडियो के वायरल होने के बाद उनपर केस दर्ज हुआ था। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी।

उनपर आरोप था कि उन्होंने उस वीडियो में किसी जाति विशेष पर टिप्पणी की थी। जिसपर विवाद पैदा हुआ था। अब इस मामले की सच्चाई पर मुनमुन ने अपना पक्ष मीडिया के सामने रखा है। साथ ही साथ इस घटना के बारे में बताया कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था।

मुनमुन बोलीं- पूछताछ के लिए गईं थीं थाने

मुनमुन दत्ता ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि, वो नियमित पूछताछ के लिए हरियाणा के हांसी पुलिस स्टेशन गई थीं। उन्हें गिरफ्तार नहीं गिया गया था। उन्हें पहले ही अंतरिम जमानत मिल गई थी। मुनमुन दत्ता ने कहा, ‘मुझे गिरफ्तार करने की अफवार उड़ रही है, लेकिन मैं ये क्लियर करना चाहती हूं कि मैं नियमित पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन गई थी।

मुझे अरेस्ट नहीं किया गया था। मुझे पहले ही अदालत से अंतरिम जमानत मिल गई थी। हांसी पुलिस स्टेशन में अधिकारियों ने मुझसे बात की और सभी जरूरी बातों को नोट किया। वे मुझसे बहुत विनम्र थे। अच्छा व्यवहार किया। मैं उनके साथ सहयोग कर रही हूं और आगे भी करूंगी।’

अनुसूचित जाति पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी

मुनमुन पर अनुसूचित जाति से संबंधित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में कोर्ट हियरिंग चल रही है। दरअसल, मुनमुन ने पिछले साल 9 मई को एक वीडियो जारी कर अनुसूचित जाति समाज के बारे में एक अपमानजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने वीडियो में कहा था कि, ‘मुझे यूट्यूब पर एक वीडियो डालनी है, जिसमें मैं अच्छा दिखना चाहती हूं एक जाति विशेष जैसा नहीं दिखना चाहती।

वीडियो पर हुआ बवाल

वीडियो के सामने आने के बाद खूब बवाल हुआ। इसे लेकर दलित अधिकार कार्यकर्ता व वकील रजत कल्सन ने थाना शहर हांसी में 13 मई को एससी एसटी एक्ट की धाराओं के तहत एक मुकदमा दर्ज कराया था। मुनमुन दत्ता के विरुद्ध हरियाणा के हांसी के अलावा उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान व मध्यप्रदेश में भी एफआईआर दर्ज हुई थी।

शिकायतकर्ता ने लगाया ये आरोप

शिकायतकर्ता कलसन ने शिकायत में आरोप लगाया है कि, अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर वीडियो डालकर पूरे भारत में अनुसूचित जाति समाज का अपमान किया है और एक जाति विशेष शब्द को गाली के तौर पर इस्तेमाल किया है।

जाति विशेष अनुसूचित जाति की एक उपजाति है। इसे पूरे अनुसूचित जाति समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। कलसन ने एसपी से शिकायत देकर मांग की अभिनेत्री मुनमुन दत्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए उसे गिरफ्तार किया जाए।

बवाल हुआ तो मांगी माफी

मुनमुन दत्ता ने कहा कि, हिंदी भाषा का उन्हें ज्यादा ज्ञान नहीं है इस कारण शब्दों के अर्थ नहीं पता। उनका ऐसा किसी के बारे में गलत बोलने का बिल्कुल इरादा नहीं था और वह सभी समुदायों व व्यक्तियों की इज्जत करती हैं। हर जाति, समुदाय, धर्म के लोगों का देश व समाज के विकास में योगदान होता है। मगर वकील कलसन की ओर से केस वापस नहीं लिया गया।

मुनमुन ने की थी केस खारिज करने की मांग

मुनमुन दत्ता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सभी मुकदमों की जांच एक जगह हरियाणा के हांसी में करने की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने यह भी मांग की थी कि उनके खिलाफ दर्ज सभी मामलों को खारिज किया जाए, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया था। उसके बाद मुनमुन ने फिर हाई कोर्ट में गिरफ्तारी पर रोक की मांग की थी, लेकिन बाद में उनके वकील ने हाईकोर्ट से याचिका वापस ले ली थी।

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