यहां बेटी का पिता ही होता है उसका पति, आज भी चल रही ऐसी अजबगजब परंपरा
एक बेटी के लिए उसके पिता की क्या अहमियत होती है। ये शायद ही हमे बताने की जरुरत हो। कहा जाता है कि एक बेटी का झूकाव उसके पिता की तरफ मां से भी ज्यादा होता है। पिता के साथ बेटी बोंडिंग सिर्फ शब्दों में तो नहीं कही जा सकती। वैसे तो पिता की जगह कोई ले नहीं सकता।
एक लड़की की जिदंगी में जब उसके हमसफर की बात आती हैं तो वह चाहती है कि उसे अपने पिता की तरह ही प्यार करने वाला पति मिले। लेकिन क्या हो जब किसी लड़की का पिता ही उसका पति हो। आप इस बात पर यकिन भी नहीं करेंगे। आज हम आपके लिए जो जानकारी लेकर आए हैं। उसे मानने से भले ही आप इंकार कर दें लेकिन ये सच है।
इस पिता ने कर ली थी अपनी ही बेटी से शादी
हमारी दुनिया में एक ऐसी भी जगह है जहां बेटी का पिता ही उसका पति होता है। बांग्लादेश के मंडी जनजाति में ऐसी परंपरा मानी जाती है। जहां एक बेटी की शादी उसी के पिता के साथ करवा दी जाती है। एक खास मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में मंडी जनजाति की एक महिला ने इस परंपरा के बारे में बताया है।
ओरोला नाम की इस महिला ने बताया कि जब वह छोटी थी तो उसके पिता की किसी कारण से मृत्यू हो गई। जिसके बाद ओरोला की मां की शादी नॉटेन नाम के एक युवक से कर दी गई। बचपन में जब ओरोला नॉटेन को देखती थी। तो उसे यही लगता था कि नॉटेन कितना अच्छा हैै। हालांकि जब वह थोड़ी बड़ी हुई तब ओरोला को पता चला की नॉटेन सिर्फ उसका पिता ही नहीं बल्कि उसका पति भी हैै। असल में ओरोला की शादी नॉटेन से उस समय हुई थी, जब वे सिर्फ तीन साल की थी।
बरसों से चली आ रही ऐसी कुप्रथा
दरअसल बांग्लादेश की इस जनजाति में ऐसी परंपरा है जहां कम उमग में किसी लड़की के पति के गुजर जाने के बाद उस लड़की की दूसरे व्यक्ति से करवा दी जाती है। सिर्फ यहीं नहीं उस लड़की की बेटी की शादी भी उसी व्यक्ति से करवाई जाती है। आज भी बांग्लादेश ही नहीं बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में ऐसी अजिबोगरीब कुप्रथा का चलन हैै।
ऐसे में लड़कियों को भी एक समय आने पर बता दिया जाता है कि जिसे वह पिता समझ रही हैं। असल में वहीं उसका पति भी हैै। कई बार ये बते बचपन में ही उन लड़कियों को बता दी जाती है। ताकी बाद में किसी तरह सेे कोई परेशानी ना आए। अब तक इस कुप्रथा के खिलाफ इन जनजातिय में से किसी ने भी आवाज उठाने की कोशिश नहीं की।