अजब ग़जब

12 साल पहले मायके जाने को निकली थी महिला, रास्ते में हो गई थी लापता, पुलिस ने इस तरह खोज निकाला

पश्चिम बंगाल से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां 12 साल पहले एक महिला अपने मायके जाने निकली थी लेकिन उसके बाद वह कभी नहीं मिली। इतने सालों में महिला दर-दर भटकती रहीं। इस दौरान उसके बच्चोंने भी अपनी मां को तलाशने की खूब कोशिश की लेकिन वह नहीं मिली। फिर पुलिस ने एक दिन उस महिला को ढूंढ निकाल ही लिया।

महिला को दिए कपड़े और खाना

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 31 जनवरी को नेताजी पुलिस स्टेशन में यह सूचना मिली कि रामगढ़ कॉलोनी के सामने एक महिला सड़क किनारे पड़ी हुई है। जब वह घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां जाकर महिला का हाल जाना और उसको उठाकर थाना ले आई। महिला का तुरंत मेडिकल चेकअप कराया गया। इसके बाद उसे खाना और कपड़े दिए गए। वह कुछ नहीं बता पा रही थी और ऐसा लग रहा था कि वह मानसिक रूप से बीमार है।

प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराई

कोलकाता पुलिस के अनुसार, महिला शुरू में कई व्यक्तिगत जानकारी नहीं दे सकी। इसके बाद महिला को बाघाजतिन एसजी अस्पताल में प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराई गई। इसके बाद मालूम हुआ कि महिला का नाम अन्नपूर्णा पाल है वह नार्थ 25 परगना के गायघाट की रहने वाली थी।

छानबीन कर निकाला बेटे का नंबर

इसके बाद नेताजी पुलिस स्टेशन ने वहां के नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क किया गया। पुलिस ने छानबीन कर महिला अन्नपूर्णा पाल के बेटे दीपांकर पाल का नंबर मिला। तब जाकर यह जानकारी मिली कि महिला 12 साल पहले मायके जाने के लिए घर से निकली थी लेकिन वहां नहीं पहुंच पाई। महिला भटकती रही और किसी को इस बारे में कुछ पता नहीं चला। बच्चों ने बहुत खोजने की कोशिश की लेकिन मां के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी।

पुलिस की मदद से 12 साल बाद मिली मां

अब आख़िरकार पुलिस की मदद से महिला अपने परिवार से मिल गई। बताया जा रहा है कि महिला 2010 में लापता हो गई थी। परिवार के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि उसका मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की हिस्ट्री है परिवार ने उत्तर 24 परगना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।

इतने सालों बाद मां को पाकर बेहद खुश हैं

अपनी मां को इतने सालों बाद दोबारा पाकर बच्चे बेहद खुश हैं। महिला के बेटे दीपांकर पाल ने बताया कि, उन लोगों ने मां को बहुत खोजा। मां नहीं मिली तो नॉर्थ-24 परगना थाने में रिपोर्ट लिखाई। 2010 में ही महिला घर से मायके के लिए निकली थी। परिवार वालों की तरफ से यह जानकारी दी गई कि महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है। इसी वजह से वह भटक गई थी और उसके बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा था। लेकिन अब हमारी मां हमें मिल गई हैं और हमारे परिवार फिर से पूरा हो गया है।

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