इंदौर की 37 वर्षीय नेहा चौधरी ने रोशन की 4 जिंदगी, दान की आंखें, लिवर, त्वचा और दोनों किडनियां
मध्यप्रदेश का इंदौर शहर मानव अंगदान के क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। इसी बीच इंदौर निवासी नेहा चौधरी को ब्रेन डेड घोषित किए जाने के बाद उनकी आंखे, त्वचा, लीवर और दोनों किडनी दान कर दी गई। इंदौर के चोइथराम में ही लीवर ट्रांसप्लांट किया जा रहा है, जबकि एक किडनी सीएचएल अस्पताल और दूसरी बॉम्बे हॉस्पिटल में ट्रांसप्लांट की।
खबरों की माने तो नेहा चौधरी को 12 सितंबर के दिन चोइथराम अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। लेकिन इसी बीच उन्होंने दम तोड़ दिया। ब्रेन डेड होने की स्थिति में नेहा चौधरी के परिवार वालों ने उनके अंगदान करने की इच्छा जताई। इसके बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने एक किडनी सीएचएल अस्पताल में जबकि दूसरी किडनी बॉम्बे हॉस्पिटल इंदौर में जरूरतमंद रोगियों के लिए भेजी। वहीं लीवर आंखें और त्वचा चोइथराम हॉस्पिटल में भेजी गई।
नेहा चौधरी के पति पंकज के मुताबिक, “नेहा एक ग्रहणी थी। जब भी नेहा की तबीयत खराब होती थी तो वह अक्सर परिवार वालों से कहती थी कि उसके मरने के बाद किडनी फेफड़े, त्वचा, लीवर और मेरी आंखें किसी भी जरूरतमंद को दान कर देना। इसे मेरी आत्मा को शांति मिलेगी। नेहा के पति ने बताया कि वह एक कंपनी में काम करता है और उसकी 3 साल की बेटी है।” नेहा की इच्छा को ध्यान में रखते ही उन्होंने अंगदान करने का फैसला किया था। उन्होंने कई लोगों से भी अंगदान करने की अपील की।
खबरों की माने तो नेहा का लीवर चोइथराम अस्पताल में एडमिट खातीवाला टैंक निवासी 56 वर्षीय व्यक्ति को ट्रांसप्लांट किया गया। वहीं नेहा की एक किडनी सीएचएल अस्पताल में भर्ती मानिक बाग के श्याम नगर निवासी 35 वर्षीय महिला को ट्रांसप्लांट की गई, जबकि दूसरी किडनी स्कीम 114 मुंबई अस्पताल निवासी महिला को ट्रांसप्लांट की गई। इसके अलावा नेहा चौधरी की आंखें और त्वचा चोइथराम अस्पताल को सौंप दी गई।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इससे पहले 16 सितंबर को इंदौर की डेंटल सर्जन डॉक्टर संगीता पाटिल की एक किडनी चोइथराम अस्पताल में डिंडोरी शाहपुरा के युवक को लगाई गई थी। युवक की मां का कहना था कि, 32 वर्षीय युवक करीब 13 से 14 साल से डायलिसिस पर है। डेढ़ साल उसकी बहन ने एक किडनी डोनेट की थी लेकिन ट्रांसप्लांट ज्यादा सफल नहीं रहा, ऐसे में बेटे को दोबारा डायलिसिस की जरूरत पड़ी। युवक की मां ने बताया कि, डॉक्टर संगीता की किडनी मिलने के बाद उन्हें बेटे के बेहतर जीवन की उम्मीद है।
अंगदान के मामले में सबसे आगे हैं इंदौर
बता दें कि, अंगदान के मामले में देश में इंदौर शहर सबसे आगे हैं। इंदौर में लिवर ट्रांसप्लांट का पहला प्रयोग भी सफल रहा था। साल 2015 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर शहर में डेढ़ साल के भीतर करीब 15 बार अंगदान किया जा चुका है। अंगदान के मामले में तमिलनाडु राज्य सबसे आगे है लेकिन इंदौर शहर इस सूची में पहले स्थान पर है।